Updated: Thu, 29 May 2025 02:02 PM (IST)
भागलपुर शिक्षा विभाग की लापरवाही का एक और मामला सामने आया है। विभाग ने एक मृत शिक्षक को प्रमोशन के लिए शैक्षणिक प्रमाण पत्र जांच हेतु बुलाया है। इससे पहले भी विभाग मृत शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांग चुका है। इस बार स्नातक प्रशिक्षित वेतनमान में प्रमोशन के लिए जारी सूची में मृत शिक्षक मनोज कुमार झा का नाम शामिल है। जिनको विभाग में उपस्थित होने को कहा गया है।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। शिक्षा विभाग को अपनी किरकिरी उड़ाने में मजा आ रहा है। बीते दिनों मृत शिक्षकों से जिला शिक्षा विभाग ने अटेंडेंस नहीं बनने को लेकर स्पष्टीकरण मांगा था। वहीं, इस बार शिक्षा विभाग ने मृत शिक्षक को प्रोन्नति (प्रमोशन) देने के लिए शैक्षणिक प्रमाण पत्र की जांच करने के लिए विभाग बुलाया है। मृत शिक्षक को गुरुवार को दोपहर 2:00 बजे सारे कागजात के साथ स्वर्ग से विभाग के दफ्तार में आना होगा।
विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
दरअसल, जिला शिक्षा विभाग के जिला स्थापना शाखा ने बुधवार देर शाम स्नातक प्रशिक्षित वेतनमान में प्रोन्नति देने के लिए 20 शिक्षकों की सूची जारी की है। जिन्हें अपने शैक्षणिक प्रमाण पत्र का जांच करवाना है। जिसके लिए सभी शिक्षक को गुरुवार को मूल सेवा पुस्तिका, साहित्यालंकार प्रवेश पत्र, अंक पत्र, मूल प्रमाण पत्र एवं योग्यता वर्धन के लिए विभागीय अनुमति पत्र लेकर कार्यालय में आना है।
इन सभी शिक्षकों का साहित्यालंकार की जो उपाधि है, वह हिंदी विद्यापीठ देवघर द्वारा जारी किया गया है। जिसमें क्रमांक संख्या चार पर शाहकुंड प्रखंड के मध्य विद्यालय शिवशंकरपुर के शिक्षक मनोज कुमार झा का भी नाम शामिल हैं। सहायक शिक्षक मनोज कुमार झा का देहांत 22 मार्च को हो गया है। वह कैंसर से पीड़ित थे। स्कूल के प्रधानाध्यापक ने भी इस बात की पुष्टि की है।
मिली जानकारी के मुताबिक, बीते कुछ दिन पहले सहायक शिक्षक मनोज कुमार झा की मृत्यु के पश्चात उनकी परीक्षा ड्यूटी में भी नाम दे दिया गया था।
21 मार्च और 8 मई को मृत शिक्षक से स्पष्टीकरण मांग चुका है शिक्षा विभाग
वहीं, आपको बता दें कि 21 मार्च को जिले में अटेंडेंस नहीं बनाने वाले 1388 शिक्षकों से स्पष्टीकरण किया गया था। जिस सूची में लगभग एक दर्जन से अधिक शिक्षक ऐसे शामिल थे, जो या तो मृत थे या नौकरी से रिटायर्ड हो चुके थे।
इसके बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा एक सप्ताह के अंदर सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी से ऐसे शिक्षकों की सूची मांगी गई थी जो या तो मृत थे या रिटायर्ड हो चुके थे, ताकि उनका नाम ई-शिक्षा पोर्टल से हटाया जा सके। इसके बाद लगभग 400 से अधिक शिक्षकों का डाटा भी पोर्टल से हटाया गया था।
इसी महीने आठ मई को स्कूल आने में देरी की वजह से कहलगांव प्रखंड के 373 शिक्षकों से प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने स्पष्टीकरण पूछा था। जिसमें कहलगांव प्रखंड के मध्य विद्यालय औरंगाबाद की शिक्षिका उषा कुमारी का जिनका निधन 5 फरवरी 2024 में हो चुका था, उनसे भी स्पष्टीकरण पूछ लिया गया था। दूसरे दिन प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी खुद विभाग पहुंचकर पोर्टल से उनका नाम हटवाए थे।
अभी किसी शिक्षक को प्रोन्नति नहीं दी गई है। सिर्फ प्रोन्नति के लिए आए हुए आवेदन के आधार पर प्रमाण पत्र जांच के लिए पत्र निकाला गया है। गुरुवार को शिक्षकों को बुलाया गया है। अगर सूची में ऐसे शिक्षक शामिल हैं तो उनका नाम हटा लिया जाएगा। - देवनारायण पंडित डीपीओ स्थापना
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।