Bhagalpur News: भागलपुर पहुंचा बलिदानी जवान का पार्थिव शरीर, आज राजकीय सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार
जम्मू-कश्मीर में बलिदान हुए संतोष यादव का पार्थिव शरीर बुधवार को पटना एयरपोर्ट पहुंचा। इसके बाद उनके पार्थिव शरीर को भागलपुर स्थित उनके गांव ले जाया गया। राजकीय सम्मान के साथ आज उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत कई नेताओं ने बलिदानी संतोष यादव को श्रद्धांजलि अर्पित की।
संवाद सहयोगी, नवगछिया। जम्मू के नौशेरा सेक्टर में देश की रक्षा करते हुए बलिदान हुए शहीद संतोष यादव का पार्थिव शरीर बुधवार शाम पटना एयरपोर्ट पहुंचा और उसके बाद सड़क मार्ग से उनके पैतृक गांव भिट्ठा, इस्माइलपुर (जिला-भागलपुर) लाया गया, जहां राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
बुधवार को पटना एयरपोर्ट पहुंचा पार्थिव शरीर
बलिदानी का पार्थिव शरीर बुधवार की इंडिगो की फ्लाइट संख्या 6ए 2695 से पटना एयरपोर्ट पहुंचा। पटना पहुंचने के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी समेत कई शीर्ष नेताओं ने बलिदानी को श्रद्धांजलि अर्पित की।
CM ने व्यक्त की संवेदना
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने संतोष यादव के बलिदान पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा, देश उनके बलिदान को कभी नहीं भूल सकता। उनके परिवार को अनुमन्य सम्मान राशि दी जाएगी और राज्य सरकार की ओर से पुलिस सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कराया जाएगा।
राजकीय तैयारी जारी, परिजन खेत में कराएंगे अंतिम संस्कार
बलिदानी जवान का अंतिम संस्कार उनके घर के पीछे स्थित खेत में किया जाएगा, जहां आगे चलकर उनका स्मारक भी बनाया जाएगा। भागलपुर जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी के निर्देश पर पार्थिव शरीर के स्वागत, यात्रा और अंतिम संस्कार के लिए विस्तृत व्यवस्था की गई है।
नगर परिषद नवगछिया के कार्यपालक पदाधिकारी सुधीर कुमार को पटना एयरपोर्ट से पार्थिव शरीर लाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। साथ ही, अनुमंडल पदाधिकारी नवगछिया और जिला नजारत शाखा को राजकीय सम्मान की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है।
जिलाधिकारी ने बलिदानी के पैतृक गांव से लेकर श्मशान घाट तक एवं अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर सुरक्षा और विधि व्यवस्था के लिए दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति का आदेश जारी किया है।
गांव में शोक और गर्व का मिला-जुला माहौलभिट्ठा गांव में जहां एक ओर बेटे को खोने का गम है, वहीं संतोष यादव के बलिदान पर गर्व भी है। पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है, लेकिन हर आंख नम होकर उन्हें सलाम कर रही है। ग्रामीणों ने खुद मोर्चा संभालते हुए अंतिम संस्कार की तैयारियों में हिस्सा लिया है।
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