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    बिहार: जिप सदस्य, पंचायत समिति और मुखिया के कार्यों का हुआ बंटवारा, जानें किसके पास क्या जिम्मेदारी?

    By Shivam BajpaiEdited By:
    Updated: Wed, 15 Jun 2022 09:03 PM (IST)

    बिहार में जिप सदस्य पंचायत समिती और मुखिया के कार्यों का बंटवारा कर दिया गया है। अब मुखिया जी के ऊपर शौचालय सहित तमाम जिम्मेदारियों होंगी तो वहीं स्वास्थ्य की जिम्मेदारी जिप सदस्यों पर होगी। विकास कार्यों को गति प्रदान करने के लिए सरकार ने ऐसा फैसला लिया है।

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    बिहार में मुखिया के क्या काम होंगे, पढ़ें पूरी खबर...

    संवाद सूत्र, मधेपुरा : पंचायतों के विकास को अंजाम तक पहुंचाने के लिए सरकार ने पंचायत प्रतिनिधियों के बीच कार्यों का बंटवारा कर दिया गया है। जिला परिषद सदस्य, पंचायत समिति सदस्य व मुखिया को अलग-अलग कार्य करने की जवाबदेही दी गई है। इन पंचायत प्रतिनिधियों को कितने प्रतिशत राशि खर्च करनी है, इसे लेकर भी गाइडलाइन जारी कर दिया गया है। ग्राम पंचायतों में विकास कार्य कराने के लिए मुखिया को विकास कार्ययोजना अपलोड करना अनिवार्य है।

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    जिन पंचायत के मुखिया अब तक अपनी कार्ययोजना अपलोड नहीं किए हैं, उन्हें जल्द से जल्द कार्ययोजना भेजना होगा। सरकार की 15 वें वित्त आयोग की अनुशंसा के अनुसार आयोग द्वारा अनुशंसित अनुदान की राशि प्रत्येक वर्ष जून व अक्टूबर में दो किश्तों में विमुक्त किया जाएगा।

    मुखिया पर नाला सहित शौचालय बनाने की होगी जिम्मेदारी

    पंचायती राज विभाग की माने तो मुखिया के जिम्मे कई काम अब होंगे। अनटायड मद में कुल राशि की 40 प्रतिशत राशि से मुखिया अपने पंचायत में विकास कार्य कराएंगे। सोलर स्ट्रीट लाइट, उद्यान में खुले जिम की व्यवस्था, बस स्टैंड, आटो स्टैंड, खेल का मैदान, यात्री शेड का निर्माण, सामुदायिक भवन का निर्माण, आंगनबाड़ी केंद्रों में सुविधाओं का विकास, शवदाह गृह व विद्युत शवदाह गृह के निर्माण व देखरेख का जिम्मा मुखिया को सौंपा गया है।

    इसके साथ ही टायड मद से 30 प्रतिशत राशि से स्वच्छता व पंचायत को शौचमुक्त रखा जाएगा। पेयजल आपूर्ति, वर्षा जल संचयन व वाटर रिसाइक्लिंग, मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना को पूरा करने और इसके रखरखाव करने, सार्वजनिक कुआं के जीर्णाेद्धार व छठ घाटों का निर्माण होगा।

    पंचायत समिति के हाथ होगा कृषि का विकास

    पंचायत के कृषि कार्याे में पंचायत समिति सदस्य का योगदान होगा। पंचायत समिति सदस्य अनटायड मद से कई काम करा सकेंगे। इनके जिम्मे खेल के मैदान का निर्माण होगा। उद्यान व खुले जिम की व्यवस्था होगी। शवदाह गृह व विद्युत शवदाह गृह, टायड मद से सामुदायिक शौचालय का निर्माण व नालों का निर्माण कराएंगे। इसके साथ ही टायड मद से सिंचाई क्षमता में वृद्धि के लिए चेक डैम, आहर, पाइन का निर्माण, जल संसाधन विभाग व लघु जल संसाधन विभाग से समन्वय कर नदी के पुरानी धार का पुर्नस्थापन कार्य किया जाएगा। एक से तीन हेक्टेयर के जल संग्रहण क्षेत्रों का जीर्णाेद्धार व निर्माण, छठ घाटों का निर्माण किया जाएगा।

    अस्पताल पर रहेगी जिला परिषद सदस्य की नजर

    जिला परिषद की जमीन का सीमांकन और चहारदीवारी का निर्माण, जिला परिषद अस्पताल की व्यवस्था, सैरातों का विकास, आयोत्पादक परिसंपत्तियों का निर्माण, शवदाह गृह व विद्युत शवदाह गृह का निर्माण, ग्रामीण क्षेत्रों में बस स्टैंड, आटो स्टैंड, यात्री शेड का निर्माण अनटायड मद से किया जाएगा। वहीं टायड मद से सामुदायिक शौचालय का निर्माण, चेक डैम, आहर, पाइन का निर्माण, पक्की नाली के रास्ते हर खेत तक सिंचाई का पानी उपलब्ध कराए जाने के लिए नाला का निर्माण, एक से पांच हेक्टेयर तक के जल संग्रहण क्षेत्रों का जीर्णाेद्दार व निर्माण किया जाएगा।

    मनोहर कुमार साहू ने कहा, 'सरकार की मंशा है कि महत्वकांक्षी योजनाएं जन-जन तक पहुंचे। इसके लिए टीम वर्क की जरूरत है। जिसको लेकर सरकार ने पंचायत के विकास कार्यों को तीन हिस्सो में विभक्त कर दिया है। ताकि कार्य सही व गुणवत्तापूर्ण समय पर हो सके।'