Bhagalpur College of Engineering को पुलिस ने भेजा NOTICE, उपद्रवी छात्रों पर कसा शिकंजा; कभी भी हो सकती गिरफ्तारी
BCE Bhagalpur Latest News बीते दिनों छात्रों में हिंसक झड़प और बवाल के बाद भागलपुर इंजीनियरिंग कालेज प्रशासन को पुलिस ने नोटिस जारी किया है। ढुलमुल नीति पर पुलिस ने जवाबदेही के घेरे में कालेज प्रशासन को खड़ा किया है। उपद्रवी छात्रों पर शिकंजा कसने की तैयारी के साथ ही कालेज प्रशासन को सभी साक्ष्य पेश करने का आदेश आइजी की रिव्यू के बाद दियाय गया है।

संवाद सहयोगी, भागलपुर। BCE Bhagalpur Latest News भागलपुर इंजीनियरिंग कालेज एक बार फिर सुर्खियों में है। कालेज परिसर में बार-बार होती मारपीट और उपद्रवी गतिविधियों को लेकर पुलिस ने इस बार कालेज प्रशासन को कठघरे में खड़ा कर दिया है। पेंडिंग पड़े दर्जन भर मामलों की फाइलें अब पुलिस ने खोल दी हैं और कालेज प्रबंधन से जवाब-तलब शुरू कर दिया है। आइजी की रिव्यू के बाद हरकत में आई पुलिस ने औद्योगिक प्रक्षेत्र (जीरो माइल) थाने के माध्यम से कालेज प्रशासन को नोटिस जारी की है।
कालेज प्रशासन से मांगी गई पूरी रिपोर्ट
थानेदार नीरज कुमार ने बताया कि वरीय अधिकारियों के निर्देश पर कालेज प्रशासन को नोटिस दी गई है। इसमें पिछले दो वर्षों में दर्ज मामलों और हाल की घटनाओं पर उठाए गए कदमों की जानकारी मांगी गई है। प्रशासन से पहचान किए जाने वाले उपद्रवी छात्रों के नाम मांगे गए हैं। पुलिस या मुख्यालय को भेजी गई रिपोर्ट, मुख्यालय से प्राप्त दिशा-निर्देश व कालेज द्वारा अब तक धरातल पर की गई कार्रवाई के ब्यौरे की भी मांग की गई है। नोटिस में प्राचार्य को सभी साक्ष्यों के साथ पुलिस के समक्ष रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है।
कई स्तरों पर चल रही जांच
डीएसपी अजय कुमार चौधरी ने बताया कि मामले की जांच कई स्तरों पर की जा रही है। इनमें जिला प्रशासन, कालेज मुख्यालय पटना, कालेज प्रशासन और स्थानीय पुलिस के स्तर से की जा रही जांच शामिल हैं। सभी अपनी-अपनी रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं। चौधरी ने साफ किया कि माहौल बिगाड़ने वाले किसी भी छात्र को बख्शा नहीं जाएगा। दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी ताकि संस्थान का शैक्षणिक माहौल सुरक्षित रह सके।
प्रशासन की ढुलमुल नीति पर उठे सवाल
पुलिस सूत्रों के अनुसार, पिछले मामलों में कालेज प्रशासन ने अपेक्षित सहयोग नहीं किया था। उपद्रवी छात्रों की पहचान और कार्रवाई में प्रशासन की चुप्पी के कारण अधिकांश केस पेंडिंग रह गए थे। यही वजह है कि घटनाओं की पुनरावृत्ति होती रही। इस बार भी प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम न उठाने पर पुलिस सख्ती बरतने को मजबूर हुई है।
उपद्रवियों में पहली बार भय का माहौल
पुलिसिया दबाव का असर अब छात्रों के बीच दिख रहा है। उपद्रवी गुट पुलिस कार्रवाई से बचने के लिए तरह-तरह के जुगत अपना रहे हैं। हालांकि हर गतिविधि पर पुलिस की पैनी नजर है। कभी भी गिरफ्तारी हो सकती है। कालेज परिसर में तनाव व्याप्त है और पठन-पाठन का माहौल बिगड़ा हुआ है। कालेज प्रशासन फिलहाल खामोश है और सार्वजनिक रूप से कुछ भी बोलने से परहेज कर रहा है।
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