Bhagalpur News: भागलपुर जिले में 5 नए आरओबी के निर्माण कार्य पर मानसून का ब्रेक, अब कब शुरू होगा काम?
भागलपुर में जाम की समस्या से निजात पाने के लिए कई आरओबी और पुल बनाए जाएंगे। जमुनिया धार पर पुल भागलपुर-गोराडीह मार्ग पर आरओबी तातारपुर मुस्लिम हाई स्कूल के पास आरओबी और अन्य स्थानों पर आरओबी का निर्माण किया जाएगा। मानसून के कारण निर्माण कार्य में बाधा आई है लेकिन सितंबर के बाद काम फिर से शुरू होने की उम्मीद है।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। जाम की समस्या के समाधान और सुगम यातायात के लिए गांवों को जिला मुख्यालय से जोड़ने वाली किलाघाट के पास जमुनिया धार पर पुल, भागलपुर-गोराडीह मार्ग पर बौंसी रेल पुल-2 के ऊपर बनने वाले आरओबी, तातारपुर मुस्लिम हाई स्कूल पीछे सहित कहलगांव व अजगैवीनाथ में आरओबी बनाने वाली एजेंसी का चयन हो चुका है। ठेकेदार को विभाग से वर्क ऑर्डर भी जारी कर दिया है।
हालांकि, मानसून ने इन सभी परियोजनाओं के निर्माण कार्य पर ब्रेक लगा दिया है। सिर्फ मिट्टी जांच ही हो पाई है। यही नहीं गंगा का जलस्तर काफी बढ़ने के कारण फोरलेन समानांतर पुल का निर्माण भी प्रभावित हो गया है। अब सिंतबर के बाद ही इन परियोजनाओं पर काम शुरू हो सकेगा।
विभागीय अधिकारियों का कहना है कि सितंबर तक बारिश का समय रहता है। इसलिए बरसात बाद ही विकास कार्यों में तेजी आएगी। जलस्तर कमने के बाद ही अक्टूबर में गंगा में समानांतर फोरलेन पुल का कार्य फिर चालू होगा।
जमुनिया धार पर पुल निर्माण:
जिला मुख्यालय से शंकरपुर और अजमेरीपुर बेरिया पंचायत के दो दर्जन से अधिक गांवों को सीधे जोड़ने वाली जमुनिया धार पर पुल बनना है। 10.5 करोड़ की लागत पांच पिलरों पर खड़े होने वाले इस पुल को बनाने वाली 2 एजेंसी को वर्क आर्डर जारी किया जा चुका है।
इस पुल की लंबाई 95 मीटर और लंबाई 7.5 मीटर (टूलेन) है। बरसात के बाद पुल निर्माण में तेजी आएगी और अगले साल बरसात तक यह बनकर तैयार हो जाएगा। इस पुल के बनने से उक्त पंचायत के दो दर्जन गांवों की 40 हजार आबादी को आवागमन में सुविधा होगी। शहर से सीधा कनेक्टिविटी जुड़ जाएगा।
भागलपुर-गोराडीह मार्ग पर आरओबी निर्माण:
भागलपुर-गोराडीह मार्ग पर बौंसी रेल पुल संख्या-2 पर बनने वाले रेल ओवर ब्रिज (आरओबी) के निर्माण होना है। पुल निर्माण निगम से ठेकेदार को वर्क आर्डर भी जारी कर दिया है। 66 करोड़ 96 लाख 20 हजार 824 रुपये की राशि से बनने वाले इस आरओबी के ड्राइंग को रेलवे से भी मंजूरी मिल चुकी है।
यह आरओबी मिरजान शीतला स्थान के पास बन रहे भोलानाथ फ्लाइओवर से जुड़ेगा। इसके बनने से दक्षिणी शहरवासियों के लिए रास्ता आसान हो जाएगा। बौंसी रेल पुल के अंडरपास में जलजमाव का सामना नहीं करना पड़ेगा। अप्रोच रोड समेत आरओबी का निर्माण होगा।
मुस्लिम हाई स्कूल के पास से अमरपुर जाने वाले मार्ग पर भी क्रासिंग पर आरओबी:
भागलपुर-नाथनगर के बीच 306वें किलोमीटर पर एलसी नंबर-1/ए मुस्लिम हाई स्कूल के पास आरओबी बनना है। चयनित एजेंसी को वर्क आर्डर भी जारी हो चुका है। लेकिन अभी तक मिट्टी जांच ही हो पाई है। निर्माण शुरू नहीं हुआ है।
भागलपुर से अजगैवीनाथ धाम जाने वाले मुख्य रेल लाइन पर यह क्रासिंग पड़ती है। अमरपुर की ओर जाने वाले रास्ता जाम के कारण यातायात अवरूद्ध हो जाता है। भागलपुर-जमालपुर रेलखंड पर प्रतिदिन मालगाड़ी व यात्री ट्रेन सहित 65 से अधिक ट्रेनों का परिचालन होता है।
ट्रेनों के गुजरने तक लोगों को इंतजार करना पड़ता है। इस दौरान लंबा जाम लग जाता है। इस मार्ग से प्रतिदिन छोटे-बड़े 20-25 हजार गाड़ियां चलती है। आरओबी के बनने से आवागमन की सहूलियत होगी।
एकचारी-महगामा मार्ग पर आरओबी:
एकचारी से महगामा जाने पर क्रासिंग बंद होने पर लंबा जाम लगता है। यह आरओबी त्रिमुहान-महगामा से जुड़ेगा। अनियंत्रित ट्रक के धक्के से रेलवे फाटक क्षतिग्रस्त होता है।आरओबी बनने से इस समस्या का समाधान हो जाएगा।
इस मार्ग से 700-800 हाइवा सहित प्रतिदिन पांच-छह हजार वाहनों का परिचालन होता है। ट्रेन गुजरने के दौरान 15-20 मिनट तक रेलवे फाटक बंद रहने के कारण यातायात प्रभावित हो जाता है। आरओबी बनने से आवागमन की सुविधा होगी। 100 से अधिक गांवों के दो लाख आबादी को इसका लाभ मिलेगा। यह मार्ग एनएच 80 से मिलता है।
अकबरनगर-अजगैवीनाथ धाम के बीच आरओबी:
अकबरनगर-अजगैवीनाथ धाम के बीच 328वें किलोमीटर पर एलसी नंबर 09 पर रेलओवर ब्रिज निर्माण का निर्माण भी शुरू नहीं हुआ है। मिट्टी की जांच हो चुकी है। आरओबी शाहकुंड और अमरपुर मार्ग से जुड़ेगा। इसके बनने से मिरहट्टी, कटहरा, खानपुर, कप्सोना, बेलथु, किरणपुर आदि पंचायतों व सुल्तानगंज के 14 वार्ड के दो लाख लोगों को सुविधा होगी।
इस मार्ग में बड़े-छोटे मिलाकर प्रतिदिन पांच हजार वाहनों का परिचालन होता है। आरओबी बनने से जाम की समस्या का काफी हदतक समाधान होगा। यातायात सुगम होगा। ट्रेनों के गुजरने का लोगों को इंतजार नहीं करना पड़ेगा। रेलवे हिस्से में जमीन से कम से कम 12 मीटर ऊंचा आरओबी बनेगा। 10 मीटर चौड़ा आरओबी बनना है।
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