Bhagalpur News: मौत के भंवर में फंसे दो चचेरे भाई... घर से पढ़ाई करने निकले थे स्कूल... नाथनगर में तालाब में डूब गए
Bhagalpur News भागलपुर के नाथनगर में तालाब में डूबने से दो चचेरे भाइयों की मौत हो गई। मधुसूदनपुर थाना क्षेत्र के निस्फअंबे पंचायत की इस घटना में दोनों भाई घर से स्कूल जाने की बात कहकर निकले थे। पोखरनुमा गड्ढे में स्नान करने के दौरान यह हादसा हुआ। गोशाला की जमीन की मिट्टी काटकर बेच देने से यह पोखर बना है।

संस, नाथनगर (भागलपुर)। Bhagalpur News घर से स्कूल जाने की बात कहकर निकले दो चचेरे भाई की तालाब में डूबने से मौत हो गई। घटना मधुसूदनपुर थाना क्षेत्र के निस्फअंबे पंचायत स्थित गौशाला बगीचे के नजदीक एक जमीन पर बनाए गए गड्ढानुमा तालाब में स्नान करने के दौरान घटी। घटना की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंचे और दोनों बच्चों के शव को बाहर निकाला। इस घटना के बाद गांव में मातम छा गया।
मृतक बच्चों की पहचान निस्फअंबे निवासी किसान सलाहकार जितेंद्र दास के पुत्र हर्ष कुमार (12) और पवन दास के (13) वर्षीय पुत्र बादल कुमार के रूप में की गई। हर्ष छठी कक्षा और बादल सातवीं का छात्र था। मृतक हर्ष की बड़ी बहन डेजी कुमारी ने बताया कि उनका भाई स्कूल नहीं जाकर पोखर में कब स्नान करने चला गया, इस बात की जानकारी उनके परिवार वालों को नहीं थी। जब वह स्कूल से घर लौटी तो दोनों भाइयों के शव को देखकर हताश रह गई।
ग्रामीण मंगल ने बताया कि गांव के कुछ लड़के भागे दौड़े उनके पास आए और घटना की जानकारी दी। दोनों बच्चों को बचाने की बहुत कोशिश की, लेकिन दोनों बच्चे गहरे पानी में डूब चुके थे। बाहर निकालने पर दोनों मृत पाए गए। नाथनगर रेफरल अस्पताल भी ले गए, लेकिन डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
स्थानीय ग्रामीणों की मानें तो जिस पोखरनुमा गड्ढे में दोनों बच्चों की डूबकर मौत हुई है, वह गौशाला की जमीन है। उक्त जमीन पर विवाद भी चल रहा है। इसके बावजूद मनमानी ढंग से उक्त जमीन से सैंकड़ों टेलर मिट्टी काटकर बेच दिया गया। इसी वजह से उक्त गड्ढे में बरसात का पानी भर गया है, जिसमें स्थानीय बच्चे रोजाना स्नान करने पहुंचते हैं। इधर, मधुसूदनपुर थानाध्यक्ष सफदर अली ने बताया कि दोनों बच्चों की मौत की घटना में यूडी केस दर्ज किया जाएगा।
निस्फअंबे गांव में दो बच्चों की मौत पानी में डूबने से हुई है। शव को मधुसूदनपुर पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेजा दिया है। पीएम रिपोर्ट आने के बाद आश्रित पीड़ित परिवार के लोगों को आपदा प्रबंधन के तहत मुआवजा की राशि दी जाएगी।
रजनीश कुमार, सीओ नाथनगर
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