Bhagalpur News: गलत ट्रेन में बैठ गए गार्ड, 10 मिनट तक रुकी रही गरीब रथ; फिर अधिकारियों ने उठाया ये कदम
Bhagalpur News Today कई बार जानकारी के अभाव में लोग गलत ट्रेन में सवार हो जाते हैं। गलत ट्रेन में सवार होने के बाद यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। गलत ट्रेन में बैठने पर टीटीई जुर्माना भी लगा देते हैं या फिर उतर जाने की चेतावनी देते हैं। लेकिन भागलपुर रेलवे स्टेशन पर इसके ठीक विपरीत घटना घटी। एक गार्ड ही गलत ट्रेन में चढ़ गए।

आलोक कुमार मिश्र, भागलपुर। Bhagalpur News: कई बार जानकारी के अभाव में लोग गलत ट्रेन में सवार हो जाते हैं। गलत ट्रेन में सवार होने के बाद यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। गलत ट्रेन में बैठने पर टीटीई जुर्माना भी लगा देते हैं या फिर दूसरे स्टेशन पर ट्रेन से उतर जाने की चेतावनी देते हैं।
शनिवार को भागलपुर रेलवे स्टेशन पर इसके ठीक विपरीत घटना घटी। एक गार्ड ही गलत ट्रेन में चढ़ गए। गार्ड के गलत ट्रेन में चढ़ने के कारण 10 से 12 मिनट तक गरीब रथ एक्सप्रेस (Garib Rath Express) प्लेटफार्म पर ही रूकी रही। वहीं, पूरा रेल महकमा परेशान हो उठा।
सप्ताह में तीन दिन चलने वाली 22405 गरीब रथ एक्सप्रेस प्लेटफार्म संख्या चार पर लगी थी, जबकि 04021 समर स्पेशल प्लेटफार्म संख्या तीन पर खड़ी थी। इस समर स्पेशल को डुप्लीकेट गरीब रथ एक्स्रपेस के नाम से भी जाना जाता है। दोनों ट्रेन के नंबर और रैक के रंगों में फर्क है। 2205-22406 गरीब रथ एक्सप्रेस में एलएचबी रैक है। इस रैक का रंग लाल है। जबकि डुप्लीकेट गरीब रथ का रैक हरा होने के साथ पुराने कोच हैं।
इसके बावजूद गरीब रथ एक्सप्रेस के गार्ड प्रताप सिंह डुप्लीकेट गरीब रथ में बैठ गए। यह मामला तब सामने आया जब 22405 गरीब रथ एक्सप्रेस का भागलपुर स्टेशन से रवाना होने का समय हो गया था। ट्रेन खुलने से कुछ ही मिनट पहले गार्ड से संपर्क किया गया।
संपर्क होने पर गार्ड ने बताया कि वह ट्रेन में बैठ गए हैं। जब गरीब रथ एक्सप्रेस के गार्ड बोगी में देखा गया, तो गार्ड उस बोगी में नहीं थे। गार्ड को बोगी में नहीं देख, उनसे फिर संपर्क किया गया। गार्ड बार-बार ट्रेन में बैठने की बात दोहराते रहे। रेल कर्मियों के एहसास कराने पर कि वे गलत ट्रेन में जा बैठे हैं तब उस ट्रेन यानि 04021 डुप्लीकेट गरीब रथ से उतर कर 22405 गरीब रथ एक्सप्रेस में सवार हुए।
इस दौरान यह भी उन्हें एहसास कराया गया कि कम पढ़े लिखे लोग गलती से गलत ट्रेन में सवार हो जाते हैं और आप तो पढ़े लिखे होने के साथ एक पद पर हैं। गाड़ी संख्या पर तो आपका जरूर ध्यान जाना चाहिया था।
बता दें कि 05 अप्रैल को गलती से हंसडीहा स्टेशन पर बांका जिला की सुलेखा देवी और उसकी पुत्री अभिलाषा गलत ट्रेन में चढ़ गई थी। एहसास होने पर चलती ट्रेन से प्लेटफार्म पर कूदने से जख्मी हो गई थी। इधर, गार्ड के गलत ट्रेन में बैठ जाने की वजह से गरीब रथ एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से 10-12 मिनट देरी से दोपहर 2:10 बजे भागलपुर से रवाना हुई।
डीआरएम मालदा, विकास चौबे ने कहा कि यह एरर है। मानवीय चूक किसी से भी हो सकता है। यात्री भी गलत ट्रेन में बैठ जाते हैं। गलत सीट पर बैठ जाते हैं। इस घटना से सीखने की जरूरत है।
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