गुटबाजी का अड्डा बना भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज, डर की वजह से बाहर रहने को मजबूर हैं छात्र
भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज में गुटबाजी चरम पर है जिससे छात्रों का पठन-पाठन बाधित हो रहा है। दबंग छात्रों के कारण गरीब छात्र प्रताड़ित हैं। पुलिस ने हाल ही में कार्रवाई करते हुए कुछ छात्रों को गिरफ्तार किया है जिससे गुटों में दहशत है। पटना मुख्यालय की जांच टीम ने कॉलेज प्रशासन की ढुलमुल नीति को विवाद का कारण बताया है।

संवाद सहयोगी, भागलपुर। भागलपुर का सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज अब शिक्षा का मंदिर कम और गुटबाजी का अखाड़ा अधिक प्रतीत होने लगा है। हालात इतने बदतर हो गए हैं कि हॉस्टल रहते हुए भी कई छात्र प्राइवेट मकानों में महंगे किराए पर रहने को मजबूर हैं।
कैंपस में दबंग छात्रों की पकड़ और गुटबाजी ने न सिर्फ पठन-पाठन का माहौल चौपट किया है, बल्कि रोजाना तनाव, दुश्मनी और हिंसा जैसे हालात पैदा कर दिए हैं। गरीब और सीधे-सादे छात्र मजबूरी में इस कहर को झेल रहे हैं।
दबंगई और डर का माहौल
कॉलेज में कुछ दबंग छात्र खुलेआम मनमानी करते हैं। शिकायतें प्रबंधन तक जाती हैं, लेकिन कार्रवाई के अभाव में इनका मनोबल और बढ़ जाता है। नतीजतन कमजोर और गरीब छात्र प्रताड़ना सहते हुए पढ़ाई में जुटे रहते हैं, जबकि कैंपस का माहौल लगातार बिगड़ता जा रहा है।
पुलिस दबिश से गुटों में खौफ
हालिया विवाद और मारपीट के मामले में पुलिस ने कार्रवाई तेज की है। दो छात्रों को गिरफ्तार किया गया है और 15 नामजद में से 13 की तलाश जारी है। पुलिस का कहना है कि और भी गिरफ्तारी होगी। साथ ही बीते वर्ष के विवादित मामले की भी समीक्षा कर पुरानी फाइलें खोली जा रही हैं। इससे गुटबाजी में शामिल छात्र सहमे हुए हैं।
मुख्यालय की सख्ती से उड़े कॉलेज प्रबंधन के होश
पटना मुख्यालय से आई चार सदस्यीय जांच टीम ने कैंपस का जायजा लिया और कालेज प्रशासन की ढुलमुल नीति को ही बार-बार होने वाले विवाद की जड़ बताया।
सूत्रों के मुताबिक, उदंड छात्रों को चिह्नित कर लिया गया है, लेकिन स्पष्ट कार्रवाई अभी तक नहीं हुई है। मुख्यालय ने कॉलेज प्रशासन से पूरी रिपोर्ट तलब की है।
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