Bihar: यहां घड़ियाल और आदमी में 'जिंदगी' की लड़ाई... बड़े मुंह से पकड़कर पानी के अंदर खींचा; भागलपुर में गुत्थम-गुत्था
Bihar News बिहार का भागलपुर भयावह बाढ़ की चपेट में है। यहां जिंदगी के लिए मौत से जूझते लोगों पर पानी में उतरते ही घड़ियाल ने हमला बोल दिया। घड़ियाल के हमले में जख्मी हुए लोगों ने जिंदगी और मौत से संघर्ष की दिल दहलाने वाली कहानी बयां की। किसी के पैर किसी के हाथ तो किसी के पीठ पर जख्म के निशान हैं।

संवाद सहयोगी, नाथनगर। Bihar News एक तो बाढ़ की त्रासदी उसपर घड़ियाल का हमला। लालूचक के लोगों ने आज दोनों से संघर्ष किया। घर से जरूरी सामान निकालकर सुरक्षित स्थान की ओर जाने के दौरान पांच लोगों पर जब घड़ियाल ने हमला बोला तो उनके होश फाख्ता हो गए। जिंदगी बचाने के लिए उनलोगों ने लगभग दो मिनट तक मौत से संघर्ष किया। इस दौरान उन्होंने अदम्य साहस और जुझारूपन का परिचय दिया। उस वक्त अगर वे जरा भी हिम्मत हारते तो घड़ियाल का निवाला बन गए होते।
जख्मी ग्रामीणों ने बताया कि घड़ियाल का मुंह काफी लंबा और पीला था। किसी तरह वे लोग मौत को मात देने में सफल रहे। जख्मी किशोर मंडल ने बताया कि घड़ियाल ने पलक झपकते ही उसके पैर को अपने मुंह से पकड़ा और पूरे गति से पानी में गोत दिया। ऊपर वाले का शुक्र मानिए किसी तरह उसके मुंह की पकड़ ढीली पड़ी और मैं पैर निकाल पानी से बाहर निकलने में सफल हो पाया।
इधर, रविवार को हुए घड़ियाल के हमले के बाद अब लोग पानी में उतरने से डरने लगे हैं। बाढ़ पीड़ितों ने बताया कि उनलोगों को नाव की मुक्कमल सुविधा नहीं मिल रही है। इसलिए पानी में घुसकर आना-जाना मजबूरी है। जिला प्रशासन भी उनलोगों की पीड़ा को नहीं समझ रहा। इसलिए अब उनलोगों को बेसहारा होने का अहसास होने लगा है।
ग्रामीणों में आक्रोश
घड़ियाल के हमले में जख्मी बच्चे को देख उसके स्वजन समेत अन्य लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। कहने लगे कि सरकार को सिर्फ चुनाव के ही उनलोगों की याद आती है। बाढ़ के कारण सबकुछ बर्बाद हो गया पर कोई देखने वाला नहीं है। अब तो घड़ियाल का भी डर सताने लगा है। प्रशासन को उनलोगों पर ध्यान देना चाहिए।
घड़ियाल के हमले की जानकारी मिली है। सदर एसडीओ को भी घटना से अवगत करा दिया गया है। वन विभाग की सूचित कर उसे पकड़वाने की कोशिश की जाएगी। - रजनीश कुमार, नाथनगर अंचलाधिकारी
बाढ़ पीड़ितों पर घड़ियाल के हमले में पांच जख्मी
नाथनगर थाना क्षेत्र के लालूचक से पलायन कर रहे बाढ़ पीड़ितों पर रविवार को घड़ियाल ने हमला बोल लिया। इस घटना में पांच लोग जख्मी हो गए। इनमें लालूचक निवासी प्रमोद कुमार, श्रुति कुमारी, चंदा देवी, आकाश कुमार और किशोर मंडल शामिल हैं। घायलों को जेएलएनएमसीएच में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है।
जख्मियों ने बताया कि घर में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। अधिकांश समान अभी भी घर में ही है। जरूरी सामान निकलाने के लिए हमलोग महाशय ड्योढ़ी से घर आना जाना करते रहते हैं। रविवार को भी कुछ सामान लेकर घर से आ रहे थे, तभी घड़ियाल ने हमला कर दिया। काफी संघर्ष के बाद हमलोग किसी तरह मौत के चंगुल से छूटकर निकलने में सफल रहे।
जख्मी प्रमोद मंडल ने बताया कि घड़ियाल ने मेरा हाथ पकड़ लिया था। किशोर ने कहा, अचानक हुए हमले में कुछ समझ नहीं आया। बड़े से जीव पर जब नजर पड़ी तो एक समय तो लगा कि अब जिंदा बचना मुश्किल है। भगवान का शुक्र है कि किसी तरह जान बच गई। घड़ियाल मुझे पानी के अंदर ले जाने का प्रयास कर रहा था। श्रुति और चंदा ने कहा कि आज हिम्मत ने जान बचा दी। अगर जरा भी हिम्मत हारते तो घड़ियाल हमलोगों को अपना शिकार बना लेता।
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