Bihar Chunav: भागलपुर में बुजुर्गों को चढ़ा राजनीतिक बुखार, योगा छोड़ कर रहे चुनावी चर्चा
भागलपुर में बिहार चुनाव की सरगर्मी तेज है। योगा करने वाले बुजुर्ग भी अब चुनावी चर्चा में व्यस्त हैं, राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों पर बात कर रहे हैं। युवा भी सोशल मीडिया पर सक्रिय हैं। चुनाव आयोग मतदाताओं को जागरूक करने के लिए कार्यक्रम चला रहा है, ताकि अधिक से अधिक लोग मतदान करें।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। लोकतंत्र के उत्सव में अब हर कोई खुद को रंगा हुआ पा रहा है। कार्यालय हो या खेल का मैदान हर जगह केवल चुनाव की बातें हो रही है। सुबह सुबह सैंडिस कंपाउंड एवं नाथनगर चर्च मैदान में इन दिनों सेहत की बातों के साथ साथ चुनावी चर्चा हो रहा है।
कदम ताल करने में भले लोगों की सांसे फूल जाए लेकिन चुनावी बात पर कोई असर नहीं हो रहा है। खास कर बुजुर्ग मतदाताओं में चुनावी चर्चा की ऐसी चाहत दिखती है। कदम जब थक जाता है तो ये लोग एक साथ बैठ कर चर्चा का आनंद ले रहे है।
कोई सत्ता का समर्थक तो कोई विरोधी का
कल तक जो बुजुर्ग एक दूसरे की बातों का समर्थन करते थे। आज राजनीति की बातों में एक दूसरे का विरोधी बने है। हालांकि इनका विरोध केवल राजनीतिक बातों पर होता है आपसी संबंध पर कोई असर नहीं हो रहा है। इस बीच एक बुजुर्ग कहते है अभी की राज्य सरकार बेहतर है।
चुनाव से पहले लेकिन काम तो कर गयी। हर किसी को खुश कर दिया। इस बात का विरोध दूसरे बुजुर्ग करते है। इनका कहना हुआ अगर यही काम करना था तो एक साल पहले कर देते । इस तरह का काम राजनीति में फायदा उठाने के लिए किया गया है। अब लोग जागरूक हो चुके है, वो जानती है कि राजनीति में क्या क्या होता है।
इस बीच तीसरे ने कहा विरोधी दल के नेता प्रत्येक घर के एक सदस्य को नौकरी देने वाले है। इनके कारण ही सरकार को लगातार घोषणा करना पड़ा। इस पर चौथे ने कहा नौकरी देने के बदले जिस पार्टी का मुखिया मुकदमा के फेर में फंसे है। वो नौकरी देने की बात कर रहे है तो आगे क्या होगा समझा जा सकता है, हमें नवयुवक के लिए बिहार में नौकरी चाहिए।
पलायन रोकने के लिए किसके पास क्या रणनीति है यह बताएं। अपराध पर अंकुश लगे इस पर क्या प्लान है यह सभी राजनीतिक दल बताएं। चर्चा लंबी है इस बीच एक बुजुर्ग कहते है चलो चर्चा को विराम कुछ देर के लिए देते है और अलोम विलोम कर लेते है।
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