Bihar Flood ALERT: यहां गंगा की तेज धार में समा गए 30 घर-मकान... बाढ़ में भरभरा कर ढह गया 22 करोड़ का सुरक्षा तटबंध
Bihar Flood ALERT भागलपुर के नवगछिया में इस्माईलपुर-बिंद टोली में गंगा में आई बाढ़ के कारण सुरक्षा तटबंध में कटाव से अफरा-तफरी मच गई। 22 करोड़ रुपये की लागत से कराए गए बोल्डर क्रेटिंग कार्य के ध्वस्त होने के बाद दो दर्जन से अधिक लोगों के घर गंगा में बह गए। कटाव की तीव्रता इतनी अधिक थी कि लोगों को अपनी जान बचाने के लिए वहां से भागना पड़ा।

संवाद सूत्र, नवगछिया। Bihar Flood ALERT भागलपुर के नवगछिया में इस्माईलपुर-बिंद टोली गंगा तटबंध पर स्पर संख्या आठ और नौ के बीच 300-350 मीटर का एक बड़ा हिस्सा गंगा नदी की तेज धारा में समा गया है। कटाव का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है। सोमवार की दोपहर एक बजे के आसपास बिंद टोली गांव को बचाने के लिए जल संसाधन विभाग द्वारा दो ठेकेदारों के माध्यम से लगभग बाईस करोड़ रुपये की लागत से कराए गए बोल्डर क्रेटिंग कार्य के ध्वस्त होने के बाद यह कटाव हुआ। इस कटाव के कारण दो दर्जन से अधिक लोगों के घर गंगा में बह गए। कटाव की तीव्रता इतनी अधिक थी कि लोग अपनी जान बचाने के लिए भागने को मजबूर हो गए। घर का सामान भी पानी में बह गया।
कटाव की सूचना मिलते ही अनुमंडल पदाधिकारी, एसडीपीओ, सीओ और गोपालपुर थानाध्यक्ष दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और कटाव में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने का कार्य शुरू किया। जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता ई. अनवर जमील और विशेषज्ञ ई. गोपाल चंद्र झा तटबंध पर पहुंचे और तटबंध को सुरक्षित करने के लिए बालू भरी बोरियां डालने का प्रयास करने लगे। लेकिन तटबंध पर बाढ़ पीड़ितों के सामान, मवेशी और जानमाल की भारी भीड़ के कारण फ्लड फाइटिंग कार्य तेजी से नहीं हो पा रहा था।
इस बीच अचानक शाम को स्पर संख्या नौ के निकट तटबंध का आधा से अधिक भाग दरार के साथ नदी में समाने लगा। तटबंध का लगभग 300-350 मीटर हिस्सा पानी में समा गया। जल संसाधन विभाग के वरिष्ठ अभियंता, अनुमंडल पदाधिकारी और एसडीआरएफ के अधिकारी घटनास्थल पर कैंप कर रहे हैं। एसडीआरएफ की टीम राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई है।
पीड़ितों के लिए तिनटंगा करारी के विद्यालय में सामुदायिक किचन के माध्यम से भोजन की व्यवस्था की गई है। देर शाम एनडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू करके लगभग 25-30 लोगों को बाहर निकाला है। तटबंध की कटाव को देखकर अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है।
सड़क ध्वस्त, पानी का भारी दबाव
गोपालपुर थाना क्षेत्र के सैदपुर दुर्गामंदिर के निकट सोमवार की सुबह नवनिर्मित सड़क और पुलिया के ध्वस्त होने के बाद पानी का वेग मंदिर की सीढ़ी और निर्माणाधीन शिव मंदिर के निकट काफी तेज हो गया, जिससे अफरा-तफरी मच गई। ग्रामीणों की सूचना पर जल संसाधन विभाग ने बालू भरी बोरियां डालकर स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया। ग्रामीणों ने धारा को कम करने के लिए कई पेड़ डालकर स्थिति को संभालने का प्रयास किया। ज्ञात हो कि सैदपुर में दुर्गामंदिर का निर्माण पांच करोड़ रुपये से अधिक की राशि से कराया गया है।
डीडीसी ने किया बिंद टोली तटबंध का दौरा
तटबंध पर कटाव की सूचना मिलने पर भागलपुर के उपविकास आयुक्त बिंद टोली तटबंध पर पहुंचे। उन्होंने तटबंध पर तत्काल रोशनी और अन्य व्यवस्थाएं करने का निर्देश दिया। तटबंध पर लोगों की भारी भीड़ थी, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो गई थी।
इस्माईलपुर-बिंद टोली में गंगा का जलस्तर स्थिर
इस्माईलपुर-बिंद टोली में गंगा नदी का जलस्तर पिछले 24 घंटे से स्थिर हो गया है। बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल कार्यालय नवगछिया से मिली जानकारी के अनुसार सोमवार की शाम को गंगा नदी का जलस्तर 33.46 मीटर था, जबकि उच्चतम जलस्तर 33.50 मीटर है।
कटाव के बीच लोगों में हड़कंप
नवगछिया अनुमंडल के बिंद टोली गांव में कटाव की स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि लोग अपने सामान और घर बचाने में लगे रहे। गंगा नदी का कटाव इतना तेज था कि लगभग चार-पांच सौ मीटर में बिंद टोली गांव को अपने में समा लिया। जल मीनार, आंगनबाड़ी केंद्र भवन और कई मकान बह गए। कटाव को देखते ही लोग केवल आवश्यक सामान निकालने में सफल हो सके। कई लोगों को अपने चौकी खाना और अन्य सामान छोड़कर भागना पड़ा। इस कटाव के कारण अंचलाधिकारी ने राहत कार्य शुरू करने की बात कही। अनुमंडल पदाधिकारी ने जल संसाधन विभाग से फ्लड फाइटिंग कार्य शुरू करने का निर्देश दिया। लेकिन कटाव की तीव्रता के कारण वहां लोगों की भीड़ ने राहत कार्य में बाधा डाली।
अनुमंडल पदाधिकारी के निर्देश पर एनडीआरएफ की टीम वहां पहुंची और लगभग 30 लोगों को रेस्क्यू किया। एनडीआरएफ के डीएसपी ने बताया कि कटाव की स्थिति को देखते हुए प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने का कार्य किया गया है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। कटाव की तीव्रता इतनी अधिक है कि यदि तटबंध पूरी तरह ध्वस्त हो गया, तो गोपालपुर रंगरा प्रखंड के कई गांव बाढ़ से तबाह हो सकते हैं।
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