भीषण गर्मी के बीच बिहार के अधिकांश जिले बिजली कटौती का सामना कर रहे हैं। भागलपुर की बात करें तो यहां करीब सात से आठ घंटे की बड़ी बिजली कटौती देखी जा रही है। गुरुवार को आपूर्ति लाइन में खराबी के कारण पूर्वी शहर में सात घंटे बिजली ठप्प रही। विभाग के निर्देशों के बावजूद स्थानीय स्तर पर लचर व्यवस्था के कारण ऐसी समस्या खड़ी हो रही है।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। बिजली संकट ने उमस भरी गर्मी में गुरुवार को भागलपुर शहर के लोगों का गुरुवार को लोगों का पसीना छुड़ा दिया। आपूर्ति लाइन में खराबी के कारण पूर्वी शहर में सात घंटे बिजली ठप्प रही। विभाग के वरीय निर्देशों के बावजूद, स्थानीय स्तर पर लचर व्यवस्था के कारण यह समस्या खड़ी हो रही है।
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दिनभर एसएलडीसी से पर्याप्त मिलने के बाद भी जीरेमाइल से लेकर मायागंज तक के 75 हजार से अधिक लोगों को बिजली संकट का सामना करना पड़ा। बिजली संकट झेल रहे लोगों के सब्र टूट सकता है। उनका गुस्सा कभी भी फूट सकता है।
दोपहर ढाई बजे बरारी, सेंट्रल जेल, मेडिकल कालेज एवं मायागंज उपकेंद्र को जाने वाली हाइटेंशन तार (33 हजार वोल्ट) की लाइन में खराबी आने से ब्रेकडाउन हो गया। सूचना मिलने के बाद भी त्वरित कार्रवाई नहीं हो सकी। फाल्ट को ठीक करने में चार घंटे से अधिक देर लगा।
फाल्ट को ठीक करने पर सात बजे के बाद एक-एक फीडर को चालू कर बिजली आपूर्ति की गई। इसके बाद एसएलडीसी से आवंटन में 30 मेटावाट की कटौती कर दी गई। और इसका सीधा असर दूसरी जगहों से ज्यादा पूर्वी शहर की आपूर्ति पर पड़ा। उक्त उपकेंद्रों के फीडरों को लोड शेडिंग पर रख दिया गया। इस तरह से पूर्वी शहर को सात घंटे बिजली ठप रही।
इधर, लंबी कटौती के बाद भी बिजली चालू होने पर ओवरलोड की समस्या रही और इसके चलते दो दर्जन क्षेत्रों में फेज उड़ गया।
शिकायत के घंटों बाद कई इलाकों में कई जगहों में रात साढ़े नौ बजे तक फेज नहीं बन सका था। इसकी वजह से इन इलाकों में पानी के लिए हाहाकार मचा रहा।
वहीं, मुंदीचक, भीखनपुर,नयाटोला, डिक्शन रोड सहित भीखनपुर उपकेंद्र से जुड़े दो दर्जन मोहल्लों के लोग ट्रिपिंग से परेशान रहे। हर पांच मिनट बाद बिजली आती जाती रही।
एसएलडीसी आवंटन में 30 मेगावाट में कटौती ने बढ़ाई परेशानी
एसएलडीसी से 30 मेगावाट कटौती कर फुललोड 80 मेगावाट की जगह 50 मेगावाट आपूर्ति करने से बिजली संकट गहरा गया। पूरे शहर को एक साथ बिजली नहीं मिली। लोडशेडिंग की स्थित उत्पन्न हो गई। एक फीडर चालू रहा तो दूसरा बंद रखा गया। फीडरवार रोटेशन पर बिजली आपूर्ति की गई।
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