Bihar Flood: भागलपुर में विकराल हुई गंगा, कहलगांव में खतरे के निशान से 28 CM ऊपर, नवगछिया में स्थिति नाजुक
Bihar Flood Update News भागलपुर में गंगा विकराल रूप दिखा रही है। कहलगांव में खतरे के निशान से 28 सेंटीमीटर ऊपर बह रही गंगा के कारण दियारा इलाका और दक्षिणी क्षेत्र के सभी चौर जलमग्न हो गए हैं। कई गांवों में भी बाढ़ का पानी फैल गया है। इसे जनमानस को परेशानी उठानी पड़ रही है।

संवाद सूत्र, कहलगांव। Bihar Flood कहलगांव में गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है, जो खतरे के निशान से 28 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच चुका है। पिछले दो घंटों में जलस्तर में एक सेंटीमीटर की वृद्धि देखी गई है। गंगा के साथ-साथ इसकी सहायक नदियां जैसे कुआ, घोघा, गेरूआ और भयाना भी उफान पर हैं। गंगा का दियारा इलाका और दक्षिणी क्षेत्र के सभी चौर जलमग्न हो चुके हैं, जिससे लगभग आधा दर्जन गांव बाढ़ के पानी से घिर गए हैं।
अमापुरा, पकड़तल्ला, बड़ी आमापुर और पक्कीसराय जैसे गांवों में दर्जनों घरों में बाढ़ का पानी दरवाजे तक पहुंच गया है। हालांकि, घर ऊंचे होने के कारण लोग अंदर नहीं जा पा रहे हैं। उच्च माध्यमिक विद्यालय भोलसर त्रिमोहन परिसर में भी बाढ़ का पानी फैल चुका है, लेकिन पठन-पाठन प्रभावित नहीं हुआ है।
कटाव के मुहाने पर स्थित तोफिल और अनठावन गांव बाढ़ से घिर चुके हैं, जिससे चौर और बहियार में लगी फसलें बर्बाद हो गई हैं। किसान फसलों की क्षति को लेकर मायूस हैं। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार, संध्या छह बजे तक गंगा का जलस्तर 31 मीटर 37 सेंटीमीटर हो चुका है, और यह वृद्धि अभी भी जारी है। ग्रामीणों में बाढ़ का भय बढ़ता जा रहा है।
नवनिर्मित तटबंध और स्पर की स्थिति नाजुक
नवगछिया में गंगा नदी के दबाव के कारण गोपालपुर प्रखंड के इस्माईलपुर-बिंद टोली तटबंध के स्पर संख्या नौ के डाउनस्ट्रीम में 55-60 मीटर मिट्टी घंस गई है। हालांकि एनसी में बालू भरी बोरियों से पुनर्स्थापित करने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन पानी का दबाव अधिक होने के कारण कार्य सफल नहीं हो सका है। आसपास के क्षेत्रों में दरारें आने से हड़कंप मच गया है। अब तार की जाली में बालू भरी बोरियों और बांस के बंडल डालकर पुनर्स्थापना का कार्य किया जा रहा है।
दूसरी ओर, कट पाइंट और स्पर संख्या आठ पर कई स्थानों पर बड़े रैन कट होने से नवनिर्मित तटबंध और स्पर की स्थिति नाजुक बनी हुई है। कट पाइंट के समीप मिट्टी धंसने से नदी का दबाव तटबंध पर बढ़ गया है। स्पर संख्या सात और आठ के बीच कटे हुए भाग पर धंसने की सूचना पर हड़कंप मच गया। जल संसाधन विभाग ने फ्लड फाइटिंग कार्य के तहत जीटी फिल्टर बिछाकर बालू भरी बोरियां रखकर मरम्मत की है।
स्पर संख्या सात के डाउनस्ट्रीम में मछली आढ़त से लेकर कट पॉइंट तक तटबंध की स्थिति दयनीय है। बीरनगर बुद्धूचक के ग्रामीणों का कहना है कि आढ़त के पास पानी का वेग अत्यधिक है, जिससे स्थिति गंभीर हो सकती है। बीरनगर में स्व बिजली ठाकुर के घर के सामने बोल्डर क्रेटिंग धंस गया है। ग्रामीणों ने इसकी जानकारी रविवार को कैंप कार्यालय में दी, लेकिन मरम्मत का कार्य अभी तक शुरू नहीं हो सका है।
कट पॉइंट पर प्रोटेक्शन कार्य न होने से स्थिति नाजुक बनी हुई है। गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि जारी रहने के कारण पिछले वर्ष जैसी स्थिति उत्पन्न होने की आशंका है। नवगछिया के कार्यपालक अभियंता ई. गौतम कुमार ने बताया कि कंट्री साइड में नई भरावट के कारण मिट्टी धीरे-धीरे सिपेज हो रही थी, जिसकी जानकारी मिलते ही मरम्मत कराई गई।
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