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    Bhagalpur News: नगर इकाई के निकट ग्राम पंचायतों में बढ़ेंगी सुविधाएं, तैयार हो रहा मास्टर प्लान

    By Jitendra Kumar Edited By: Rajesh Kumar
    Updated: Sun, 27 Jul 2025 03:04 PM (IST)

    भागलपुर में नगर इकाई से सटे 90 ग्राम पंचायतों में शहरी सुविधाएं बढ़ाने के लिए मास्टर प्लान तैयार हो रहा है। इसके लिए दूसरे चरण का सर्वेक्षण चल रहा है जिसमें 260 राजस्व गांवों को शामिल किया गया है। इस योजना के तहत गांवों में ग्राम सभाएं होंगी जिनमें मास्टर प्लान की जानकारी दी जाएगी। यह मास्टर प्लान वर्ष 2041 तक के लिए तैयार किया जा रहा है।

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    90 ग्राम पंचायतों में शहरी सुविधाएं बढ़ाने के लिए मास्टर प्लान तैयार हो रहा है। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, भागलपुर। आने वाले समय में नगर इकाई से सटे ग्राम पंचायतों में व्यवस्थित सुविधाएं बढ़ाने के लिए शहरी क्षेत्र के साथ-साथ आयोजन क्षेत्र का मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है। इसके लिए दूसरे चरण का सर्वेक्षण कार्य चल रहा है, जिसमें 90 ग्राम पंचायतों के 260 राजस्व गांवों का सर्वेक्षण किया जा रहा है।

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    यह कार्य पांच चरणों में किया जाएगा। मास्टर प्लान को लेकर बुधवार को नगर निगम सभागार में एक महत्वपूर्ण बैठक होगी, जिसमें संबंधित क्षेत्र के बीडीओ, सीओ, प्रखंड प्रमुख, नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी, चेयरमैन, नगर निगम के मेयर, डिप्टी मेयर और पार्षद आदि मौजूद रहेंगे।

    इस मास्टर प्लान के तहत सभी गांवों में ग्राम सभा का आयोजन किया जाएगा, जिसमें मुखिया, सरपंच, पंचायत समिति सदस्य और पंचायत सचिव के सामने मास्टर प्लान की जानकारी साझा की जाएगी।

    इसके लिए एक रोस्टर भी बनाया जाएगा, जिसके तहत टीम एक-एक कर ग्राम पंचायतों में जाकर बैठक आयोजित करेगी। मास्टर प्लान में जगदीशपुर, सबौर, नाथनगर और गोराडीह अंचल क्षेत्र के राजस्व ग्रामों को शामिल किया गया है।

    यह मास्टर प्लान वर्ष 2041 तक के लिए तैयार किया जा रहा है और एजेंसी को इसी वर्ष तक रिपोर्ट तैयार करने का लक्ष्य दिया गया है।

    सर्वेक्षण कार्य के दौरान टीम यह देख रही है कि कॉलोनी और मोहल्ले में किस तरह की व्यवस्थाएँ हैं। यहाँ बुनियादी सुविधाओं की स्थिति का आकलन किया जा रहा है, साथ ही यह भी देखा जा रहा है कि सरकारी योजनाओं से किस तरह की सुविधाएँ प्राप्त हुई हैं।

    स्लम बस्तियों के विकास के लिए भी कार्ययोजना तैयार की जाएगी और सर्वेक्षण में स्लम बस्तियों की सूची तैयार की जाएगी। भूमि उपयोग सर्वेक्षण में यह देखा जाएगा कि पूर्व में योजनाबद्ध तरीके से बसावट हुई है या नहीं।

    खाता, खसरा और अर्कवा की रिपोर्ट तैयार करते समय यह आकलन किया जाएगा कि वहाँ कितने मकान और खाली प्लॉट हैं, साथ ही सरकारी भूमि की उपलब्धता की भी रिपोर्ट दी जाएगी।

    सर्वेक्षण के दूसरे चरण में बेस मैप तैयार किया जाएगा, जिसमें मास्टर प्लान क्षेत्र में जल स्रोत, नदी, तालाब, खेत और आवासीय परिसर आदि के आधार पर गाँव का सीमांकन किया जाएगा।

    शहर की यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से टीम सर्वेक्षण कर रही है। इसके लिए शहर के प्रवेश द्वारों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। जगदीशपुर मार्ग, भागलपुर-अमरपुर मार्ग, जीरोमाइल से सबौर मार्ग, नाथनगर से अजय विहार नाथ धाम मार्ग और नवगछिया के आरे मार्ग पर कैमरे लगाकर वाहनों की संख्या का आकलन किया जा रहा है।

    शहर के बाहर छह स्थानों और शहर के अंदर भागलपुर स्टेशन, अलीगंज, जीरोमाइल व अन्य स्थानों पर कैमरे लगाकर नागरिकों के लिए यातायात सुविधाओं का सर्वेक्षण जारी है। इसके साथ ही सामाजिक और आर्थिक स्तर का भी सर्वेक्षण चल रहा है, जिसमें लोगों की जीवनशैली समेत 45 बिंदुओं पर जांच की जाएगी।

    इसमें कूड़ा उठाव, साफ-सफाई, जलापूर्ति व्यवस्था, बिजली, मोहल्ले में कच्चे-पक्के मकानों की स्थिति, सड़कों की स्थिति और जलनिकासी व्यवस्था की अद्यतन स्थिति का आकलन किया जाएगा। सर्वेक्षण के आधार पर मास्टर प्लान के तहत विकास कार्य कराए जाएंगे।