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    Bihar Flood: उफनती गंगा का सुरक्षा तटबंध खतरे में... भागलपुर के नवगछिया में भीषण कटाव; पहुंची FLOOD FIGHTING TEAM

    Updated: Mon, 28 Jul 2025 01:45 AM (IST)

    Bihar Flood भागलपुर के नवगछिया में भीषण कटाव से गंगा तटबंध की सुरक्षा पर संकट खड़ा हो गया है। गोपालपुर प्रखंड के इस्माईलपुर-बिंद टोली तटबंध पर स्पर संख्या नौ में रविवार की देर शाम भीषण कटाव हुआ। जल संसाधन विभाग ने डाउनस्ट्रीम में लगभग 70-75 मीटर में कटाव की सूचना दी है।

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    Bihar Flood: भागलपुर के नवगछिया में भीषण कटाव से गंगा तटबंध की सुरक्षा पर संकट खड़ा हो गया है।

    संवाद सूत्र, नवगछिया। Bihar Flood Alert भागलपुर के नवगछिया अनुमंडल के गोपालपुर प्रखंड अंतर्गत इस्माईलपुर-बिंद टोली तटबंध पर स्पर संख्या नौ में गंगा नदी के जलस्तर में कमी आने के बाद रविवार की देर शाम भीषण कटाव हुआ। इस कटाव के कारण अफरा-तफरी मच गई। जल संसाधन विभाग में हड़कंप मच गया, जब डाउनस्ट्रीम में लगभग 70-75 मीटर में कटाव की सूचना मिली। मौके पर पहुंचे कनीय अभियंता रविंद्र कुमार और सहायक अभियंता अमितेश कुमार ने कटाव रोकने का प्रयास किया और वरीय अधिकारियों को सूचित किया।

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    जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता गौतम कुमार ने भी मौके पर पहुंचकर फ्लड फाइटिंग के तहत तत्काल एनसी बॉडी गिराने का निर्देश दिया। हालांकि, रात में कार्य करने में कठिनाई आ रही थी। उल्लेखनीय है कि एभरग्रीन कंपनी द्वारा स्पर संख्या नौ में 145 मीटर बोल्डर क्रेटिंग का कार्य छह करोड़ रुपये से अधिक की लागत से किया गया था, जो 30 जून तक पूरा हुआ था। लेकिन गंगा के जलस्तर में वृद्धि के कारण यह कार्य मात्र 27 दिनों में ध्वस्त हो गया।

    ग्रामीणों ने कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। उनका कहना है कि जल संसाधन विभाग की क्वालिटी कंट्रोल टीम केवल खानापूर्ति करती है, जिससे ठेकेदार घटिया कार्य कर सरकारी राशि का दुरुपयोग करते हैं। कटाव स्थल पर कार्यपालक अभियंता ने बताया कि फ्लड फाइटिंग कार्य जल्द ही तेजी से शुरू किया जाएगा, जबकि गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से एक मीटर ऊपर बह रहा है।

    गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 9 सेंटीमीटर नीचे

    कहलगांव में गंगा का जलस्तर लगातार घट रहा है और यह खतरे के निशान से 9 सेंटीमीटर नीचे पहुँच चुका है। हालांकि, यह चेतावनी स्तर से 92 सेंटीमीटर ऊपर है। गंगा के साथ-साथ सहायक नदियों जैसे कुआ, घोघा, गेरूआ और भयाना का जलस्तर भी कम हो रहा है। चौर और अन्य क्षेत्रों में फैली बाढ़ का पानी तेजी से निकलने लगा है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार, रात आठ बजे तक गंगा का जलस्तर 31 मीटर हो गया है, जो खतरे के निशान से 9 सेंटीमीटर नीचे है।

    यहां जलस्तर प्रति घंटा एक सेंटीमीटर घट रहा है। गंगा के जलस्तर में कमी के साथ कटाव की गति कभी तेज तो कभी धीमी हो जाती है। तोफिल महंत बाबा स्थान और अनठावन गांव में कटाव की गति धीमी है। मुखिया प्रतिनिधि संजय मंडल ने बताया कि उपजाऊ जमीन कट रही है और किसान मक्का एवं अन्य फसलों के पौधों को काटकर मवेशियों को खिला रहे हैं। जलस्तर और कम होने पर कटाव की गति तेज हो जाएगी।