Updated: Fri, 07 Feb 2025 05:15 PM (IST)
रेलवे विभाग अपने कर्मचारियों और उनके परिवार वालों के स्वास्थ्य को लेकर गंभीर है। भागलपुर में रेल कर्मचारियों के लिए हेल्थ चेकअप कैंप आयोजित किया गया है जिसमें ह्रदय और नेत्र रोगों की जांच की जाएगी। इस दौरान कर्मचारियों के परिवारों से भी बातचीत की जा रही है। रेलवे ने अपने कर्मचारियों के स्वास्थ्य जांच में स्त्री रोग विशेषज्ञों को भी रखा है। हर स्टेशन में अलग-अलग टीम भेजी जाएगी।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। रेलवे विभाग अपने कर्मचारियों और कर्मियों के परिवार के सदस्यों के स्वास्थ्य को लेकर अब गंभीर हो गया है। भागलपुर में कर्मचारियों की काउंसलिंग के बाद रेलवे की ओर से हेल्थ चेकअप कैंप लगाया जा रहा है।
विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
घर में मानसिक रूप से कर्मियों को अच्छा माहौल देने के लिए रेलवे काउंसलिंग की प्रक्रिया अपना रहा है। स्वास्थ्य शिविर में ह्रदय और नेत्र रोगों की जांच कराई जा रही है।
डॉक्टरों के द्वारा शिविर में कर्मचारियों के स्वजनों से भी बात की जा रही है। रेलवे के चिकित्सक बीपी और आरबीजी (रैंडम ब्लड ग्लूकोस) की जांच मुख्य रूप से कर रहे हैं।
ह्रदय और नेत्र जांच की रिपोर्ट भी बनाई जा रही है। रेल हादसों के बाद रेलवे ने एक स्टैंडर्ड चार्टर तैयार किया है। जिसमें रेल कर्मियों व उनके परिवारों की काउंसलिंग पर जोर दिया जा रहा है।
तैयार कर रहे चार्ट
शाखा प्रबंधक स्तर के अधिकारी कर्मियों के घर-घर जाकर चार्टर को तैयार कर रहे हैं। परिवारों की काउंसलिंग में बताया जा रहा है कि एक रेल कर्मी के कंधों पर हजारों यात्रियों की जिंदगी का भार होता है।
घर में मानसिक रूप से कर्मियों को अच्छा माहौल देने के लिए रेलवे काउंसलिंग की प्रक्रिया अपना रहा है। स्वजनों से कर्मियों के स्वास्थ्य संबंधी जानकारी ली जा रही है।
रेलवे विभाग कर्मियों के बर्ताव और दैनिक दिनचर्या के बारे में अधिकारी जानकारी जुटा रहा है। यदि किसी भी कर्मचारी को मानसिक और शारीरिक रोग है तो उसकी जानकारी इकट्ठा की जा रही है।
ये सब जानकारी कर्मी की किसी समस्या को लेकर एकत्रित की जा रही है। हर रेल कर्मचारी ड्यूटी से पहले तनावरहित होकर कार्यालय आएं, इसके लिए परिजनों की काउंसलिंग कराई जा रही है।
जल्द आयोजित होगा हेल्थ कैंप
भागलपुर हेल्थ यूनिट में रेल कर्मचारियों के लिए चेकअप कैंप जल्द आयोजित की जाएगी। ये कैंप रेलवे के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की ओर से लगाया जाना है। इस कैंप में कर्मचारी और उनके आश्रितों की जांच कराई जानी है।
रेलवे ने अपने कर्मचारियों के स्वास्थ्य जांच में स्त्री रोग विशेषज्ञों को भी रखा है। हर स्टेशन में अलग-अलग टीम भेजी जाएगी। रेलवे के अधिकारी के अनुसार पुरुषों की ही तरह महिला कर्मचारियों का डाटा तैयार किया जा रहा है।
परिवार में किस तरह का माहौल है और कार्यालय में महिलाएं सहयोगियों के बर्ताव से कितनी संतुष्ट हैं, इसकी जानकारी एकत्रित की जा रही है। साथ ही महिला कर्मचारी की शिकायतों को ध्यान से अधिकारी सुन रहे हैं कि नहीं, इसके बारे में जानकारी ली जा रही है।
कर्मचारियों की काउंसलिंग में कार्यालय के वातावरण के बारे में अधिकारी जानकारी ले रहे हैं। महिलाओं की ओर से दी जाने वाली जानकारी व शिकायत को गुप्त रखा जा रहा है।
इस तरह होगी जांच
ऊंचाई, वजन , बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई), ब्लड प्रेशर (बीपी), आरबीजी (रैंडम ब्लड ग्लूकोज), ईसीजी (इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम), एलएफटी (लिवर फंक्शन टेस्ट), लिपिड प्रोफाइल, एचबीए1सी और एचबी प्रतिशत, ई एनटी जांच
यह भी पढ़ें-
Bihar News: 10 हजार करोड़ से बदलेगा बिहार का रेलवे नेटवर्क, 57 प्रोजेक्ट्स पर चल रहा काम
Bihar Rail Budget: बिहार के लिए रेलवे ने खोला पिटारा, 90 हजार करोड़ का होगा निवेश; पढ़ें डिटेल
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।