Bhagalpur News: भागलपुर के लोगों को कोढ़ में खाज, सिरदर्द बना विक्रमशिला सेतु का रोज-रोज का जाम
Bhagalpur News भागलपुर का विक्रमशिला पुल और उसके पहुंच पथ की निगरानी व्यवस्था पूरी तरह फेल हो गई है। इसके चलते पिछले 10 दिनों में ही पुल और उसके पहुंच पथ पर 50 से 60 घंटे तक जाम रहा है। श्रावणी मेला 2025 और कई चरणों में होने वाली पुलिस भर्ती परीक्षा ने विक्रमशिला सेतु की यातायात व्यवस्था को पूरी तरह पस्त कर दिया है।

जागरण संवाददाता भागलपुर। Bhagalpur News विक्रमशिला पुल और उसके पहुंच पथ की निगरानी व्यवस्था फेल है। इसका नतीजा यह है कि पिछले 10 दिनों में ही पुल और उसके पहुंच पथ पर 50 घंटे से अधिक का जाम रहा है। श्रावणी मेला और कई चरणों में होने वाली पुलिस भर्ती परीक्षा ने विक्रमशिला सेतु को पूरी तरह पस्त कर दिया है।
भागलपुर को नवगछिया से जोड़ने वाले इस पुल पर रविवार और सोमवार को लगातार 36 घंटे तक वाहनों की कतारें रेंगती रहीं और लोग परेशान होते रहे। वहीं जाम की असल वजह जांच में जो सामने आया है कि पुल की ट्रैफिक व्यवस्था भागलपुर और नवगछिया यातायात पुलिस के हवाले है, लेकिन निगरानी के नाम पर सिस्टम ढीला पड़ा है।
सीसीटीवी कैमरे या तो खराब हैं या सिर्फ दिखावे के लिए टंगे हैं। ओवरस्पीडिंग और ओवरटेकिंग पर कोई रोक नहीं है। जिसका कारण है कि आए दिन जाम लगे रहते हैं। जाम हटाने के बावजूद भी कई घंटे तक ट्रैफिक व्यवस्था कछुए के रफ्तार से चलती है।
श्रावणी मेला को लेकर नवगछिया की ओर से बनाए गए ट्रैफिक प्लान में भारी वाहनों को सीमावर्ती इलाके में रोकने का निर्देश है, लेकिन हकीकत ये है कि जीरो माइल से आगे भी दर्जनों ट्रक पहुंच पथ पर खड़े मिल जाते हैं। वहीं भागलपुर की ओर से 15 सिपाही, चार पदाधिकारी और एक क्रेन की व्यवस्था तो है, लेकिन जब ट्रैफिक का दबाव दोगुना हो गया हो, तो यह इंतजाम नाकाफी साबित हो रहा है।
15 दिनों में 8000 वाहनों का बढ़ा दबाव
विक्रमशिला पुल पर श्रावणी मेला और आए दिन हो रहे बिहार पुलिस की परीक्षा को लेकर गाड़ियों का अतिरिक्त दबाव बढ़ गया है। यातायात पुलिस की माने तो पहले जहां अमूमन 10 से 12000 गाड़ियां रोज पर करती थी उसकी संख्या अब बढ़कर 20000 के करीब पहुंच गई है। वहीं पुल पर गाड़ी ब्रेकडाउन होने पर 7000 रुपए के जुर्माने का निर्देश है।
विक्रमशिला पुल जाम होने के बड़े कारण
- कैमरे खराब: नवगछिया की ओर लगे सीसीटीवी कैमरे पूरी तरह बंद हैं, जबकि भागलपुर की ओर से लगे पांच में से कुछ ही चालू हैं।
- ओवरटेकिंग और ओवरस्पीडिंग: सबसे बड़ा कारण यही है, जिस पर कोई निगरानी नहीं।
- ट्रैफिक प्लान का उल्लंघन: नवगछिया में बड़े वाहनों को सीमावर्ती इलाकों में रोकने का निर्देश है, फिर भी जीरो माइल के बाद बड़े वाहन पहुंच पथ पर खड़े मिलते हैं।
- संसाधन की कमी: भागलपुर की ओर 15 सिपाही, चार पदाधिकारी और एक क्रेन तो है, लेकिन बढ़े ट्रैफिक के आगे यह व्यवस्था नाकाफी साबित हो रही है। इसलिए संसाधन को और मजबूत किया जाए
विक्रमशिला सेतु पर ठोस व्यवस्था जरूरी
- विक्रमशिला सेतु पर 24 घंटे यातायात पुलिस की तैनाती हो।
- यातायात पुलिस के पास क्रेन की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए ताकि जल्द से जल्द काम हो सके
- पुल से गुजरने वाले वाहनों की नियमित जांच की व्यवस्था बनाई जाए
- श्रावणी मेला सहित अन्य किसी आयोजन पर वैकल्पिक मार्गों के उपयोग की स्पष्ट और प्रभावी योजना तैयार हो।
- पुल पर त्वरित प्रतिक्रिया टीम तैनात की जाए, जो हर आपात स्थिति से तुरंत निपट सके।
- सीसीटीवी कंट्रोल रूम से 24 घंटे निगरानी की मजबूत व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, ताकि हर गतिविधि पर नजर रखी जा सके
- विक्रमशिला पुल पर स्पीड लिमिट किया जाए
- पुल पर सिपाही के लिए अस्थाई शेड भी बने ताकि तैनात किए गए पुलिस रह सके और निगरानी कर सके
पुल पर और उसके पहुंच पथ पर जाम ना लगे इसके लिए मुकम्मल व्यवस्था की जा रही है। कैमरे खराब है उसे भी ठीक करवाया जाएगा। खासकर बड़े गाड़ियों की फिटनेस जांच भी करवाई जाएगी। इसके अलावा अन्य व्यवस्था भी करवाया जा रहा है जो यातायात व्यवस्था को सुलभ बना सके। -अभिषेक कुमार यातायात डीएसपी नवगछिया
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