प्रशासनिक महकमे में हड़कंप : प्रमंडलीय आयुक्त को जान का खतरा, Mail कर किया अलर्ट
डीआइजी ने इस मसले पर एसएसपी आशीष भारती को अपने स्तर से जांच कराने का निर्देश दिया है। उन्होंने इस मामले में गंभीरता से हर बिंदु की जांच कराकर सच्चाई क ...और पढ़ें

भागलपुर [जेएनएन]। प्रमंडलीय आयुक्त राजेश कुमार को जान का खतरा है। इस लेकर उनके सरकारी ई मेल पर बुधवार को एक अज्ञात व्यक्ति ने अलर्ट करते हुए संदेश भेजा है। मेल करने वाले ने जिससे आयुक्त को खतरा है, उसका नाम राजेश कुमार, एमपी द्विवेदी रोड भागलपुर बताया है। मेल की जानकारी होते ही प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया। आनन फानन में पुलिस ने जांच शुरू कर गोशाला रोड में रहने वाले राजेश नाम के व्यक्ति को ढूंढ निकाला। सिटी डीएसपी राजवंश सिंह ने उससे पूछताछ की है। वह जेनरेटर चलवाता है। उसने कहा कि किसी ने फंसाने के लिए इस तरह का काम किया है। पुलिस मामले की हर बिंदु पर जांच कर रही है।
बढ़ा दी गई है सुरक्षा
डीआइजी ने इस मसले पर एसएसपी आशीष भारती को अपने स्तर से जांच कराने का निर्देश दिया है। उन्होंने इस मामले में गंभीरता से हर बिंदु की जांच कराकर सच्चाई का पता लगाने को कहा है। एसएसपी ने इस लेकर सिटी डीएसपी को जांच का निर्देश दिया है। वे अपने स्तर से इस मामले की मॉनीटङ्क्षरग कर रहे हैं। उन्होंने कहा है कि अभी तक आयुक्त की लिखित शिकायत प्राप्त नहीं हुई है। लिखित शिकायत मिलने के बाद इस मामले में प्राथमिकी भी दर्ज की जाएगी। अलर्ट के बाद आयुक्त के आवास की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
मसेंजर पर की थी आपत्तिजनक टिप्पणी
राजेश ने पुलिस की पूछताछ में बताया है कि कुछ दिनों पहले उसके मैसेंजर पर कई लोगों ने आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी थी। इसके बाद उसका नाम और नंबर सार्वजनिक कर दिया गया। इस लेकर उसने एकाउंट बंद करा दिया। पचड़े से बचने के लिए उसने पुलिस को शिकायत नहीं की थी। उसने कहा कि उसकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं है। फिर भी उसका मोबाइल नंबर और नाम मेल करने वाले ने लिखा। वह खुद भी नहीं समझ पा रहा। अब पुलिस तकनीकी एक्सपर्ट की मदद से मेल करने वाले व्यक्ति की तलाश कर रही है।
दिन भर अधिकारियों के घनघनाते रहे फोन
अलर्ट वाला ई मेल मिलते ही प्रशासनिक महकमे में खलबली मच गई। दिन भर भागलपुर में अधिकारियों के फोन की घंटी घनघनाती रही। मुख्यालय ने भागलपुर पुलिस से जांच कर पूरी रिपोर्ट मांगी है। प्रारंभिक जांच में मामला किसी शरारती तत्व का लग रहा है।
एसएसपी आशीष भारती ने कहा कि मामले की जानकारी होने पर सिटी डीएसपी से जांच कराई जा रही है। मामले की वे खुद मॉनीटरिंग कर रहे हैं। लिखित शिकायत मिलने पर प्राथमिकी भी दर्ज होगी।
मेल आइडी संदिग्ध है
प्रमंडलीय आयुक्त राजेश कुमार को जिस मेल से जान का खतरा बताते हुए अलर्ट आया था। पुलिस के मुताबिक वह मेल आइडी संदिग्ध है। लेकिन पुलिस अब तक उसे भेजने वाले का पता नहीं लगा पा रही है। हालांकि पुलिस का तकनीकी सेल और साइबर एक्सपर्ट इस मामले में ज्यादा से ज्यादा जानकारी जुटा हुआ है। वहीं बुधवार को इस मामले में शक के आधार पर पूछताछ के लिए बुलाए गए गोशाला रोड निवासी राजेश शर्मा को मोबाइल पुलिस ने जांच के लिए जब्त किया है। पुलिस ने उससे पूछताछ की थी। लेकिन प्रारंभिक जांच में यह किसी शरारती तत्व की करतूत लग रही है।
गुरूद्वारा रोड निवासी एक व्यक्ति पर है पुलिस को शक
पुलिस मेल भेजने वाले की तलाश कर रही है। राजेश से पूछताछ के आधार पर पुलिस को गुरूद्वारा रोड निवासी एक व्यक्ति पर शक है कि उसने ही आपसी रंजिश में राजेश के नाम पता लिख फंसाना चाहा है। हालांकि इस मामले में पुलिस अब तक कुछ नहीं कह रही है। वहीं दिन भर जोगसर पुलिस आयुक्त द्वारा लिखित शिकायत का इंतजार करती रही। लेकिन इस मामले में लिखित शिकायत नहीं दी गई है। इस कारण पुलिस मामले में प्राथमिकी दर्ज नहीं कर सकी।
पुलिस मामले में कर रही अन्य बिंदुओं पर जांच
आयुक्त को अलर्ट करने मामले को लेकर पुलिस हर बिंदु पर जांच कर रही है। पुलिस ने राजेश के मोबाइल का कॉल डिटेल भी निकाला है। लेकिन उसकी भूमिका किसी तरह की इसमें नहीं मिल रही है। राजेश का कोई पुराना आपराधिक इतिहास भी नहीं है। सिटी डीएसपी राजवंश सिंह ने कहा कि इस मामले पर अन्य बिंदुओं पर भी जांच की जा रही है। प्रारंभिक जांच में राजेश की भूमिका अब तक इस मामले में नहीं मिली है।

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