Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Bihar New Rail Line: भागलपुर से जमालपुर तक बिछेगी तीसरी रेलवे लाइन, 1100 करोड़ रुपये आवंटित

    भागलपुर से जमालपुर तक तीसरी रेल लाइन के निर्माण को मंजूरी मिल गई है जिसके लिए 1100 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। इस लाइन के बनने से ट्रेनों की रफ्तार बढ़ेगी और नई ट्रेनों का परिचालन शुरू हो पायेगा। अभी इस रूट पर 40-45 मालगाड़ियाँ चलती हैं। नई रेल लाइन बनने से यात्रियों को सुविधा होगी। रेलवे ट्रैक का विस्तार भविष्य को ध्यान में रखकर किया जा रहा है।

    By Alok Kumar Mishra Edited By: Rajat Mourya Updated: Wed, 27 Aug 2025 10:12 PM (IST)
    Hero Image
    भागलपुर से जमालपुर तक तीसरी लाइन मंजूरी मिलने के साथ 1100 करोड़ राशि आवंटित

    जागरण संवाददाता, भागलपुर। भागलपुर से जमालपुर तक 53 किलोमीटर बनने वाली तीसरी लाइन को मंजूरी मिलने के साथ ही 1100 करोड़ रुपये भी आवंटित कर दिए गए हैं। जल्द ही जमीन अधिग्रहण की कार्रवाई शुरू की जाएगी। तीसरी लाइन बनने से ट्रेनों की रफ्तार बढ़ेगी। नई ट्रेनों की सुविधा होगी। इससे दो लाइनों पर मालगाड़ी का लोड भी कम होगा। वर्तमान में प्रतिदिन 40-45 मालगाड़ियों का संचालन हो रहा है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    भागलपुर-जमालपुर के बीच अभी दो रेल लाइन है, लेकिन यहां ट्रेनों का लगातार दबाव बढ़ रहा है। इसे देखते हुए अब यहां से तीसरी रेल लाइन बिछाने की तैयारी है। 53 किलोमीटर रेल लाइन बिछाने में 1100 करोड़ रुपये खर्च होंगे।

    उपमुख्य अभियंता, निर्माण हेमंत कुमार ने बताया कि भागलपुर-जमालपुर तीसरी लाइन को मंजूरी के साथ ही राशि का आवंटन कर दिया गया है। मंत्रालय से पत्र मिलने के साथ ही भू-अर्जन की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी। तीन-चार दिनों में भू-अर्जन की कार्रवाई शुरू करने की उम्मीद है। इसके बाद निविदा की जाएगी। बड़हरवा से भागलपुर तक तीसरी और चौथी लाइन बननी है। मंजूरी मिलने की उम्मीद है। तीसरी लाइन का विस्तार जमालपुर तक होना है।

    4879.63 करोड़ की लागत से बड़हरवा से भागलपुर तक बनने वाली तीसरी और चौथी नई रेल लाइन के डीपीआर को जल्द ही मंजूरी मिलने की उम्मीद है। भू-अर्जन की कार्रवाई कार्रवाई चल रही है। इसके टेंडर की प्रक्रिया अपनाई जाएगी। भू-अर्जन में 100 करोड़ से अधिक राशि खर्च होने का अनुमान है। भागलपुर और बड़हरवा के बीच 129 किलोमीटर रेल लाइन बिछेगी।

    तीसरी और चौथी रेल लाइन बिछने के बाद इस मार्ग में चार लाइन हो जाएगी। इससे पटरियों पर दवाब कमने के साथ ही ट्रेनो के संचालन में भी सुविधा होगी। इससे इस रूट पर ट्रेनों की संख्या बढ़ सकती है। जिससे यात्रियों को सहूलियत होगी। इस रूट में प्रतिदिन 40-45 मालगाड़ियां चलती है। जिससे दवाब अधिक है। दो और पटरियों के बिछने से मालगाड़ियों का संचालन नई रेल लाइन से करने की योजना है।

    रेल लाइनों की संख्या बढ़ने से एक्सप्रेस, सुपरफास्ट, पैसेंजर ट्रेनों की रफ्तार बढ़ेगी। वहीं, हावड़ा, नार्थ-ईस्ट के साथ अन्य जगहों के लिए भी नई ट्रेनों का प्रावधान किया जा सकेगा। तीसरी लाइन का उद्देश्य है कि इस रेल खंड से मालगाड़ियों का संचालन अलग ट्रैक से कराया जाए। जिससे रेलवे के समय में बचत होगी। अभी एक ही ट्रैक से सवारी और मालगाड़ी दोनों का संचालन कराया जाता है।

    लोड ज्यादा रहने से ट्रेनों को समय पर चलाने के लिए रेलवे को ज्यादा मशक्कत करनी होती है। नए ट्रैक पर होने वाले खर्च की भरपाई के लिए भी रेलवे को पैसा निकालना है। रेलवे की योजना जिस रेलखंड का दोहरीकरण हो चुका है उस रेलखंड में तीसरी लाइन की व्यवस्था कराई जाएगी। ट्रैकों का विस्तार आने वाले समय को ध्यान में रखकर किया जा रहा है। इस काम के पूरा होने से ट्रेनों की रफ्तार भी बढ़ाई जाएगी। यात्री ट्रेनों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। बढ़ती जरूरतों के हिसाब से रेलवे अपने ढांचे को भी उन्नत कर रहा है। रेल लाइनों की संख्या बढ़ाई जा रही है।