Bhagalpur News: वारंटी को गिरफ्तार कर 40 घंटे लॉकअप में रखने वाले दारोगा निलंबित, मुख्यालय के आदेश पर हुई कार्रवाई
बांका जिले के अमरपुर थाने के तत्कालीन प्रभारी थानाध्यक्ष विक्की कुमार को निलंबित कर दिया गया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने एक वारंटी को गिरफ्तार कर 40 घंटे तक हिरासत में रखा और फिर उसे न्यायालय में पेश करने के बजाय बैंक प्रबंधक को सौंप दिया। इस मामले में डीजीपी से शिकायत के बाद जांच हुई और विक्की कुमार को दोषी पाया गया।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। बांका जिले के अमरपुर थाने के तत्कालीन प्रभारी थानाध्यक्ष अवर निरीक्षक विक्की कुमार को मुख्यालय के आदेश पर रेंज आइजी विवेक कुमार ने निलंबित कर दिया है।
अमरपुर थानाक्षेत्र के नीलाम पत्र केस के वारंटी मोगलानीचक, सलेमपुर निवासी प्रयाग साह को गिरफ्तार कर 40 घंटे तक हिरासत में रखने।
उन्हें नये बीएनएस कानून के तहत न्यायालय में प्रस्तुत करने के बजाय यूको बैंक की सलेमपुर शाखा के प्रबंधक को सौंप देने को पुलिस महानिदेशक विनय कुमार ने गंभीरता से लेते हुए मामले में जांच कराई।
अमरपुर थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर पंकज कुमार झा की अनुपस्थिति में प्रभारी थानाध्यक्ष की हैसियत से अवर निरीक्षक विक्की कुमार का कारनामा सामने आ गया। पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर आइजी विवेक कुमार ने विक्की कुमार को निलंबित कर दिया है।
विक्की कुमार ने थाने में वारंटी को रोके रखने की वैध अवधि से काफी अधिक समय तक रखने की पुलिस मुख्यालय की तरफ से उठाए गए सवाल बाद त्वरित कार्रवाई की गई है। दंडात्मक कार्रवाई के दायरे में आने वाले दारोगा के विरुद्ध प्रयाग ने डीजीपी से न्याय की गुहार लगाई थी।
मामले में जांच बाद अमरपुर थाने की स्टेशन डायरी समेत अन्य साक्ष्य के अवलोकन बाद दोषी पाए जाने पर विक्की कुमार के उस कदम को उनके मनमानेपन, स्वेच्छाचारिता और कर्तव्यहीनता मानते हुए कार्रवाई की गाज आइजी ने गिरा दी है।
अब निलंबित अवधि में उनका मुख्यालय बांका पुलिस केंद्र बना दिया गया है। मामले में विभागीय कार्यवाही की भी कवायद आने वाले समय में चलाए जाने की संभावना पुलिस सूत्रों ने जताई है।
दस जुलाई 2024 को पांच बजकर दस मिनट पर हुई थी गिरफ्तारी
जांच में यह सामने आया कि नीलाम पत्र केस के वारंटी प्रयाग साह की गिरफ्तारी दस जुलाई 2024 को पांच बजकर दस मिनट पर हुई थी। उसे गिरफ्तार कर विक्की कुमार पुलिस बल के सहयोग से थाने लेकर आए थे। तब थाने की दैनिक डायरी में गिरफ्तारी का समय और तिथि अंकित किया गया था।
गिरफ्तारी बाद बीएनएसएस के प्रावधानों के अनुसार सक्षम दंडाधिकारी के समक्ष प्रयाग साह को प्रस्तुत नहीं कराया गया। बल्कि उसे यूको बैंक, सलेमपुर शाखा के प्रबंधक को सौंप दिया। जिसकी भी थाने की दैनिक डायरी में जिक्र किया गया है।
थाने की दैनिक डायरी में करीब 40 घंटे पुलिस अभिरक्षा में रखे जाने के बाद वारंटी को मुक्त किये जाने का भी जिक्र जांच में सामने आया। ऐसा करना अवर निरीक्षक विक्की कुमार की कर्तव्यहीनता, मनमानेपन और स्वेच्छाचारिता को परिलक्षित करता है। जांच बाद उनके विरुद्ध कार्रवाई की गाज गिरी है।
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