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    बैंककर्मी से मिलकर दादा के खाते से अपने खाते में ट्रांसफर करा ली रकम, छानबीन में जुटी पुलिस

    बांका जिले में एक पोते ने बैंककर्मी के साथ मिलकर अपने दादा के खाते से 28 लाख रुपये निकाल लिए। पोते ने धोखे से संयुक्त खाता खुलवाया और सारे पैसे अपने खाते में ट्रांसफर कर लिए। जब दादा ने इलाज के लिए पैसे मांगे तो पोते ने गाली दी और बैंककर्मी ने उन्हें बैंक से बाहर निकाल दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

    By Kaushal Kishore Mishra Edited By: Rajat Mourya Updated: Tue, 26 Aug 2025 10:00 PM (IST)
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    बैंककर्मी से मिलकर दादा के खाते से अपने खाते में ट्रांसफर करा ली रकम, छानबीन में जुटी पुलिस

    जागरण संवाददाता, भागलपुर। बांका जिले के अमरपुर सुरिहारी गांव निवासी 75 वर्षीय अनिरुद्ध प्रसाद सिंह के खाते से रुपये ट्रांसफर करा लेने का मामला प्रकाश में आया है। बैंककर्मी राहुल कुमार झा से मिलकर बुजुर्ग के पोते अभिषेक आनंद ने ऐसी जालसाजी करते हुए अपने खाते में रकम ट्रांसफर करा लिए।

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    जिसकी जानकारी पर बुजुर्ग अनिरुद्ध प्रसाद सिंह ने एसएसपी हृदय कांत को आवेदन देकर घटनाक्रम की जानकारी दी। मामले में एसएसपी के निर्देश पर कोतवाली थाने में केस दर्ज कर लिया गया है। दर्ज केस में पोता अभिषेक आनंद और बैंककर्मी राहुल कुमार झा को नामजद आरोपित बनाया गया है। केस दर्ज कर पुलिस छानबीन शुरू कर दी है।

    दादा के खाते में थे 28 लाख रुपये, पोते ने पांच लाख निकाल दिया पहला झटका

    दादा के खाते में 28 लाख, पांच हजार रुपये जमा थे। पोते ने जालसाजी करते हुए बैंककर्मी की मदद से पहले पांच लाख रुपये बिना दादा की सहमति के अपने अलग खाते में ट्रांसफर करा लिया। फिर बैंककर्मी राहुल की मदद से पोते ने एक ज्वाइंट खाता अपने और दादा के नाम से संयुक्त रूप से खुलवा लिया।

    यह कवायद भी बिना दादा के दस्तखत के फर्जी दस्तखत बना खुलवा लिया। बैंकिंग सुविधा भी प्राप्त करते हुए खाते से कुल 28 लाख, पांच हजार रुपये निकाल लिए। दादा का चेक बुक चुरा लिया। दादा ने जिस मोबाइल नंबर को बैंक ऑपरेशन के लिए दिया था, उस सिम की भी चोरी पोते ने कर ली और दूसरा सिम दादा के मोबाइल में लगा दिया।

    फिर अपना नंबर बैंक में डालकर जाल-फरेब कर दोनों आरोपितों ने धोखाधड़ी की। दादा ने जब पोते अभिषेक आनंद से अपने उपचार के लिए दस हजार रुपये की मांग की तो एक रुपये नहीं दिये बल्कि गाली-गलौज करने लगा। उस दौरान यह भी कहा कि मैंने तुम्हारी जमीन लिखवा ली, अपना मकान बना लिया और बैंक का सारा पैसा भी ले लिया हूं। तब बुजुर्ग अनिरुद्ध प्रसाद सिंह बैंक जाकर मामले में तहकीकात की।

    बैंककर्मी राहुल से जब पूछा तो उसने जवाब दिया कि आप बूढ़े हो गए हैं इसलिए मैने आपकी सुविधा के लिए आपका सारा पैसा अभिषेक आनंद के खाते में ट्रांसफर करवा दिया। आपको अब बैंक नहीं दौड़ना पड़ेगा। जब बुजुर्ग ने यह पूछा कि खाते में रुपये ट्रांसफर कर आपने अच्छा नहीं किया। मेरी सहमति जरूरी थी। तो राहुल ने बैंक से धक्के मारकर बाहर निकालने की बात कही।