दिल्ली जाने वाले सामान्य वर्ग के यात्रियों के लिए राहत भरी खबर, अब विक्रमशीला ट्रेन में आसानी से मिल जाएगी सीट!
Indian Railways रेलवे ने एक बड़ा कदम उठाया है। भागलपुर से दिल्ली जाने वाले यात्रियों के लिए खुशखबरी है। विक्रमशिला एक्सप्रेस में दो अतिरिक्त जनरल कोच जोड़े जाएंगे। वर्तमान में चार कोच हैं लेकिन यात्रियों की संख्या को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। इससे यात्रियों को भीड़ से राहत मिलेगी और रेलवे कर्मचारियों को प्रबंधन में आसानी होगी।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। दिल्ली जाने वाले मजदूर वर्ग और सामान्य श्रेणी के यात्रियों के लिए राहत भरी खबर है। विक्रमशिला एक्सप्रेस में दो अतिरिक्त जनरल कोच जोड़े जा रहे हैं।
फिलहाल ट्रेन में चार सामान्य कोच हैं, जिनसे करीब 800-900 यात्री सफर करते हैं। कोच बढ़ाने की मांग लंबे समय से हो रही थी।
नई व्यवस्था से यात्रियों को भीड़भाड़ से राहत मिलेगी। साथ ही आरपीएफ और रेलवे कर्मचारियों के लिए भी भीड़ प्रबंधन आसान होगा। जल्द ही नए कोच जोड़ने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
पूर्णिया-सहरसा रेलखंड पर घंटों विलंब से चल रहीं ट्रेनें, यात्री परेशान
समस्तीपुर रेल प्रमंडल अंतर्गत पूर्णिया-सहरसा, बनमनखी-बिहारीगंज सहित अन्य रेलखंडों पर विगत कुछ महीनों से एक्सप्रेस एवं पैसेंजर ट्रेनों के विलंब से परिचालित होने के कारण रेल यात्रियों का बुरा हाल है।
इस रेलखंड पर पैसेंजर ट्रेनें पांच से आठ घंटे की देरी से चल रही हैं। इससे यात्रियों का काफी समय बर्बाद हो रहा है। वहीं दूसरी ट्रेनों का मेल भी यात्रियों को नहीं मिल पा रहा है।
यात्रियों का कहना है कि रेल प्रशासन की लापरवाही का खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ रहा है। तीन घंटे की यात्रा सात-आठ या उससे भी अधिक घंटे में पूरी हो रही है।
उक्त रेल खंड पर चलने वाली ट्रेन में मरीज, आमलोग, दिव्यांग, सरकारी कर्मी, छात्र-छात्राओं की अच्छी खासी भीड़ रहती है। ट्रेन के लेट होने से मरीज व उनके परिजन काफी परेशान रहते हैं।
ट्रेन की देरी का खामियाजा उक्त रेलखंड के यात्रियों को झेलना पड़ रहा है। उधर कुछ महीनों से बनमनखी जंक्शन को पार्किंग बना दिया है जहां हर समय मालगाड़ी और रेल इंजन लगा रहता है।
जिस वजह से यहां के स्थानीय लोगों को भारी परेशानियां का सामना करना पड़ता है। समय से ट्रेन नहीं मिलने की वजह से रेल यात्रियों को ज्यादा पैसा खर्च कर बस, टेंपू, टोटो पकड़कर अपने गणतव्य स्थान तक जाना पड़ रहा है।
जब समय से पैसेंजर एवं साधारण एक्सप्रेस ट्रेन नहीं चल पाती है तो वंदे भारत किसी कल्पना बेईमानी से कम नहीं है।
रेलवे को चाहिए कि सभी ट्रेनों को तय समय सीमा पर चलानी चाहिए ताकि लोगों को ट्रेन की सुविधा समय पर मिल सके।
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