Bhagalpur coronavirus news update: क्यों नहीं बढ़ेगा संक्रमण, ट्रेन से उतरकर जाते रहे प्रवासी, नहीं हुई जांच
Bhagalpur coronavirus news update जांच किट रहने के बाद भी बनाया बहना सुबह से शाम तक महज 150 जांच 13 पॉजिटिव। सुबह सात से लेकर आठ बजे तक विभिन्न ट्रेनों से उतरे पांच- छह हजार यात्री। इस लापरवाही के कारण कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ गया है।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। Bhagalpur coronavirus news update: ट्रेनों से उतरने वाले यात्रियों की भीड़ देखकर स्वास्थ्य विभाग ने भी हाथ खड़े कर दिए हैं। स्टेशन पर बने जांच काउंटर पर हर दिन जांच किट समाप्त की बातें कहकर ट्रेन से उतरने वालों की जांच नहीं हो रही है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्था पर सवाल भी उठने लगे हैं। सोमवार को एक बार फिर किट समाप्त होने की बात बताकर यात्रियों की जांच नहीं हुई। इस दौरान ट्रेनों से यात्री उतरते रहे और घर जाते रहे। ऐसे में ट्रेनों से उतरने वाले यात्री संक्रमित हैं या नहीं इसका पता नहीं चल रहा है। यात्री सीधे निजी वाहनों से घर पहुंच रहे हैं। ऐसे में कोरोना का संक्रमण की चेन बढ़ने की संभावना है। सोमवार की दोपहर पुणे स्व स्पेशल ट्रेन भागलपुर पहुंची। इस ट्रेन से बड़ी संख्या में आप्रवासी उतरे। सभी जांच काउंटर के सामने से गुजर गए, लेकिन स्वास्थ्य कर्मियों ने जांच कराने तक नहीं कहा। यात्री काउंटर की ओर देख आगे बढ़ता चला गए और स्वास्थ्य कर्मी भी उन्हें जाते देखते रहे। इधर, जितना यात्री निकास द्वार से प्लेटफॉर्म से बाहर निकलने, उससे कहीं ज्यादा फुटओवर ब्रिज से निकल कर आने रास्ते घर चले गए। जबकि, इससे पहले ऐसा नहीं होता था। जब कभी ट्रेन आई है, तो कम से कम निकास द्वार से निकलने वाले यात्रियों की जांच जरूर होती थी।
कम हो रही जांच कराने वालों की संख्या
कोरोना जांच कराने वाले यात्रियों की संख्या कम होती जा रही है। चार दिन पहले तक जहां हर दिन 400-550 यात्रियों की जांच होती थी, वहीं सोमवार को बमुश्किल 150 यात्रियों ने ही जांच कराई। यात्रियों की जांच में 13 पॉजिटिव मिले हैं। सभी ऑटो पकड़ कर घर चले गए।
रात में बंद रहता तीन काउंटर
जिलाधिकारी के निर्देश के आलोक में स्वास्थ्य विभाग ने दो काउंटर से बढ़ाकर चार काउंटर तो कर दिया। लेकिन, यह सुविधा व्यवस्था कुछ दिन से ज्यादा नहीं चली। वर्तमान में सुबह में तीन काउंटर खुलते हैं, तो दोपहर दो काउंटर। रात में कोरोना जांच के लिए महज एक काउंटर खुला रहता है। जिलाधिकारी का निर्देश था कि सभी काउंटर 24 घंटे काम करने की बात कही है।