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    Bhagalpur News: घंटी बजती है फिर भी नहीं आती एंबुलेंस, निजी गाड़ी से अस्पताल जाने को मजबूर ग्रामीण इलाके के मरीज

    Updated: Sun, 28 Sep 2025 12:02 PM (IST)

    भागलपुर में ग्रामीण इलाकों के मरीजों के लिए एंबुलेंस सेवा बाधित होने से परेशानी बढ़ गई है। गर्भवती महिलाएं और गंभीर मरीज़ निजी वाहनों से अस्पताल जाने को मजबूर हैं। 102 नंबर पर कॉल नहीं लगने से समस्या और बढ़ गई है। स्वास्थ्य केंद्र प्रभारियों ने सीएस से शिकायत की है जिसके बाद सीएस ने एजेंसी को तत्काल एंबुलेंस उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।

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    ग्रामीण इलाके के मरीज हो रहे परेशान, नहीं लगता 102 पर कॉल। प्रतीकात्मक तस्वीर

    जागरण संवाददाता, भागलपुर। ग्रामीण इलाके में रहने वाली गर्भवती एवं गंभीर मरीजों को तत्काल एंबुलेंस सेवा मिलना लगभग बंद हो गया है। यहां के मरीज निजी वाहनों से सरकारी अस्पताल आकर अपना इलाज कराने को विवश हैं।

    हाल यह हो रहा है कि डॉक्टर मरीज को हायर सेंटर रेफर करते हैं। मरीज अस्पताल में जीवन व मौत से संघर्ष कर रहे होते हैं। स्वजन 102 एंबुलेंस सेवा पाने के लिए घंटों फोन पर फोन करते रहते हैं। थक-हारकर उन्हें मरीज को निजी एंबुलेंस से इलाज कराने शहर ले जाने के लिए विवश होते हैं। इस परेशानी को देखते हुए अस्पताल प्रभारी ने सीएस से शिकायत की है।

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    102 नंबर पर नहीं लगता कॉल

    गोपालपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी ने सीएस को पत्र लिखकर बताया है कि एंबुलेंस के ईएमटी का कहना है कि एसीओ से उन्हें निर्देश मिला है कि जब तक 102 से आईडी मरीजों द्वारा बुक नहीं की जाती है तब तक एंबुलेंस सेवा प्रदान नहीं की जा सकती।

    अब 102 नंबर पर कॉल करने पर यह लगता ही नहीं है। इस वजह से मरीजों को एंबुलेंस सेवा नहीं मिल पा रही है। मरीजों को दूसरी जगह ले जाने के लिए स्वजनों को भाड़े पर निजी एंबुलेंस लेनी पड़ रही है।

    इसी तरह सबौर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने भी सीएस को पत्र लिखकर 102 एंबुलेंस सेवा प्राप्त करने में परेशानी का सामना करने की बात कही है। अपने पोषण क्षेत्र से गर्भवती महिलाओं को अस्पताल पहुंचाने के लिए आशा एंबुलेंस सेवा पाने का प्रयास करती हैं, लेकिन 102 नंबर पर कॉल लगता ही नहीं है।

    इस वजह से गर्भवती महिलाओं को अस्पताल लाने में परेशानी होती है। ऐसे में किसी भी दिन अगर एंबुलेंस सेवा के अभाव में कोई अप्रिय घटना होती है, तो इसकी जिम्मेदारी एजेंसी की होगी।

    ऐसी स्थिति को देखते सीएस ने एजेंसी को तत्काल एंबुलेंस उपलब्ध कराने के सख्त निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि स्थानीय स्तर पर हो रही समस्या का जल्द से जल्द समाधान करें अन्यथा एजेंसी के खिलाफ मुख्यालय को पत्र लिखा जाएगा।