Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Bhagalpur Hansdiha Bridge Project: भूमि अधिग्रहण में फंसी भागलपुर-हंसडीहा पुल परियोजना, निर्माण में देरी

    Updated: Tue, 25 Nov 2025 08:21 PM (IST)

    भागलपुर से झारखंड जाने वाले हंसडीहा मार्ग पर सुखनिया नदी पर बनने वाले पुल का काम भू-अर्जन में फंस गया है। 28.13 करोड़ की लागत वाली इस परियोजना में चयनित एजेंसी को अभी और इंतजार करना होगा। भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है, जिससे छठ के बाद शुरू होने वाली निर्माण योजना अधर में लटक गई है। नया पुल बनने से यातायात सुगम होगा और भागलपुर से झारखंड का सफर आसान हो जाएगा।

    Hero Image

    भूमि अधिग्रहण में फंसी भागलपुर-हंसडीहा पुल परियोजना (प्रतीकात्मक तस्वीर)

    जागरण संवाददाता, भागलपुर। 28.13 करोड़ की राशि से भागलपुर से झारखंड जाने वाली हंसडीहा मुख्य मार्ग में सुखनिया नदी पर पुल बनाने वाली एजेंसी का चयन के बावजूद परियोजना भू-अर्जन में फंस गया है। तीन माह पहले चयनित एजेंसी को पुल निर्माण कार्य शुरू करने के तीन-चार माह और इंतजार करना पड़ेगा, जबकि छठ के बाद निर्माण शुरू करने की योजना थी, लेकिन जमीन अधिग्रहण नहीं होने के कारण काम शुरू नहीं किया जा सका।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया ही चल रही है। भू-अर्जन नहीं होने की वजह से मामला फिलहाल फंस गया है। एनएच के सहायक अभियंता ने बताया कि भू-अर्जन की प्रक्रिया चल रही है। फरवरी तक कार्रवाई पूरी होने की उम्मीद है।

    इधर, इस परियोजना से न केवल कनेक्टिविटी मजबूत होगी, बल्कि यातायात का दबाव भी कम होगा। पुल निर्माण का जिम्मा रांची की राजवीर कंस्ट्रक्शन कंपनी को सौंपा गया है।

    एनएच विभाग के अधिकारियों की देखरेख में राजवीर कंस्ट्रक्शन को दो साल के अंदर काम पूरा करना है। पुल 370 मीटर लंबा और 20 मीटर चौड़ा होगा। इसमें कुल छह पिलर होंगे। जिनकी दूरी 30-30 मीटर पर होगी। नदी के बीच पुल का हिस्सा 150 मीटर का होगा।

    अप्रोच रोड की लंबाई भागलपुर की ओर 147 मीटर और भेलजोर की ओर 223 मीटर होगी। इस समय सुखनिया नदी पर करीब 65 साल पुराना जर्जर पुल है। जिस पर रोजाना 25 से 30 हजार वाहन गुजरते हैं। इनमें ट्रक, बस और अन्य भारी वाहन भी शामिल हैं।

    पुल की क्षमता से अधिक दबाव होने के कारण जाम की समस्या आम हो गई है।आए दिन हादसों का खतरा भी बना रहता है। नए फोरलेन पुल के बन जाने से न सिर्फ जाम से राहत मिलेगी बल्कि भागलपुर से झारखंड तक का सफर भी काफी आसान और सुरक्षित हो जाएगा।