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    Bihar Rain Alert: बिहार में मौसम मारेगा यू-टर्न, 17 जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश का अलर्ट जारी

    Updated: Mon, 08 Sep 2025 12:13 PM (IST)

    भागलपुर में भीषण गर्मी और उमस से लोग परेशान हैं। मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी भरी हवाओं के कारण जल्द ही मौसम बदल सकता है और बारिश होने की संभावना है। भागलपुर समेत बिहार के 17 जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। तापमान 35 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है।

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    तेज धूप और उमस ने बढ़ाई परेशानी, शाम से मौसम बदलने के आसार

    जागरण टीम, भागलपुर/जमुई। पिछले कई दिनों से चिलचिलाती धूप और उमस ने लोगों को बेहाल कर दिया है। रविवार को अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जबकि न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस रहा।

    90 प्रतिशत से अधिक आर्द्रता के कारण दिनभर चिपचिपी गर्मी ने आमजन को परेशान किया।  मौसम विभाग की माने तो बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी भरी हवाओं और सक्रिय मानसून ट्रफ के कारण जल्द जिले में मौसम का मिजाज बदल सकता है।

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    तेज हवा के साथ बादलों की गरज और बिजली की चमक के बीच अचानक बारिश होने की संभावना जताई गई है।

    भारतीय मौसम विभाग ने बिहार के 17 जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिसमें भागलपुर भी शामिल है। सोमवार और मंगलवार को कहीं-कहीं भारी वर्षा के आसार हैं।

    बिहार कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञानी डॉ. बीरेंद्र कुमार ने बताया कि रविवार को अधिकतम तापमान 35.6 डिग्री सेल्सियस, न्यूनतम तापमान 27.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। 82 प्रतिशत आद्रता के साथ महज 4.1 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से पूर्वा हवा चल रही है। मौसम बदलने की संभावना है।

    वर्षा की कमी से फसल पर छाया संकट

    दैनिक जागरण की ओर से रविवार को जमुई जिले के अलीगंज पंचायत अंतर्गत गोखुलचक गांव में किसान संवाद का आयोजन किया गया। इसमें आसपास के कई किसानों ने भाग लेकर खेतीबाड़ी से जुड़ी समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की। कार्यक्रम में गणेश पासवान, राजेंद्र प्रसाद भारती, अर्जुन सिंह, संतोष मांझी, शिवम कुमार सहित अन्य किसानों ने अपनी बातें रखीं।

    किसानों ने कहा कि धान की रोपाई तो हो चुकी है, लेकिन पौधों की बढ़वार के समय बारिश न होने से फसल को व्यापक नुकसान हो सकता है। उन्होंने कहा कि धान पान नित्य स्नान जैसी पुरानी कहावत को ध्यान में रखते हुए पर्याप्त वर्षा जरूरी है।

    किसान अर्जुन सिंह ने बताया कि शुरुआत में अच्छी फसल की उम्मीद थी, परंतु भादो महीने में बारिश न होने से स्थिति गंभीर होती जा रही है। दिन में तेज धूप और गर्मी से परेशानी बढ़ गई है। गणेश पासवान ने खाद की किल्लत और कालाबाजारी की समस्या उठाई।

    शिवम कुमार ने कहा कि पानी की कमी के कारण मक्का की खेती प्रभावित हुई है, जिससे आर्थिक नुकसान हो रहा है। सब्जी की खेती भी संकट में है।

    संतोष मांझी ने कहा कि पानी की कमी से धान की फसल में कीड़े लग रहे हैं। कई किसानों ने कृषि फीडर योजना की स्थिति पर चिंता जताई और कहा कि यह योजना कई पंचायतों तक ठीक से नहीं पहुंची है।