Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Bihar News: अब पोस्टमार्टम होते ही अपलोड होगी रिपोर्ट, नहीं लगेंगे 15 दिन; जारी हुआ नया निर्देश

    Updated: Sun, 01 Jun 2025 11:05 AM (IST)

    भागलपुर पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट के लिए अब मेडिकल कॉलेज के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर मेडलीपीआर सॉफ्टवेयर लगाया जा रहा है जिससे रिपोर्ट ऑनलाइन उपलब्ध होगी। डॉक्टरों को प्रशिक्षण दिया गया है और पुलिस सीधे सॉफ्टवेयर से रिपोर्ट ले सकेगी जिससे समय और परेशानी दोनों बचेंगे। अपर सचिव ने जल्द संचालन का निर्देश दिया है और सोमवार तक इंटरनेट सेवा शुरू हो जाएगी।

    Hero Image
    प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर

    जागरण संवाददाता, भागलपुर। एक सप्ताह के अंदर भागलपुर पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट के लिए मेडिकल कालेज का चक्कर लगाने से मुक्ति मिलने वाली है।

    स्वास्थ्य विभाग के अपर सचिव डॉ. आदित्य प्रकाश के निर्देश पर मेडिकल कालेज अस्पताल में पोस्टमार्टम रिपोर्ट को ऑनलाइन करने के लिए मेडलीपीआर यानी (मेडिकल लीगल एग्जामिनेशन एंड पोस्टमार्टम रिपोर्ट) सॉफ्टवेयर लगाने का कार्य आरंभ कर दिया गया है। जैसे ही यह सॉफ्टवेयर काम करना शुरु करेगा वैसे ही पुलिस को राहत मिल जाएगा।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पुलिस और डॉक्टर दोनों को राहत

    सॉफ्टवेयर संचालित होते ही पुलिस एवं डाक्टर दोनों को राहत मिलेगा। मेडिकल कालेज के एफएमटी विभाग में डाक्टर शव का पोस्टमार्टम करेंगे वैसे ही रिपोर्ट को सॉफ्टवेयर पर डाल देंगे।

    मेडलीपीआर सॉफ्टवेयर का संचालन कैसे किया जाना है इसमें डाक्टर का पंजीयन किया जा चुका है। साथ ही विडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से डाक्टर को प्रशिक्षण भी दे दिया गया है।

    अब सॉफ्टवेयर के माध्यम से सीधे पुलिस रिपोर्ट ले लेगी। फिर इसे केस फाइल में लगा कर कोर्ट के सामने पेश कर देगी।

    वहीं कोर्ट को अगर किसी पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाबत कुछ समझना होगा तो डाक्टर को बुलाया जाएगा। यानी सामान्य केस में कोर्ट जाने से डाक्टर बच सकते है।

    परिजन एवं पुलिस लगाती है चक्कर

    अभी पोस्टमार्टम रिपोर्ट के लिए परिजन के साथ साथ पुलिस को मेडिकल कालेज का चक्कर लगाना पड़ता है। एक रिपोर्ट के लिए 15 दिन का समय लग जाता है। जिससे पुलिस एवं परिजन परेशान हो जाते है। नई सुविधा आरंभ होने से ये लोग चक्कर लगाने से बच जाएंगे।

    सख्ती के बाद जगा विभाग

    स्वास्थ्य विभाग के अपर सचिव डॉ. आदित्य प्रकाश ने बिहार के सभी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य, मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के अधीक्षक, सभी जिलों के सिविल सर्जन व जिला अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी को पत्र लिखा है।

    जिसमें कहा गया कि मेडलीपीआर सॉफ्टवेयर का संचालन जल्द से जल्द आरंभ हो। दरअसल, क्रिमिनल मिसलिनियस नंबर 57496/2023 लाल बाबू रॉय उर्फ बाबू रॉय बनाम द स्टेट ऑफ बिहार एंड अदर्स में बिहार में पोस्टमार्टम/इंज्यूरी रिपोर्ट हरियाणा मॉडल के आधार पर तीन माह के अंदर लागू करने के संबंध में हाई कोर्ट पटना में शपथ पत्र दायर किया गया है।

    मेडलीपीआर सॉफ्टवेयर के वास्तविक क्रियान्वयन के पूर्व चिकित्सकों को डेमो सॉफ्टवेयर पर अपलोड करना जरूरी है। इसमें पंजीकृत एवं प्रशिक्षित डॉक्टरों से पूर्व में किये गये किन्हीं पांच पोस्टमार्टम रिपोर्ट/इंज्यूरी रिपोर्ट को मेडलीपीआर डेमो सॉफ्टवेयर पर अपलोड करने का निर्देश दिया है।

    सोमवार को लग जाएगा इंटरनेट

    जिस जगह पर पोस्टमार्टम होता है वहां अभी इंटरनेट सेवा नहीं है। इसको लेकर मेडिकल कालेज प्राचार्य ने सोमवार तक हर हाल में इंटरनेट लगाने का आदेश एजेंसी को दिया है। वहीं सॉफ्टवेयर लगाने का कार्य जारी है। इंटरनेट लगते ही पोस्टमार्टम रिपोर्ट को आनलाइन करना आरंभ कर दिया जाएगा।

    निर्देश के बाद सारी तैयारी लगभग पूरी कर ली गयी है। इंटरनेट सोमवार को लग जाएगा। इसके बाद पोस्टमार्टम होने के बाद रिपोर्ट को शाम तक सॉफ्टवेयर पर अपलोड कर दिया जाएगा।-डॉ. हेमशंकर शर्मा, प्राचार्य मेडिकल कालेज