Pakistani Women in Bhagalpur: पाकिस्तानी महिला इमराना भागलपुर में अपने घर पर मौजूद... सबको मिलती है, बस पुलिस को नहीं मिलती; SSP ने कही ये बात
Pakistani Women in Bhagalpur पाकिस्तानी महिला इमराना खानम के बिहार के भागलपुर में रहने की जानकारी सामने आने के बाद पूरे देश में हंगामा मचा है। वह भागलपुर में अपने घर पर ही मौजूद हैं बावजूद बिहार पुलिस को वह नहीं मिल रही है। सरकारी शिक्षिका की नौकरी करने वाली इमराना ने कहा कि अभी बीमार हूं इसलिए स्कूल नहीं जा पा रही। एसएसपी ने जांच के आदेश दिए हैं।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। Pakistani Women in Bhagalpur भले ही जिला प्रशासन की जांच में पाया गया कि इमराना खानम उर्फ इमराना खातून पाकिस्तानी महिला है। पूरे देश में इस पर हंगामा मचा है, सवाल उठ रहे हैं कि कैसे कोई पाकिस्तानी भारत में वोट दे रही। सरकारी नौकरी कर रही। लेकिन, आश्चर्य है कि बिहार पुलिस को इमराना ढ़ूंढ़ने पर भी नहीं मिल रही।
पुलिस महिला को लगातार तलाश रही है, सोमवार को भी स्पेशल ब्रांच और इशाकचक थाना की पुलिस उस स्कूल में इमराना को तलाशने पहुंची जहां वह पढ़ाती थी। यहां उसके हाथ पूर्व की तरह कुछ नहीं आया, पहले की तरह रेकार्ड में आ गया कि इमराना आज भी नहीं मिली। यहां सबसे बड़ा सवाल यह है कि पुलिस को भले इमाराना नहीं मिल रही हो, लेकिन दैनिक जागरण और अन्य पत्रकारों को इमराना अपने घर पर ही मिल गईं। सोमवार को भागलपुर के इशाकचक में इमराना अपने घर में ही मौजूद थीं। बिस्तर पर लेटीं इमराना ने बताया कि बीमार हूं। इस कारण से स्कूल नहीं जा पा रही।
पुलिस की तलाश पर यह बड़ा सवाल है। चौंकाने वाली बात यह कि वर्ष 2022 से ही पुलिस को पता है कि इमराना खानम पाकिस्तानी है और वह सरकारी स्कूल में शिक्षिका है। बावजूद अब तक कोई ठोस कार्रवाई पुलिस की ओर से नहीं की गई। शिक्षा विभाग से भी कोई पत्राचार नहीं किया गया ताकि उसके वेतन-भत्ते आदि पर रोक लग सके। अब अखबारों में खबर छपने के बाद शिक्षा विभाग भी हरकत में आया है। जिला शिक्षा पदाधिकारी राजकुमार शर्मा ने बताया कि नगर निगम के विद्यालय अवर निरीक्षक को मामले की जांच के निर्देश दिए गए हैं।
इमराना के पति को सम्मानित कर चुके हैं राष्ट्रपति कलाम
इमराना के पति इबनुल हसन का शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा नाम था। शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर योगदान के लिए 2006 में तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम से उन्हें राष्ट्रपति पुरस्कार मिला था। इबनुल का निधन 2018 में हो गया। स्थानीय निवासियों के अनुसार इमराना इबनुल की दूसरी पत्नी थीं। इमराना की कोई औलाद नहीं है। जिस बीएलओ पर इमराना आरोप लगा रहीं, उसके पति की नौकरी इबनुल की मदद से ही लगी थी। वर्तमान में वह शाहकुंड में शिक्षक हैं।
घर में रहने वाली BLO पर लगाए गंभीर आरोप
अपने घर में पत्रकारों से बात करते हुए इमराना ने बताया, आज मुझे स्कूल जाना था लेकिन तबीयत खराब होने के कारण फिर मेडिकल लीव के लिए अप्लाई किया है। बताया, मैं हृदय रोग से ग्रसित हूं। आए दिन तबीयत खराब रहती है। पाकिस्तानी होने की बात खारिज करते हुए उन्होंने कहा, वह भारत में ही जन्मी हैं। जन्म कब हुआ यह ठीक से याद नहीं। माता-पिता के निधन के बाद भीखनपुर में ही रहने वाली उनकी खाला गोशिया खानम ने उनका पालन पोषण किया है। उन्होंने दावा किया कि मुझे पाकिस्तानी होने के विवाद में बूथ लेवल आफिसर फरजाना खातून ने घसीटा है। वह मेरी जमीन पर ही मेरे घर में 40 वर्षों से किराए पर रह रही है। पहले वह किराया देती थी, लेकिन अब वह किराया भी नहीं देती है।
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शिक्षा विभाग में इमराना खातून की जन्मतिथि 2 मार्च 1966
इमराना के विदेशी पासपोर्ट नंबर 981093/1956 के अनुसार उनका जन्म जनवरी 1956 में हुआ है। इसमें इस बात का जिक्र है कि इमराना खानम नाम की महिला 3 साल के वीजा पर पाकिस्तान से भारत आईं। लेकिन, शिक्षा विभाग की रिपोर्ट में इमराना खातून की जन्मतिथि 2 मार्च 1966 अंकित है। सवाल है कि कोई महिला जन्म से पहले भारत पहुंच गई। अंदेशा है कि दूसरे पहचान पत्र बनाते हुए तारीख बदल दिया गया।
पाकिस्तानी महिला प्रकरण की जांच को डीएसपी को आदेश दिया गया है। जांच के आधार पर जो भी रिपोर्ट आएगी उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।-हृदयकांत, एसएसपी भागलपुर।
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