Bihar New Four Lane: बिहार में यहां बनेंगी 2 नई फोरलेन सड़क, मुख्यालय भेजी DPR; 201 करोड़ होंगे खर्च
भागलपुर में कोतवाली-अगरपुर-भागलपुर और लोहिया पुल से अलीगंज बाइपास तक फोरलेन सड़क बनाने की योजना है। पथ निर्माण विभाग ने डीपीआर मुख्यालय को भेज दी है। कुछ त्रुटियों के कारण पहले डीपीआर लौटा दिया गया था जिसे सुधार कर फिर भेजा गया है। योजनाओं की लागत भी बढ़ गई है। सड़क को सुरक्षित बनाने के लिए डिवाइडर भी बनेगा।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। कोतवाली-अगरपुर-भागलपुर और लोहिया पुल से अलीगंज बाइपास तक फोरलेन बनने वाली सड़क का पथ निर्माण विभाग ने डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) मुख्यालय को भेज दिया गया है।
मुख्यालय ने त्रुटियां बता लोहिया पुल से अलीगंज बाइपास तक फोरलेन जैसी विकसित होने वाली सड़क का डीपीआर मुख्यालय ने लौटा दिया था। जिसे सुधार कर फिर भेजा गया है। मुख्यालय से डीपीआर को मंजूरी मिलने के बाद टेंडर की प्रक्रिया अपनाई जाएगी।
पिछले तीन सालों से लंबित दोनों योजनाओं की राशि भी आठ से 55 करोड़ तक बढ़ गई। साढ़े पांच मीटर चौड़ी कोतवाली-अगरपुर-भागलपुर सड़क को सात मीटर करने की योजना थी। लेकिन ट्रैफिक लोड को देखते योजना में बदलाव करते हुए इस सड़क को 10 मीटर चौड़ीकरण का निर्णय लिया है।
सात मीटर सड़क चौड़ीकरण 77 करोड़ रुपये खर्च होना था, लेकिन अब 10 मीटर चौड़ी सड़क निर्माण में 137 करोड़ 82 लाख 100 रुपये खर्च आएगा, जबकि फोरलेन की तरह विकसित होने वाली लोहिया पुल-अलीगंज बाइपास तक चार किलोमीटर सड़क के निर्माण पर अब 56 करोड़ 71 लाख से बढ़कर 64 करोड़ 62 लाख 900 रुपये हो गया है।
अगरपुर-कोतवाली-भागलपुर और बाइपास लिंक रोड का डीपीआर पथ निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता को भेज दिया गया है।
इधर, लोहिया पुल से अलीगंज बाइपास के बीच कई स्थानों पर सड़क की चौड़ाई महज साढ़े तीन मीटर है। इन हिस्सों को फोरलेन जितना चौड़ा करने के लिए अतिक्रमण हटाया जाएगा। सड़क के दोनों ओर आरसीडी की पर्याप्त भूमि उपलब्ध है पर उस पर अस्थाई और स्थाई अतिक्रमण कर लिया गया है। इसे हटाने के लिए प्रशासन से सहयोग लिया जाएगा।
एक मीटर चौड़ा बनेगा डिवाइडर, सड़क होगी अधिक सुरक्षित
सड़क को फोरलेन में विकसित करने की योजना के तहत पूरी सड़क में एक मीटर चौड़ा डिवाइडर बनेगा। इससे वाहनों की आवाजाही अधिक व्यवस्थित और सुरक्षित हो सकेगी।वाहनों के दवाब की तुलना में सड़क की चौड़ाई कम है। टूलेन सड़क में डिवाइडर नहीं बनाया जा सकता है। डिवाइडर नहीं होने से दोनों ओर से आनेजाने वाले वाहनों में टकराव की आशंका बनी रहती है। डिवाइडर के साथ सड़क के दोनों ओर सुरक्षा रिफ्लेक्टर और साइड रेलिंग भी लगाने की योजना रहेगी।
विभाग के अनुसार डीपीआर में इस डिवाइडर का स्पष्ट प्रावधान है। लोहिया पुल-अलीगंज सड़क भागलपुर-हंसडीहा फोरलेन से जुड़ेगा। इससे यातायात सुगम होगा।
दूसरी ओर, भागलपुर- अगरपुर-कोतवाली व बाइपास लिंक रोड को फिलहाल बाइपास से कोतवाली तक फोरलेन जितनी चौड़ाई में विकसित किया जाएगा, लेकिन बाइपास से शीतला स्थान चौक की ओर का हिस्सा अभी जस का तस रहेगा। विभाग का मानना है कि इस हिस्से में बौंसी रेल ब्रिज संख्या-2 के पास सड़क सह ऊपरी पुल (आरओबी) का निर्माण होना है।
जब तक आरओबी और उसके अप्रोच रोड का स्वरूप तय नहीं हो जाता, तब तक इस हिस्से में चौड़ीकरण संभव नहीं है। आरओबी बनने के बाद शेष बची सड़क को भी फोरलेन जितना चौड़ा किया जाएगा। आरसीडी के अधिकारी के अनुसार दिसंबर तक सड़क निर्माण शुरू करने की योजना पर काम किया जा रहा है। डीपीआर को मंजूरी मिलने के बाद टेंडर की प्रक्रिया अपनाई जाएगी।
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