Bhagalpur: घरों में कैद साहेबगंज और चंपानगर के लोग, 14 वार्ड के लोगों की आफत में जान
भागलपुर में चंपा और गंगा नदी के किनारे बाढ़ ने तबाही मचाई है जिससे शहरी और ग्रामीण दोनों इलाके प्रभावित हैं। कई मोहल्लों में पानी भरने से लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। विधायक अजीत शर्मा ने प्रशासन से राहत और पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था करने का आग्रह किया है। पार्षदों ने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। शहरी क्षेत्र में चंपा और गंगा नदी के तटीय इलाकों में बाढ़ इस तरह कहर बरपा रही है कि लोग घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। मोहल्ले की गलियों में तीन से चार फीट पानी जमा है। जिससे दर्जनों मोहल्ले के लोगों का आवागमन प्रभावित हो रहा है।
ग्रामीण इलाकों में बाढ़ की तबाही से लोग परेशान हैं और जान बचाने के लिए शहरी इलाकों में शरण ले रहे हैं। शहरी इलाका भी इसकी चपेट में आ गया है। भागलपुर विधानसभा क्षेत्र के कई मोहल्ले समेत नाथनगर और सबौर प्रखंड की कई पंचायतें बाढ़ से पूरी तरह प्रभावित हैं। जिससे स्थानीय निवासियों को भोजन और पालतू पशुओं के चारे की समस्या से जूझना पड़ रहा है।
विधायक अजीत शर्मा ने इस संबंध में प्रमंडलीय आयुक्त और डीएम को पत्र लिखा है। विधायक अजीत शर्मा ने बताया कि बाढ़ से पूरी तरह प्रभावित स्थिति से अवगत होते हुए उन्होंने भागलपुर प्रमंडल के आयुक्त एवं जिलाधिकारी को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की सूची सौंपी तथा पालतू पशुओं के लिए भोजन एवं चारा की समस्या का समाधान करने तथा बाढ़ प्रभावित स्थानीय निवासियों को राहत सुविधा उपलब्ध कराने का अनुरोध किया।
भागलपुर विधानसभा क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित वार्डवार मोहल्ले वार्ड एक के लालूचक, बुद्धुचक चंपानगर, वार्ड दो में हाड़ीटोला, तांती टोला, वार्ड तीन में करीब पचास फीसदी मोहल्ले, मदनीनगर, वार्ड चार के बाबू टोला, साहेबगंज, मोहनपुर, वार्ड नौ के नीलकोठी, वार्ड 10 के बिंदटोली, वार्ड 16 के बंदाल टोला, वार्ड 17 के किला घाट, प्रोफेसर कॉलोनी, वार्ड 18 के गोलाघाट, कसबा गोलाघाट, सखीचंद घाट रोड, बमकाली, छोटी संग, वार्ड 21 के दीपनगर घाट, वार्ड 22 के मानिक सरकार बैंक कॉलोनी, वार्ड 25 के महंत घाट, वार्ड 25 के महाराज घाट, वार्ड 27 के मुसहरी घाट बाढ़ की चपेट में हैं।
पार्षद बोले, नहीं मिल रही मदद
वार्ड पार्षद संजय सिन्हा कहते हैं अब थोड़ा रहम करो, चुनाव का समय है, नेता भी परेशान हो जाएंगे, जब वोट मांगने जाएंगे, तो आप लोग ज्यादा सम्मान दिखाइए। मुझे तो यही लग रहा है। पिछली बार भी सूची बनाकर दी गई थी, लेकिन प्रशासन ने कहा कि शहरी इलाकों को राहत नहीं मिलेगी, लोग शहरी हों या ग्रामीण, सब एक जैसे हैं।
पार्षद अनिल पासवान कहते हैं कि मेयर और नगर आयुक्त को बाढ़ प्रभावित वार्डों का दौरा ज़रूर करना चाहिए। बाढ़ प्रभावित वार्डों के लोगों के दुख-दर्द से अवगत होकर प्रशासन के ज़रिए मदद पहुँचाई जा सकती है। वहीं सुविधा दी गई है। क्या वह व्यवस्था सुचारू रूप से चल रही है या नहीं? चंपानगर की स्थिति बहुत ख़राब है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।