Bhagalpur coronavirus news update: आसमान बना चादर और रेलवे की जमीन बिस्तर, दर्जनों प्रवासियों ने जंक्शन पर काटी रात
Bhagalpur coronavirus news update नाइट कर्फ्यू की वजह से भागलपुर रेलवे जंक्शन पर फंसे दर्जनों प्रवासी। पुणे-भागलपुर स्पेशल से गुरुवार की रात उतरे ट्रेन से नहीं मिली सवारी। रात भर रेलवे जंक्शन पर भटकते रहे। नहीं किया गया कोई इंतजाम।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। Bhagalpur coronavirus news update: नाइट कर्फ्यू का गुरुवार की रात खामियाजा महाराष्ट्र से आए आप्रवासियों को उठाना पड़ा। ट्रेन से उतरने के बाद आप्रवासियों को घर जाने के लिए न ऑटो मिले न निजी वाहन। ऐसे में पूरी रात आप्रवासियों ने स्टेशन पर ही गुजार दी। स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया में सभी आप्रवासियों डेरा डाल दिया। आसमान के चादर और रेलवे की जमीन को बिस्तर बनाकर रात काटी। दरअसल, कोरोना बढ़ते प्रकोप को देखते हुए महाराष्ट्र के विभिन्न शहरों में रह रहे भागलपुर और आसपास के जिलों के लोगों के लिए स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही है। गुरुवार की रात में पुणे से एक ट्रेन जंक्शन पहुंची। इस ट्रेन से करीब 310 आप्रवासी उतरे। जिले में छह बजे के बाद कर्फ्यू लग जाने के कारण लोगों को वाहन नहीं मिले।
भूखे रहे पैसेंजर, बिस्कुट-चाय से चलाया काम
रात और कर्फ्यू की वजह से सभी होटल भी समय से बंद हो गए। ट्रेन से उतरे आप्रवासियों को भोजन नहीं मिला। ऐसे में स्टेशन के फूड स्टॉल से चाय-बिस्कुट से काम चलाना पड़ा। सबौर के रामप्रवेश मंडल ने बताया कि पुणे से आने में जितनी परेशानी नहीं हुई, उससे कहीं ज्यादा भागलपुर में हुई। पास में घर रहते रात स्टेशन पर बितना होगा। सन्हौला के रंजीत ने बताया कि लोगों को कोरोना बचाव के लिए कर्फ्यू लगाना अच्छी बात है। लेकिन, ट्रेन से आने वाले यात्रियों को रात में घर तक पहुंचाने की व्यवस्था करना भी प्रशासन की जिम्मेदारी है। छोटे-छोटे बच्चों को लेकर भूखे-प्यासे स्टेशन पर रात बिताना बहुत की मुश्किल रहा है. ट्रेन से करीब 310 यात्री उतरे थे।
परिसर में बीती रात, नहीं हुई जांच
ट्रेन भागलपुर पहुंची, तो ज्यादातर यात्री फुटओवर ब्रिज के रास्ते बाहर निकल गए। वाहन नहीं मिली तो स्टेशन परिसर में सोकर रात बिताया। इस दौरान ज्यादातर लोगों ने कोरोना की जांच नहीं कराई। जंक्शन पर दोपहर दो से रात आठ तक में कुल 119 यात्रियों की जांच हुई। इसमें डेढ़ दर्जन पॉजिटिव निकले। सभी घर निकल गए। सरकारी एंबुलेंस पर बैठने से इनकार कर दिया।