Bhagalpur News: भागलपुर शहर में दिनभर रेंगती रहीं गाड़ियां, 100 मीटर का सफर 15 मिनट में
भागलपुर शहर में सोमवार को तीज पर्व के कारण भयंकर जाम लगा रहा। मुख्य सड़कों पर गाड़ियां रेंगती रहीं जिससे लोगों को काफी परेशानी हुई। सबसे ज्यादा जाम तिलकामांझी चौक पर लगा जहाँ पैदल चलने वालों के लिए भी जगह नहीं थी। ट्रैफिक पुलिस की लापरवाही के कारण स्थिति और भी खराब हो गई। पर्व के कारण खरीदारी के लिए उमड़ी भीड़ भी जाम का एक बड़ा कारण थी।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। सोमवार को शहर में दिनभर जाम लगा रहा। सड़कों पर दिनभर गाड़ियां रेंगती रहीं। स्थिति यह थी कि 100 मीटर की दूरी तय करने में 10 से 15 मिनट का समय लग रहा था। पटलबाबू रोड, कचहरी चौक से घंटाघर, कचहरी चौक से तिलकामांझी, जेल रोड, बरारी रोड, मेडिकल कॉलेज रोड में भीषण जाम लगा रहा।
करीब एक घंटे के लिए गाड़ियां अपनी जगह से हिली तक नहीं। इसके बाद किसी तरह गाड़ियां आगे खिसकती तो एक कदम आगे बढ़ने पर ब्रेक लगाना पड़ रहा था। जेल और बरारी रोड में एंबुलेंस तक फंसी रही। जाम का दोपहर करीब 12 बजे शुरू हुआ और रात नौ बजे तक चलता रहा।
तिलकामांझी चौक, जेल रोड, बरारी रोड, मेडिकल कॉलेज रोड पर तो शाम छह बजे से रात आठ बजे तक जाम के कारण गाड़ियां रेंगती हुईं आगे निकल रही थीं। इसका मुख्य कारण तिलकामांझी चौक पर चारों दिशाओं से जाम लगना था। पैदल चलने वालों को भी जगह नहीं मिल रही थी। जाम हटाने के लिए कहीं भी पुलिस नजर नहीं आई। जिन जवानों की ड्यूटी लगी थी, जाम हटाने के बजाय ड्यूटी पूरा होते ही चलते बने।
खरीदारी की वजह से मुख्य बाजार में काफी भीड़
पर्व की सामग्री से कपड़ों की खरीदारी को लेकर मुख्य बाजार में काफी भीड़ थी। वाहनों का दवाब बढ़ने से खलीफाबाग चौक से कोतवाली, डीएन सिंह रोड, सुजागंज बाजार, स्टेशन रोड, लोहिया पुल, मालगोदाम डिक्शन रोड, सहित कई चौक-चौराहों पर भी जाम लगा रहा। इन सड़कों पर भी दिनभर लोग जाम से जूझते रहे।
क्यों बनी जाम की स्थिति?
दरअसल, तीज और चोरचन पर्व की खरीदारी को लेकर शहर में वाहनों का दवाब बढ़ा तो पूरे शहर में ट्रैफिक व्यवस्था चरमरा गई। सड़कों पर बेतरतीब तरीके से वाहनों की पार्किंग की जा रही थी। टोटो व आटो चालक सड़कों पर जहां-तहां रोककर सवारी चढ़ाने और उतारने का काम रहे थे। इस वजके कारण यातायात प्रभावित हो गया। जाम लग गया।
उसपर आगे निकलने की जल्दबाजी में ओवरटेक के कारण गाड़ियों की पांच-छह लाइनें बन रही थी। इससे दोनों ओर का रास्ता ब्लाक हो गया। आगे निकलने के लिए जगह नहीं मिलने से जाम की स्थिति धीरे-धीरे और भयावह हो गई और शाम में पूरा शहर जाम की चपेट में आ गया।
स्मार्ट सिटी में ट्रैफिक पुलिस के पास स्मार्ट प्लानिंग नहीं
जब भी कोई पर्व-त्योहार या आयोजन होता है, हमेशा हमारा शहर जाम से अस्त-व्यस्त हो जाता है। स्मार्ट सिटी का तमगा लगने के बाद भी न तो ट्रैफिक पुलिस स्मार्ट हुई और स्मार्ट प्लानिंग की गई। सोमवार को भी दिनभर जाम लगने का कारण मंगलवार को होने वाले दो-दो पर्व को लेकर है। प्रत्येक पर्व से एक दिन पूर्व शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों से भारी संख्या में महिला-पुरुष खरीदारी के लिए आते हैं।
इस वजह से शहर में अचानक आम दिनों की अपेक्षा वाहनों को दोगुना से अधिक दबाव बढ़ जाता है। ऐसे में जिला पुलिस प्रशासन को भी एक दिन पूर्व ही बाजार में खरीदारी को लेकर बढ़ने वाले दबाव को लेकर प्लानिंग करना चाहिए। वाहनों के रूट से लेकर पार्किंग तक की योजना बनानी चाहिए।
इसे नियंत्रित करने के लिए पुलिस पदाधिकारियों से लेकर जवानों तक की प्रतिनियुक्ति होनी चाहिए। इससे शहर को बेवजह समय की बर्बादी, ईंधन की खपत और प्रदूषण से बचाया जा सकता है।
तिलकामांझी चौक पर लगा रेड-ग्रीन सिग्नल व्यवस्था भी ध्वस्त
वाहनों का दबाव और खरीदारी करने वालों की भीड़ से तिलकामांझी चौक पर लगी सिग्नल व्यवस्था भी ध्वस्त हो गई। चौराहे पर रेड-सिग्नल लाइट का कोई मायने नहीं रहा। जिन वाहनों को जैसे मौका मिलता आगे बढ़ता चला जाता था। ट्रैफिक पुलिस इसे नियंत्रित करने के बजाए मूकदर्शक बनी हुई थी।
यातायात प्रभारी ने कहा, वाहनों का दबाव बढ़ने से लगा जाम
यातायात प्रभारी बीरेंद्र कुमार ने बताया कि तीज के पर्व को लेकर काफी भीड़ बढ़ गई थी। चौक-चाराहों की सड़कों पर अस्थाई दुकाने भी लगाई गई थीं। अचानक वाहनों का दबाव बढ़ने से जाम लग गया और यातायात प्रभावित हुआ। यातायात प्रभारी का कहना है कि शहर के महत्वपूर्ण चौक-चौराहों में जवानों की ड्यूटी लगाई गई थी।
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