BPSC Teacher: गजब किए गुरु जी! नौकरी ज्वाइन कर हो गए लापता, शिक्षा विभाग करेगा कार्रवाई; वेतन बंद
बीपीएससी शिक्षक भर्ती परीक्षा पास करने के बाद भी बिना सूचना के लापता रहने वाले शिक्षकों पर अब कार्रवाई होगी। भागलपुर जिले में ऐसे 16 शिक्षकों की पहचान की गई है जिनका वेतन बंद कर दिया गया है और सेवा समाप्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इन शिक्षकों में से कुछ पहले चरण की परीक्षा से हैं जबकि कुछ दूसरे चरण से हैं।

अभिषेक प्रकाश, भागलपुर। बीपीएससी शिक्षक (BPSC Teacher) भर्ती परीक्षा के दोनों चरणों से बहाल हुए ऐसे शिक्षक जो बिना सूचना के लापता हैं, अब उनपर कार्रवाई होगी। विभाग ने जिले में ऐसे 16 गुरुजी को चिह्नित किया है। शिक्षा विभाग इनकी सेवा समाप्त भी कर सकता है। इसी तरह की लापरवाही की वजह से पूर्व में बीपीएससी शिक्षिका नीलू सिंह की सेवा समाप्त की जा चुकी है।
विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, चिह्नित किए गए 16 शिक्षकों में शिक्षक भर्ती परीक्षा के पहले चरण से 10 शिक्षक हैं, जबकि दूसरे चरण से छह शिक्षक हैं। यह ऐसे शिक्षक हैं जो लंबे समय से बिना सूचना के गायब हैं। विभाग ने इनका वेतन बंद कर दिया है।
बताया गया कि ये शिक्षक नवगछिया, कहलगांव, पीरपैंती, शाहकुंड, गोपालपुर, बिहपुर, सुल्तानगंज आदि प्रखंडों के हैं। लापता रहने वाले शिक्षकों की संख्या अभी बढ़ भी सकती है। जिला शिक्षा विभाग ने लंबे समय से लापता शिक्षकों की सूची उपलब्ध कराने का प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिया है। इन पर अभी विभागीय कार्रवाई शुरू हुई है। सारी प्रक्रिया पूरी होने के बाद इनकी नियुक्ति को रद करते हुए इनकी सेवा समाप्त कर दी जाएगी।
कहलगांव प्रखंड के बुद्धूचक स्थित स्कूल की शिक्षिका पर हो चुकी है कार्रवाई
लंबे समय से बिना सूचना के गायब चल रही शिक्षिका नीलू सिंह की सेवा समाप्त की जा चुकी है। हाई स्कूल बुद्धूचक के प्रधानाध्यापक मोहम्मद सदाकत हुसैन ने बताया कि मेरे आने से पहले से ही शिक्षिका नीलू सिंह स्कूल नहीं रही थीं। जैसा यहां के शिक्षक बताते हैं कि नियुक्ति होने के बाद सिर्फ दो से तीन दिन ही शिक्षिका नीलू सिंह विद्यालय आई थीं। उसके बाद एक साल से वह गायब हैं। वो कहां हैं इसकी सूचना उनके माध्यम से न तो स्कूल और ना ही जिला शिक्षा विभाग को दी गई है। जिला शिक्षा विभाग की स्थापना शाखा से मिली जानकारी के मुताबिक नीलू सिंह की सेवा समाप्त कर रिपोर्ट विभाग को भेज दी गई है।
बिना त्यागपत्र दिए दूसरे जगह नौकरी संभव नहीं
जिला शिक्षा विभाग से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि बिना त्यागपत्र दिए हुए दूसरे जगह नौकरी करना संभव नहीं है। जो शिक्षक दूसरे जगह नौकरी कर रहे थे उन्होंने शिक्षक बनने के बाद वहां त्यागपत्र देने के बाद नो आब्जेक्शन सर्टिफिकेट लेकर यहां जमा कया था। जिसके बाद ही उन्हें नियुक्ति पत्र दिया गया था। अब ऐसे में कोई शिक्षक की दूसरी नौकरी हुई तो उन्हें यहां त्यागपत्र देकर नो आब्जेक्शन सर्टिफिकेट लेना होगा। तभी वह दूसरी जगह नौकरी कर सकेंगे।
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