भागलपुर में बच्चों के ऑनलाइन अटेंडेंस के लिए जिला स्तरीय टीम गठित, शिक्षा विभाग ने शुरू की तैयारी
शिक्षा विभाग ने बच्चों की ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने के लिए जिला स्तर पर टीम का गठन किया है। इस टीम का काम ऑनलाइन अटेंडेंस प्रक्रिया को सुचारू रूप से चलाना और निगरानी करना है। विभाग का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सभी बच्चे नियमित रूप से स्कूल आएं और शिक्षा प्राप्त करें, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हो।

बच्चों के ऑनलाइन अटेंडेंस के लिए जिला स्तरीय टीम गठित। सांकेतिक तस्वीर
जागरण संवाददाता, भागलपुर। जिले के 2020 स्कूलों में पढ़ने वाले करीब 4 लाख 60 हजार बच्चों की उपस्थिति (अटेंडेंस) अगले महीने से ऑनलाइन दर्ज की जाएगी। इस दिशा में शिक्षा विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है।
राज्य स्तर पर ऑनलाइन अटेंडेंस लागू करने के लिए एक एजेंसी का चयन किया गया है। उसने फिलहाल राज्य के पांच जिलों के ब्लाकों में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में यह काम शुरू किया है।
पायलट प्रोजेक्ट के परिणामों को देखते हुए अब जिले में भी इसे लागू करने की तैयारी जोरों पर है। ऑनलाइन अटेंडेंस प्रक्रिया को सफलतापूर्वक लागू और अनुश्रवण करने के लिए जिले में पांच सदस्यीय समिति गठित की जा रही है।
उसमें डीपीओ (एसएसए), एमआइएस प्रभारी, संभाग प्रभारी और दो प्रखंड संसाधन केंद्र के कर्मचारी शामिल रहेंगे। राज्य स्तर से चयनित एजेंसी इन सदस्यों को इसके काम करने के बारे में प्रशिक्षण देगी।
उसके बाद जिले के सभी स्कूलों में इस माडल को लागू किया जाएगा। इस अडेंडेंस प्रणाली को सुचारू रूप से लागू करने के लिए जिला शिक्षा विभाग की पहले से स्कूलों को 4304 टैबलेट उपलब्ध कराए गए हैं।
इन्हीं टैबलेट्स के माध्यम से ई-शिक्षाकोष एप से अटेंडेंस लिया जाएगा। ई-शिक्षाकोष में स्टूडेंट अटेंडेंस माड्यूल जोड़ा गया है, जिससे डेटा सीधे राज्य स्तर तक पहुंच सकेगा।
फोटो से बनेगा बच्चों का अटेंडेंस
नई प्रणाली में शिक्षकों को अपने वर्ग के सभी बच्चों की सामूहिक फोटो प्रतिदिन लेनी होगी। यह फोटो ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर अपलोड की जाएगी। अपलोड होने के बाद पोर्टल का चेहरा पहचान सिस्टम बच्चों की पहचान कर उनके अटेंडेंस आटोमेटिकली फुलफिल करेगा। फोटो एक एंगल से नहीं बल्कि वर्ग के चारों ओर से ली जाएगी, ताकि हर बच्चे का चेहरा स्पष्ट रूप से दिखाई दे।

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