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    Bhagalpur News: जिलाधिकारी के आदेश की अनदेखी, एनएच के अतिक्रमण पर 10 दिन बाद भी प्रशासन मौन

    Updated: Tue, 16 Dec 2025 01:55 PM (IST)

    भागलपुर में जिलाधिकारी के आदेश के बावजूद, एनएच पर अतिक्रमण हटाने में प्रशासन की निष्क्रियता जारी है। आदेश के दस दिन बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है, ज ...और पढ़ें

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    एनएच के अतिक्रमण पर 10 दिन बाद भी प्रशासन मौन

    विजय कुमार विजय, कहलगांव (भागलपुर)। जिलाधिकारी के स्पष्ट आदेश के दस दिन बीत जाने के बावजूद कहलगांव शहर से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) पर अतिक्रमण हटाने की दिशा में कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो सकी है। हालात यह है कि स्थानीय प्रशासन अब तक अतिक्रमण की विधिवत मापी भी नहीं करवा पाया है। इससे एनएच निर्माण कार्य बाधित है और आम नागरिक कीचड़, जाम और जलजमाव के बीच चलने को मजबूर हैं।

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    शहर में रुका हुआ सड़क निर्माण लोगों के लिए बड़ी परेशानी बन गया है। सड़क के बीच कई जगह पेयजलापूर्ति पाइपलाइन फटने से लगातार पानी का रिसाव हो रहा है, जिससे कीचड़ और बढ़ गया है। स्थानीय लोग सवाल उठा रहे हैं कि आखिर किसके दबाव में प्रशासन डीएम के आदेश के बावजूद चुप्पी साधे हुए है।

    चर्चा है कि नगर पंचायत और शारदा पाठशाला एनएच के सबसे बड़े अतिक्रमणकारियों में शामिल है। इन संस्थानों के सामने 10 मीटर चौड़ी सड़क, नाला और पेयजल लाइन के लिए आवश्यक जगह तक उपलब्ध नहीं है।

    सड़क के लगभग सात फीट नीचे है जलापूर्ति पाइपलाइन

    शहर की पेयजलापूर्ति लाइन सड़क से लगभग सात फीट नीचे है। पूर्व में सड़क चौड़ीकरण के कारण पाइपलाइन लगभग पहियों के नीचे आ गई। जिससे बार-बार लीकेज होता है और पूरे शहर को जल संकट झेलना पड़ता है। एनएच का निर्माण आरसीसी से हो रहा है। एक बार कंक्रीट की मोटी परत बिछ जाने के बाद पाइपलाइन की मरम्मत लगभग असंभव हो जाएगी।

    कहलगांव शहर के दो प्रमुख चौराहे स्टेशन चौक और पार्क चौक अतिक्रमण के कारण बदहाल हैं। स्टेशन चौक रेलवे स्टेशन जाने का मुख्य मार्ग है, जहां जाम के कारण यात्रियों में अक्सर आक्रोश देखने को मिलता है।

    पार्क चौक बिजलीघर को जोड़ने वाला मार्ग है, जहां लंबे वाहनों के मुड़ते ही चारों ओर यातायात ठप हो जाता है। यदि निर्माण के दौरान इन समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो शहर स्थायी जाम की चपेट में आ जाएगा।

    पूर्व की मापी पर भी नहीं हुई कोई कार्रवाई

    पूर्व में सीओ द्वारा 13 जनवरी 2025 को कराई गई मापी में शारदा पाठशाला सहित कई दुकानों और प्रतिष्ठानों द्वारा सैकड़ों वर्गफीट एनएच की भूमि अतिक्रमित होने की बात सामने आई थी। बावजूद अब तक किसी का अतिक्रमण नहीं हटाया गया। सीओ और डीसीएलआर एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डालते नजर आ रहे हैं।

    उधर, 70 के दशक में हुए सड़क अधिग्रहण का नक्शा आज तक संबंधित विभाग प्रस्तुत नहीं कर पाया है। नक्शे के लापता होने से मापी और कार्रवाई पर सवाल खड़े हो रहे हैं। जिलाधिकारी के हस्तक्षेप से जगी जनता की उम्मीद अब धीरे-धीरे धूमिल होती नजर आ रही है।

    जिम्मेदार थोप रहे एक-दूसरे पर जिम्मेदारी

    अतिक्रमण चिह्नित करने के बाबत सीओ सुप्रिया ने कहा कि हमने अपने स्तर से मापी कर लिया है। आगे डीसीएलआर सर को क्या आदेश मिला है मुझे नहीं पता। इधर, डीसीएलआर सरफराज नवाज ने कहा कि आवश्यक कार्य में व्यस्त थे। मंगलवार को देखते हैं।