Bihar Election 2025: भागलपुर में टिकट बंटवारे के बाद बागियों का बोलबाला, सातों सीटो पर बना बगावत का माहौल
भागलपुर जिले में विधानसभा चुनाव के टिकट बंटवारे के बाद सियासी माहौल गरमा गया है। एनडीए और महागठबंधन दोनों में असंतोष है, जिससे सातों सीटों पर बगावत के आसार हैं। कहलगांव में जदयू सांसद के भाई, भागलपुर में राजद नेता डिप्टी मेयर और नाथनगर में लोजपा नेता निर्दलीय चुनाव लड़ने को तैयार हैं। भाजपा में भी बगावत के संकेत हैं, जिससे मुकाबला दिलचस्प होने की संभावना है।

कहलगांव से जदयू सांसद का भाई, भागलपुर से राजद नेता डिप्टी मेयर निर्दलीय मैदान में
जागरण संवाददाता, भागलपुर। विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे के बाद भागलपुर जिले की सियासत बागियों के इर्द-गिर्द घूमने लगी है। एनडीए और महागठबंधन दोनों खेमों में असंतोष उबाल पर है। सातों सीटों पर बगावत का माहौल बन गया है। कहीं सांसद का भाई पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ मैदान में है, तो कहीं नगर निगम का डिप्टी मेयर और पूर्व उम्मीदवार निर्दलीय मोर्चा खोल चुके हैं।
कहलगांव सीट से जदयू ने शुभानंदमुकेश पर भरोसा जताया है, लेकिन जदयू सांसद अजय कुमार मंडल के भाई अनुज कुमार मंडल ने टिकट कहलगांव से निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। उन्होंने नामांकन भी दाखिल कर दिया है। जदयूनेत्रीअपर्णा ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। वे गोपालपुर से जदयू से टिकट चाहती थीं। इनकी पैरवी सांसद अजय कुमार मंडल कर रहे थे। इन्हें टिकट न मिलने पर सांसद ने अपने इस्तीफे की अनुमति मुख्यमंत्री से मांगी थी। हालांकि अभी तक इनके मामले में कोई फैसला नहीं हुआ है।
भागलपुर सीट पर मुकाबला अब दिलचस्प मोड़ पर है। राजद नेता नगर निगम के डिप्टी मेयरसलाहउद्दीनअहसन ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी कर ली है। उन्होंने एनआर काट लिया है और जल्द नामांकन दाखिल करने वाले हैं। इसी तरह कांग्रेस जिलाध्यक्ष परवेज जमाल के भाई सिकंदर जमाल ने भी एनआर काट लिया है और निर्दलीय भागलपुर सीट से दावेदारी ठोकने की तैयारी में हैं। जबकि भागलपुर सीट से महागठबंधन के कांग्रेस से अजीत शर्मा चुनाव लड़ रहे हैं।
नाथनगर में लोजपा नेता अमर सिंह कुशवाहा ने पार्टी से इस्तीफा देने की घोषणा की है। टिकट नहीं मिलने से नाराज अमर सिंह कुशवाहा शुक्रवार को प्रेस वार्ता कर लोजपा छोड़ने का ऐलान करेंगे। उन्होंने बताया कि वे बतौर निर्दलीय प्रत्याशी मैदान में उतरेंगे। 2015 में उन्हें 58,660 और 2020 में 14,700 मत मिले थे। लोजपा से जुड़ने के बाद वे प्रदेश महासचिव, जिलाध्यक्ष, उपाध्यक्ष और राज्य प्रवक्ता जैसे पदों पर सक्रिय रहे हैं।
भागलपुर में भाजपा से रोहित पांडेय को टिकट मिलने के बाद तीन दिग्गज नेताओं ने बगावत का संकेत दिया है। इनमें पूर्व डिप्टी मेयर डॉ. प्रीति शेखर, पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के पुत्र अर्जित शाश्वत चौबे और प्रदेश कार्यसमिति सदस्य मनीष दास शामिल हैं। तीनों ने एनआर काट लिया है और निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं।
कहलगांव से लेकर भागलपुर और नाथनगर तक बगावत की यह लहर एनडीए और महागठबंधन दोनों के लिए सिरदर्द बन गई है। टिकट वितरण में उपेक्षा झेल रहे पुराने कार्यकर्ता अब पार्टी नेतृत्व के लिए चुनौती बन चुके हैं। इस बार का विधानसभा चुनाव जिले में बेहद दिलचस्प होने जा रहा है, क्योंकि मुकाबला केवल दलों के बीच नहीं, बल्कि अपने-अपने ‘अपनों’ से भी है।
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