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    Bihar News: जेल में बंद कैदियों से सरकार लेगी काम, बदले में मिलेगी मजदूरी; सूची हो रही तैयार

    Updated: Thu, 03 Jul 2025 02:00 PM (IST)

    भागलपुर जेल में अब सश्रम कारावास काट रहे बंदियों से काम लिया जाएगा और उन्हें मजदूरी दी जाएगी। बिहार विधानसभा की कारा सुधार समिति ने यह निर्णय लिया है कि जेलों में भवन निर्माण के कार्यों में बंदियों को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके लिए बंदियों की कुशलता के अनुसार सूची बनाने का आदेश दिया गया है। प्रथम चरण में निर्माणाधीन भवन निर्माण परियोजनाओं में बंदियों को काम मिलेगा।

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    प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर। (जागरण)

    जागरण संवाददाता, भागलपुर। जेल में बंद सश्रम कारावास काट रहे बंदियों से काम लिया जाएगा। इसके एवज में उन बंदियों को उचित मजदूरी भी दी जाएगी।

    बिहार विधानसभा की कारा सुधार समिति की तरफ से राज्य के पांच जिलों में स्थल अध्ययन यात्रा की गई। इस दौरान संबंधित जेलों के निरीक्षण के क्रम में समिति ने जेलों में पाई गई कमियों में सुधार को लेकर अहम बैठक हुई है।

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    उसी बैठक में अहम मंत्रणा के बाद यह निर्णय लिया कि जेल में अब जब कोई भी भवन निर्माण का काम शुरू होगा तो उसमें यहां के बंदी को काम में प्राथमिकता दी जाएगी।

    बंदियों को दी जाएगी प्राथमिकता

    जेल के बंदी को प्रथम प्राथमिकता के रूप में राज मिस्त्री, लेबर, इलेक्ट्रीशियन, प्लंबरिंग आदि का काम दिया जाए। जिन कामों के लिए बंदियों को ट्रेनिंग दी गई है। उसे पहली प्राथमिकता काम देने में की जाएगी। ताकि बंदियों को आर्थिक लाभ मिल सके।

    बिहार सरकार कारा एवं सुधार सेवा के संयुक्त सचिव एवं निदेशक संजीव जमुआर ने कहा है कि जब भी जेल में कोई भी भवन निर्माण का काम शुरू हो, उसमें संबंधित जेलों के बंदी को सुरक्षा मानक के अनुपालन करते हुए काम देने में प्राथमिकता दी जाए। ऐसे बंदियों को आर्थिक लाभ भी प्रदान करना है।

    मेहनताने की राशि भी मिलेगी

    उक्त दिशा-निर्देश बाद बिहार कारा निरीक्षणालय जेलों में बंद सजायाफ्ता बंदियों से जेल की आधारभूत संरचनाओं में बतौर कामगार काम देगा। बदले में कामगार को मिलने वाली मेहनताने की राशि भी दी जाएगी। प्रथम चरण में जेलों के निर्माणाधीन भवन निर्माण परियोजनाओं में सजायाफ्ता बंदियों को काम दिया जाएगा।

    सजायाफ्ता बंदियों के कल्याण की योजना को शीघ्र मूर्त रूप दिया जाना है। जिसकी तैयारी शुरू कर दी गई है। विधानसभा की उप समिति की भी इस संबंध में रिपोर्ट इस बंदी कल्याणकारी योजना में सहभागिता रही है।

    कारा महानिरीक्षक ने सजायाफ्ता बंदियों की बाकायदा सूची तैयार करने को कहा है। कौन सा बंदी राज मिस्त्री का काम करता है, कौन सा बंदी प्लंबर का काम करता है, कौन सा बंदी बढ़ई का काम करता है और कौन वायरिंग-फिटिंग का काम जानता, कौन मेहनतकश है, उसके अनुरूप उन्हें काम दिया जाएगा।