हावड़ा-जमालपुर वंदे भारत: एक साल में 15 लाख यात्रियों ने किया सफर, 13 करोड़ की कमाई
हावड़ा-जमालपुर वंदे भारत एक्सप्रेस ने 17 सितंबर को अपनी पहली वर्षगांठ मनाई। इस दौरान लगभग 15 लाख यात्रियों ने यात्रा की और रेलवे को 13 करोड़ रुपये की आमदनी हुई। भागलपुर स्टेशन यार्ड में वंदे भारत के रखरखाव की सुविधा शुरू होने वाली है जिससे भविष्य में ट्रेनों की संख्या बढ़ाने में मदद मिलेगी। यात्रियों को अब आधा लीटर की जगह एक लीटर रेल नीर मिलेगा।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। हावड़ा-जमालपुर वंदे भारत एक्सप्रेस ने 17 सितंबर को एक साल का सफल संचालन पूरा कर लिया। पहले यह ट्रेन हावड़ा भागलपुर के नाम से चलती थी। शुरुआत में ट्रेन केसरिया और काले रंग में चलती थी, लेकिन 16 अगस्त से जमालपुर से संचालन शुरू होने के बाद इसका रंग उजाला और ब्लू कर दिया गया।
वहीं, मालदा डिविजन के आंकड़ों के अनुसार, इस दौरान लगभग 15 लाख यात्रियों ने इस ट्रेन से सफर किया और रेलवे को 13 करोड़ रुपये की आमदनी हुई।
वहीं, भागलपुर स्टेशन यार्ड में वंदे भारत की मेंटेनेंस सुविधा भी शुरू होने जा रही है। 32 करोड़ रुपये की लागत से डब्ल्यूपीओ कंपनी द्वारा पिट लाइन तैयार की गई है।
28 सितंबर को इसका फाइनल निरीक्षण होगा। इस पिट लाइन के बाद ट्रेन की नियमित मेंटेनेंस और तकनीकी कार्य यहीं किए जा सकेंगे। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि इससे भविष्य में वंदे भारत की संख्या बढ़ाने में मदद मिलेगी।
वंदे भारत यात्रियों को अब मिलेगा एक लीटर रेल नीर
वंदे भारत एक्सप्रेस में सफर करने वाले यात्रियों को अब पानी की कमी की समस्या से जूझना नहीं पड़ेगा। आईआरसीटीसी ने बड़ा बदलाव करते हुए आधा लीटर के स्थान पर एक लीटर रेल नीर की बोतल देने की तैयारी शुरू कर दी है।
आईआरसीटीसी के एजीएम विरेंद्र भट्ठी ने बताया कि अन्य रूटों पर यह व्यवस्था पहले से लागू है और जल्द ही वंदे भारत में भी यात्रियों को सुविधा मिलेगी।
दरअसल, यात्रियों की ओर से लगातार शिकायत की जा रही थी कि आधा लीटर पानी यात्रा के दौरान पर्याप्त नहीं होता। अतिरिक्त बोतल की मांग पर उपलब्धता का हवाला देकर इंकार कर दिया जाता था। अब यह नई व्यवस्था यात्रियों की सुविधा में बड़ा कदम साबित होगी।
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