भागलपुर : सांड को आया गुस्सा, युवक की ले ली जान
भागलपुर के कहलगांव में एक बिगड़ैल सांड ने एक युवक की जान ले ली। महेशामुंडा पंचायत के वार्ड 9 में हुई इस घटना में 34 वर्षीय प्रभाष मंडल को सांड ने सींग ...और पढ़ें

युवक की साड ने ले ली जान, प्रतीकात्मक तस्वीर
संवाद सूत्र, कहलगांव। भागलपुर जिले के कहलगांव थाना क्षेत्र के महेशामुंडा पंचायत के वार्ड नौ में बिगड़ैल सांड ने सींग से पटककर एक युवक की जान ले ली है। युवक अमीन मंडल का 34 वर्षीय पुत्र प्रभाष मंडल है। प्रभाष को पटकने के बाद ग्रामीणों के जुटते ही बिगड़ैल सांड भाग गया। स्वजन ने उठाकर उपचार के लिए अनुमंडल अस्पताल लाया था। अस्पताल में डाक्टर ने मृत घोषित कर दिया। यह जानकारी सरपंच प्रतिनिधि शम्स आलम ने दी। उन्होंने बताया कि घटना की सूचना पुलिस को दे दी गई है।
पहले भी सांड ने किया है हमला
मृतक के घर कोहराम मचा हुआ है। सभी परेशान हैं। लोग करे भी क्या करे। वन विभाग से सांड को भगाने की मांग की है। साथ ही मृतक के स्वजन को मुआवजे देने की मांग की गई है। गांव में बिगड़ैल सांड ने आतंक मचा रखा है। किसान सतर्क होकर बहियार फसल देखने, बुआई करने जा रहे हैं। लोग परेशान हैं। घर से बाहर निकलने से भी काफी परेशानी हो रही है। डरे हुए हैं। बच्चों भी घर में दुबक गए हैं। इससे पहले भी इसी सांड ने हमला कर कई युवक को जख्मी कर दिया था।
सांड के हमसे से कैसे बचें
- सांड गुर्रा रहा हो, जमीन पर पैर पटक रहा हो, घूर रहा हो या अपना सिर हिला रहा हो, तो वहां से दूर हट जाएं।
- दीवार, पेड़, लाठी या बाड़ के पास चलें, कपड़ों की जिप बंद कर लें।
- बैल की शारीरिक भाषा पर ध्यान दें और क्रामकता के संकेतों पर गौर करें
- सांड अपनी विशालता और शक्ति को प्रदर्शित करने के लिए बगल की ओर मुड़ेंगे
- सांड अक्सर जमीन पर पैर पटकेंगे
- इस बात पर विशेष ध्यान दें- कभी भी सांड की ओर पीठ न करें, भले ही आपको लगे कि वह आपकी ओर ध्यान नहीं दे रहा है। बैल बिना किसी उकसावे के भी हमला कर सकते हैं और करेंगे।
- आक्रामक बैल से बचते समय, बैल की ओर मुंह करके पीछे की ओर चलते रहें, आप उससे कम से कम 20 फीट दूर न हो जाएं। आप सावधानी से मुड़कर दौड़े आगे बढ़ सकते हैं। हरकत करने से दौरा पड़ सकता है।
- बैलों वाले चरागाह से होकर गुजरना पड़े तो अपने साथ बहुत मजबूत, भारी छड़ी या पाइप जरूर रखें।
- शांत व यथासंभव चुपचाप रहें तथा सुनिश्चित करें कि बैल को उपस्थिति का एहसास हो जाए
- बैल को अचानक चौंकाना ठीक नहीं है। बैल को गाय या अन्य मवेशियों के साथ ले जाने से उन्हें शांत रखने में मदद मिल सकती है, यदि बैल कार्यस्थल, लोगों या बार-बार हाथ लगाए जाने का आदी न हो।

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