Updated: Fri, 30 May 2025 01:49 PM (IST)
भागलपुर के सनहौला प्रखंड के स्कूलों में निरीक्षण के दौरान छह प्रधानाध्यापकों द्वारा एलपीजी की जगह कोयले पर खाना बनवाने का मामला सामने आया है। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने इस पर स्पष्टीकरण मांगा है। यह पाया गया कि मध्याह्न भोजन तैयार करने में अनियमितता बरती जा रही है और बच्चों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। साथ ही कई विद्यालयों में विद्युत संसाधन भी खराब पाए गए।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। स्कूल निरीक्षण के क्रम में एलपीजी के बदले कोयले पर खाना बनवाने वाले छह प्रधानाध्यापकों से स्पष्टीकरण मांगा गया है। दरअसल, गुरुवार को जिला शिक्षा पदाधिकारी राजकुमार शर्मा द्वारा सन्हौला प्रखंड के स्कूलों का निरीक्षण किया गया था।
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जिसमें निरीक्षण के दौरान यह बातें सामने आई है कि प्रधानाध्यापक एलपीजी के बदले कोयले पर खाना बनवाते हैं।
जिला शिक्षा पदाधिकारी के निर्देश पर डीपीओ एमडीएम आनंद विजय, सन्हौला प्रखंड के मध्य विद्यालय अगैया, प्राथमिक विद्यालय मुसहरी टोला सनोखर हाट, मध्य विद्यालय हुकमा, मध्य विद्यालय उचरिया, मध्य विद्यालय साहूपाड़ा और प्राथमिक विद्यालय खजुरिया के प्रधानाध्यापक से स्पष्टीकरण मांगा गया है।
जारी पत्र में यह कहा गया है कि मध्याह्न भोजन तैयार करने के लिए सिर्फ एलपीजी का ही उपयोग करना है। कार्यालय स्तर से सभी विद्यालय को पूर्व में ही गैस कनेक्शन भी उपलब्ध करा दिया गया है। इसके बावजूद भी कोयले का प्रयोग खाना बनाने में करना अत्यंत गंभीर मामला है।
इससे स्पष्ट है कि मध्याह्न भोजन के संचालन में न केवल अनियमितता बरती जा रही है, बल्कि बच्चों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ भी किया जा रहा है। सभी छह प्रधानाध्यापक से 24 घंटे में स्पष्टीकरण का जवाब मांगा गया है।
कई जगहों पर इलेक्ट्रिक संसाधन मिले खराब
जिला शिक्षा पदाधिकारी राजकुमार शर्मा ने बताया कि निरीक्षण के दौरान प्राथमिक विद्यालय उचड़िया, प्राथमिक विद्यालय खजुरिया और मध्य विद्यालय साहूपाड़ा में बिजली के बल्ब, पंखा सहित कई इलेक्ट्रिक संसाधन खराब पाए गए हैं। जिन्हें दुरुस्त कराने का निर्देश प्रधानध्यापक को दिया गया है। इसकी समीक्षा भी होगी।
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