Bihar Govt School में बच्चे सीखेंगे पैसा कमाने का हुनर, बिहार के 555 हाई स्कूलों में वोकेशनल कोर्स का टेंडर जारी
Bihar Govt School बिहार के 555 माध्यमिक- उच्च माध्यमिक विद्यालयों में वोकेशनल कोर्स शुरू करने की तैयारी है। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने स्कूलों में वोकेशनल कोर्स के लिए ट्रेनर की नियुक्ति व लैब स्थापित करने के लिए निविदा जारी किया है। प्रत्येक स्कूल में दो ट्रेड की पढ़ाई के लिए 555 स्कूलों में 1110 ट्रेनर नियुक्त होंगे। नवमी से 12वीं तक के बच्चों को वोकेशनल कोर्स का लाभ मिलेगा।

अभिषेक प्रकाश, भागलपुर। Bihar Govt School, Bihar Vocational Education रोजगार परक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए भागलपुर सहित राज्य के 555 माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में वोकेशनल कोर्स की शुरुआत होगी। इसे लेकर बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने प्रत्येक स्कूल में वोकेशनल कोर्स से संबंधित ट्रेडों के लैब की स्थापना और उसके ट्रेनर के लिए निविदा जारी की है। दरअसल नई शिक्षा नीति के तहत वर्ष 2024-25 के बजट में शिक्षा मंत्रालय द्वारा वोकेशनल कोर्स शुरू करने की पहल की गई थी। स्कूलों में यह व्यवस्था बच्चों में स्किल डेवलपमेंट के लिए की जा रही है।
जिला शिक्षा विभाग के तहत प्रत्येक प्रखंड के दो माध्यमिक स्कूलों में इसे खोलने के लिए बजट भेजा गया था, लेकिन जानकारी के मुताबिक इसके तहत दो स्कूलों में इसे खोला जाएगा। वर्तमान समय में पिछले वर्ष माडल स्कूल के तर्ज पर गवर्नमेंट गर्ल्स इंटर स्कूल में ब्यूटीशियन एंड सैलून का कोर्स शुरू किया गया था। इसके लिए लैब की स्थापना और ट्रेनर की नियुक्ति भी कर दी गई है।
इस स्कूल में 25 सीटों पर नामांकन होना है। इससे पहले एसएस बालिका इंटर स्कूल में ब्यूटीशियन कोर्स की पढ़ाई होती थी। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद से जुड़े पदाधिकारी की मानें तो अगर सब कुछ ठीक रहा तो अक्टूबर के दूसरे सप्ताह से संबंधित स्कूलों में इनसे जुड़े लैब स्थापित करने और ट्रेनर भेजने का काम शुरू कर दिया जाएगा। इस कोर्स का लाभ नवमी से 12वीं तक के बच्चों को मिलेगा।
नवीकरणीय ऊर्जा से लेकर पर्यटन तक के व्यावसायिक कोर्स
बिहार शिक्षा परियोजना परिषद (बीईपीसी) ने सरकारी माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में व्यावसायिक शिक्षा की शुरुआत करने का निर्णय लिया है। इसके तहत 11 तरह के कोर्स शुरू किए जाएंगे। इनमें नवीकरणीय ऊर्जा (सौर प्रणाली स्थापना), इलेक्ट्रानिक्स और हार्डवेयर (मरम्मत व असेंबलिंग), दूरसंचार व आइटी- आइटीईएस (इंटरनेट आफ थिंग्स आधारित तकनीशियन व वेब डेवलपर), परिधान, फैशन व होम फर्निशिंग (सिलाई, कढ़ाई व डिजाइनिंग), कृषि-आधारित व्यवसाय (डेयरी, सिंचाई सेवाएं, बागवानी) तथा खुदरा व पर्यटन-आतिथ्य जैसे कोर्स शामिल हैं। छात्रों को इन कोर्सों में व्यावहारिक प्रशिक्षण मिलेगा। इन कोर्सों को पूरा कर छात्र रोजगार और स्व-रोजगार दोनों के अवसरों के लिए तैयार होंगे।
सभी ट्रेड के लैब बनाने को सामान भी कराए जाएंगे उपलब्ध
वोकेशनल कोर्स शुरू किए जाने वाले 555 विद्यालयों में अलग-अलग ट्रैडों के लिए अलग-अलग लैब की स्थापना होगी। इलेक्ट्रानिक्स एंड हार्डवेयर में सोलर पैनल से जुड़े कार्यों के लिए जो लैब बनेंगे उनमें 13 तरह के अलग-अलग सामान उपलब्ध कराये जाएंगे। इसी तरह कंप्यूटिंग से जुड़े कार्यों के लिए 12, एयर कंडीशनर होम अप्लायंस से जुड़े कार्यों के लिए पांच, टेलीकाम आधारित कार्यों के लिए सात, वेब डेवलपर के से जुड़े कार्यों के लिए चार, प्लंबिंग कार्यों के लिए चार व टेक्नीशियन ग्राइंडर जैसे ट्रेडिंग के लिए जो लैब स्थापित होंगे उसके लिए 24 तरह के समान उपलब्ध कराए जाएंगे। इसमें टेलर एवं असिस्टेंट डिजाइनर का प्रशिक्षण देने के लिए 6 मशीनें उपलब्ध कराई जाएंगी। इसी प्रकार आपरेटर के लिए 6 तथा टूरिज्म एवं हास्पिटैबिलिटी के लिए 9 तरह के सामानों के साथ लैब स्थापित किए जाएंगे।
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