ब्रह्मपुत्र मेल सहित कई ट्रेनों के रूट बदले, अमरनाथ एक्सप्रेस 28 अगस्त को रद
मालदा में यार्ड के आधुनिकीकरण कार्य के चलते भागलपुर से गुजरने वाली कई ट्रेनों को रद कर दिया गया है कुछ के रूट बदले गए हैं। इनमें ब्रह्मपुत्र मेल और इंटरसिटी एक्सप्रेस जैसी महत्वपूर्ण ट्रेनें शामिल हैं। रेलवे सुरक्षा बल ने यात्रियों की सुरक्षा के लिए जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया जिसमें सुरक्षा उपायों के बारे में जानकारी दी गई। अमरनाथ एक्सप्रेस को भी रद कर दिया गया है।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। मालदा में यार्ड के आधुनिकीकरण कार्य के कारण भागलपुर होकर मालदा से किऊल व कामख्या-दिल्ली ब्रह्मपुत्र मेल सहित कई ट्रेनों को निरस्त करने के साथ कइयों के रूट डायवर्ट किए गए हैं। किऊल से मालदा के बीच चलने वाली इंटरसिटी तीन सितंबर को निरस्त रहेगी।
इसी के साथ दिल्ली से भागलपुर होकर कामाख्या जाने वाली ब्रह्मपुत्र मेल 30 अगस्त से दो सितंबर तक मोकामा से बरौनी के रास्ते डायवर्ट कटिहार जाएगी। कामाख्या से दिल्ली जाने वाली ब्रह्मपुत्र मेल 31 अगस्त, एक सितंबर से दो दिन के लिए भागलपुर नहीं आकर बरौनी-मोकामा के रास्ते चलाई जाएगी।
भागलपुर होकर कामाख्या से गया जाने वाली साप्ताहिक एक्सप्रेस 01 सितंबर को कटिहार से खगड़िया, मुंगेर, जमालपुर के रास्ते चलाई जाएगी।
02 सितंबर को गया से कामाख्या जाने वाली ट्रेन भागलपुर नहीं आकर मुंगेर से खगड़िया के रास्ते डायवर्ट किया जाएगा। बेंगलुरु-न्यू तिनसुकिया एक्सप्रेस भी 02 सितंबर को रामपुरहाट-भागलपुर-जमालपुर-खगड़िया के रास्ते कटिहार जाएगी।
28 को नहीं चलेगी अमरनाथ एक्सप्रेस
जम्मू क्षेत्र में भारी बारिश के कारण ट्रेनों व सड़क मार्ग पर असर पड़ा है। भागलपुर से भी जम्मू जाने वाली अमरनाथ एक्सप्रेस गुरुवार यानि 28 अगस्त को निरस्त कर दी गई है। ट्रेन का रूट जमालपुर होते हुए है।
19 जुलाई को भागलपुर, मुंगेर, बांका होते हुए शुरू की गई थी। ट्रेन की अवधि विस्तार नहीं किया गया है। ट्रेन सुपौल, सहरसा, मानसी, खगड़िया जाने के लिए अच्छा विकल्प था।
यात्री सुरक्षा को लेकर आरपीएफ ने स्टेशन पर जागरूकता कार्यक्रम का किया आयोजन
रेलवे सुरक्षा बल ने बुधवार को भागलपुर और जमालपुर स्टेशन पर यात्री सुरक्षा के मद्देनजर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। इस दौरान यात्रियों को महत्वपूर्ण सुरक्षा उपायों के बारे में जानकारी दी गई। जिसमें सीआरओ (चेन पुलिंग), एचआरओ, एसीपी (अलार्म चेन पुलिंग) और उनके दुरुपयोग के बारे में जागरूक किया गया। पटरियों पर ऐसी सामग्री न रखने की सलाह दी गई जिससे दुर्घटनाएं हो सकती हैं।
ट्रेनों पर पथराव के प्रति सख्त चेतावनी दी गई जिससे यात्रियों की जान को खतरा हो सकता है। रेलवे लाइन के किनारे पालतू मवेशियों को चराने के खतरों के बारे में जागरूक किया गया। आरपीएफ की टीम ने रेलवे परिसर और उसके आसपास सुरक्षा बनाए रखने में सहयोग के महत्व पर प्रकाश डालने के लिए स्टेशन पर मौजूद यात्रियों, विक्रेताओं और स्थानीय लोगों से सीधे बातचीत की।
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