Bhagalpur News: गहने पहनकर बाहर निकलने वाली महिलाएं सावधान, हो जाएगा बड़ा खेल
भागलपुर में श्रावणी मेले के दौरान ठगों का एक गिरोह सक्रिय है जो नासिक से आए साधुओं के वेश में घूम रहा है। ये ठग अकेली महिलाओं को डराकर उनसे गहने उतरवा लेते हैं और फरार हो जाते हैं। पिछले एक महीने में ऐसी कई घटनाएं सामने आई हैं जिनमें लाखों रुपये के गहनों की चोरी हुई है। पुलिस अभी तक इन ठगों को पकड़ने में नाकाम रही है।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। श्रावणी मेले की चहल-पहल के बीच ठगी करने वाले शातिर भी सक्रिय हो गए हैं। साधु के वेश में दूर नासिक का बताकर पल भर में गहने व पैसे उड़ा ले जा रहे हैं। हट्टे-कट्टे व बलवान दिखने वाले व खुद को नासिक का बताने वाले ठगों का गिरोह पानी का घड़ा लेकर पैदल पांच से छह की संख्या में शिकार की तलाश में रहते हैं।
सोने की चेन, अंगूठी, चूड़ी आदि पहने अकेली पाई गई महिला को देखकर उसे यह कहकर डराते हैं कि उसके परिवार का कोई सदस्य, बेटा, पोता, पोती आदि खतरे में है। फिर उसे उस बड़ी मुसीबत से निकालने का उपाय बताते हैं और उसे झांसे में लेकर गहने उतारने को कहते हैं।
गिरोह के सदस्य फिर महिला को अलग-अलग तरीकों से गुमराह कर गहने लेकर फरार हो जा रहे हैं। भागलपुर में पिछले एक माह में आधा दर्जन घटनाएं हो चुकी हैं। खुद को नासिक का साधु बताने वाले सफेदपोश ठगों को पुलिस पकड़ नहीं पा रही है। एक इलाके में ठगी करने वाले ठग पैदल ही दूसरे इलाके में अपने शिकार पर घात लगाए बैठे हैं। ठग पीड़ित से एक रुपये का सिक्का मांगते हैं।
सिक्का देने के बाद, वे परिवार की कुशलक्षेम की बात करते हैं और जेब में रखे बड़े नोट को कमंडल में रखने को कहते हैं। जैसे ही पीड़ित नोट निकालकर कमंडल में डालता है, साधु के वेश में खड़ा ठग पैसे कमंडल में डाल देता है और कहता है कि तुम्हारे नोट भगवान के पास चले गए, मेरा अपना नोट कमंडल में है। बोलो, साधु जल्दी से चला जाता है।
...हे मां, तुम्हारे बेटे की जान खतरे में है... बोलो, ये ठगी का शिकार बना रहे हैं।
नासिक के ठग साधुओं का वेश धारण करके समूहों में घूमते हैं और सोने की चेन, चूड़ियाँ, अंगूठी, बाली, नथनी आदि पहने किसी अकेली महिला को देखकर कठोर स्वर में कहते हैं... हे माँ... तुम्हारे बेटे की जान खतरे में है। यह सुनकर महिला डर जाती है। तभी दूसरा साधु आगे आता और उस जानलेवा स्थिति से उसे बचाने का तत्काल उपाय बताने लगता।
तीसरा साधु महिला के हाथ में नोटों की एक गड्डी थमा देता और उसे अपनी हथेलियों के बीच रखने को कहता। फिर वह उससे अपने सारे गहने उतारकर कमंडल में रखने को कहता। पीड़िता उसकी बातों में आ जाती और तुरंत अपने गहने उतारकर कमंडल में रख देती। फिर वह उससे बिना पीछे मुड़े अस्सी कदम आगे चलने और पैसे हथेली में रखने और फिर वापस आने को कहता। जैसे ही महिला आगे बढ़ती, ठग गहने छीनकर वहाँ से चले जाते। जब महिला अस्सी कदम चलकर वापस मुड़ती, तो साधु वेशधारी ठग गायब हो जाते।
1. केस स्टडी: 2 अगस्त, 2025 को साधु वेशधारी ठगों ने सैंडिस कंपाउंड में इशाकचक निवासी राधा देवी से आठ लाख रुपये के गहने छीन लिए।
2. केस स्टडी: 4 अगस्त, 2025 को साधु वेशधारी ठगों ने तिलकामांझी सब्जी चौक पर सेवानिवृत्त इंजीनियर अभिरंजन प्रसाद से पाँच-पाँच सौ रुपये के चार नोट छीन लिए।
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