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    Bihar Voter List: आवासीय प्रमाणपत्र के लिए मुस्लिम आवेदक अधिक, इस जिले में प्रशासन के सामने कड़ी चुनौती

    Updated: Mon, 14 Jul 2025 02:02 PM (IST)

    भागलपुर में मतदाता पुनरीक्षण अभियान के चलते आवासीय प्रमाणपत्र बनवाने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ रही है। वोटर कार्ड जैसे दस्तावेज मान्य नहीं होने से मतदाता सूची से नाम कटने की आशंका वाले लोग आवासीय प्रमाण पत्र के लिए आवेदन कर रहे हैं। रंगरा चौक पीरपैंती शाहकुंड और कहलगांव जैसे प्रखंडों में आवेदनों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है।

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    आवासीय प्रमाण-पत्र के लिए मुस्लिम आवेदक अधिक

    जागरण संवाददाता, भागलपुर। चुनाव आयोग के निर्देश पर जिले में गहन मतदाता पुनरीक्षण अभियान चलाया जा रहा है। मतदाता पुनरीक्षण अभियान में वोटर कार्ड, आधार कार्ड और मनरेगा जाब कार्ड जैसे दस्तावेज को मान्यता नहीं दी जा रही।

    आवासीय प्रमाणपत्र को मान्यता है तो जिन लोगों को आशंका है कि उनका नाम मतदाता सूची से कट जाएगा, वे धड़ाधड़ आवेदन कर रहे हैं। वैध आवेदनों का चुनाव प्रशासन के लिए कड़ी चुनौती बना है। जिले में आवास प्रमाणपत्र बनाने के लिए आवेदनों की संख्या बढ़ गई है।

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    रंगरा चौक प्रखंड की बात करें तो जहांगीरपुर वैसा से करीब 11 सौ मतदाता मुस्लिम और 18 सौ मतदाता हिंदू हैं। यहां से आवास प्रमाणपत्र बनाने के बड़ी संख्या में आवेदन आ रहे हैं। 70 प्रतिशत आवेदन मुस्लिमों के हैं, तो 30 प्रतिशत आवेदन हिंदुओं के हैं।

    इसी तरह मुरली में पांच सौ वोटर मुस्लिम तो दो हजार मतदाता हिन्दू हैं। यहां से भी 70 से 80 प्रतिशत आवेदन मुस्लिम मतदाताओं का आया है। पीरपैंती प्रखंड के आरटीपीएस में जून में चार हजार 203 आवासीय प्रमाणपत्र बना था। दस जुलाई तक तीन हजार 333 आवेदन जमा हुए है।

    पीरपैंती प्रखंड में पहले करीब 80 से एक सौ आवास प्रमाणपत्र के लिए आवेदन जमा होता था। अभी करीब 250 आवेदन आवास के लिए आ रहे हैं।

    शाहकुंड में 24 जून के पहले आवासीय बनाने के लिए प्रतिदिन 125 से 150 आवेदन आते थे, लेकिन मतदाता सूची गहन पुनरीक्षण अभियान के बाद 24 जून के बाद ये 200 से 250 आवेदन प्रतिदिन आने लगे हैं। इसकी संख्या लगातार बढ़ रही है।

    कहलगांव प्रखंड के आरटीपीएस में जून में पांच हजार 222 आवासीय प्रमाणपत्र बना था। दस जुलाई तक 2017 आवेदन जमा हुए हैं, जिसमें 1317 का प्रमाण पत्र बन चुका है।

    कहलगांव प्रखंड में पहले करीब सवा सौ से डेढ़ सौ आवासीय प्रमाणपत्र के लिए आवेदन जमा होता था। अभी करीब दो सौ आवेदन आवासीय के लिए आ रहे हैं।

    गोराडीह में जून में 70 से 75 आवेदन आवास प्रमाणपत्र का प्रतिदिन आता था। पिछले 10 दिन से अब डेढ़ सौ प्रतिदिन आवेदन आ रहा है। 25 प्रतिशत आवेदनों की संख्या बढ़ गई है।

    नाथनगर में जून में 3400 आवेदन आए थे और जुलाई में नौ जुलाई तक 2391 आवेदन आए हैं। प्रतिदिन सौ से अधिक आवेदन आ रहे हैं।

    इस मामले में विभागीय अधिकारी अभी कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि अभी हमलोग मतदाता पुनरीक्षण अभियान में लगे हैं। आवास प्रमाण पत्र बनाने का काम फिलहाल नहीं हो रहा है। सभी आवेदनों की गहन जांच के बाद ही प्रमाणपत्र निर्गत किया जाएगा।