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    भागलपुर में 4000 से अधिक गाड़ियों को नहीं मिला फिटनेस सर्टिफिकेट, चुनाव में होगी परेशानी

    Updated: Mon, 13 Oct 2025 11:57 AM (IST)

    भागलपुर में चार हजार से अधिक वाहन फिटनेस प्रमाण पत्र का इंतजार कर रहे हैं, जिससे चुनाव कार्य प्रभावित हो सकता है। फिटनेस सेंटर बंद होने के कारण वाहन मालिकों को परेशानी हो रही है। परिवहन विभाग की चिंता है कि अनफिट गाड़ियों के इस्तेमाल से दुर्घटना होने पर जिम्मेदारी कौन लेगा। बिहार ट्रक ऑनर एसोसिएशन ने परिवहन कार्यालय से फिटनेस सर्टिफिकेट जारी करने की मांग की है।

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    प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर। (जागरण)

    जागरण संवाददाता, भागलपुर। कई मतदान कर्मी इस साल अनफिट गाड़ियों पर सवार होकर मतदान कराने जाएंगे। जिले में चार हजार से अधिक ऐसे वाहन हैं, जिन्हें फिटनेस का इंतजार है।

    पिछले दो-तीन महीने के दौरान जिन वाहनों का फिटनेस फेल हो गया है, उन वाहनों को फिटनेस नहीं मिल पाया है। न तो प्राइवेट स्तर पर वाहनों को फिटनेस मिल रहा है और न ही जिला परिवहन कार्यालय में।

    चुनाव कार्य को लेकर जिला परिवहन कार्यालय की ओर से वाहन मालिकों को नोटिस किया जा रहा है। जिन वाहनों का फिटनेस फेल हो गया है, उनके मालिक परेशान हैं।

    सोमवार को ट्रक ऑनर एसोसिएशन व बस मालिक एसोसिएशन की बैठक जिला परिवहन कार्यालय में होनी है। इसके बाद वाहनों के मालिक जिलाधिकारी से मिलकर अपनी बात रखने वाले हैं। कहा जा रहा है कि अनफिट गाड़ियों पर सवार होकर मतदान कर्मी अगर चुनाव कराने जाते हैं और खुदा न खास्ते कोई घटना-दुर्घटना घट जाती है तो जिम्मेदारी कौन लेगा।

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    गाड़ी पर सवार लोगों को बीमा का पैसा कैसे मिलेगा? इस डर के कारण परिवहन विभाग ऐसी गाड़ियों को लेना नहीं चाह रही है। अगर ऐसी गाड़ियों को नहीं लिया गया तो चुनाव कार्य में गाड़ियों की संख्या कम पड़ सकती है।

    परिवहन विभाग के अधिकारियों के अनुसार फिटनेस का कार्य मुख्यालय के स्तर से ही पिछले दो-तीन महीने से बंद है। इसको लेकर लगातार मुख्यालय को विभिन्न स्तर से पत्राचार किया जा रहा है।

    नवगछिया स्थित फिटनेस सेंटर (मेसर्स बीके कंस्ट्रक्शन फिटनेस सेंटर) बंद है। नियमों के अनुसार किसी भी वाहन का फिटनेस प्रमाणपत्र केवल निर्धारित शुल्क जमा करने तथा आवश्यक परीक्षणों (ब्रेक टेस्ट, पॉल्यूशन टेस्ट, सस्पेंशन, लाइटिंग आदि) के उपरांत निर्गत किया जाता है।

    मेसर्स बीके कंस्ट्रक्शन फिटनेस सेंटर बंद होने के बाद परिवहन कार्यालय में फिटनेस सेंटर शुरू करने की बात थी, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया है। इसके कारण गाड़ी मालिकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

    बिहार ट्रक ऑनर एसोसिएशन ने मांग की है कि पहले की तरह परिवहन कार्यालय से ही फिटनेस सर्टिफिकेट दिया जाए। मोटर यान निरीक्षक एसएन मिश्रा ने बताया कि अभी फिटनेस का कार्य बंद है। मुख्यालय के स्तर से आदेश आने के बाद ही आगे कुछ कहा जा सकता है।