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    बीएयू को मिला कड़क प्रशासक, डॉ अरूण कुमार बने नए कुलपति, नियुक्ति घोटाले को उजागर करने में थी अहम भूमिका

    By Abhishek KumarEdited By:
    Updated: Sat, 26 Jun 2021 12:50 PM (IST)

    बिहार कृषि विवि के नया प्रभारी कुलपति डॉ अरुण कुमार को बनाया गया है। उन्‍होंने शनिवार को पदभार भी ग्रहण कर लिया। रातोंरात डॉ आरके सोहाने को कुलपति के ...और पढ़ें

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    बीएयू के नए प्रभारी कुलपति डॉ अरुण कुमार। जागरण।

    भागलपुर [ललन तिवारी]। बिहार कृषि विवि को कड़क प्रशासक मिला है। रातोंरात बीएयू के कुलपति बदल गए। डॉ. अरुण कुमार अब नए प्रभारी कुलपति बनाए गए हैं। शनिवार को उन्होंने प्रभार ग्रहण किया। विश्वविद्यालय में अवकाश होने के बाद भी कुलपति अपने कार्यालय पहुंचे। उनके साथ विश्वविद्यालय के कई आला अधिकारी और कर्मचारी भी थे। ज्ञात हो कि इससे पहले डॉ. आरके सोहने प्रभारी कुलपति के पद पर आसीन थे।

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    दूसरी बार बने प्रभारी कुलपति

    सनद हो कि डॉ कुमार दूसरी बार प्रभारी कुलपति बनाए गए हैं। वे कड़क प्रशासक के रूप में जाने जाते हैं। जागरण से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि कहा कि मेरी पहली प्राथमिकता सब को साथ लेकर चलना है, जिससे विवि का विकास हो सके। साथ ही उन्होंने शोध व पठन-पाठन पर विशेष रूप से ध्यान देने पर बल दिया।

    नियुक्ति घोटाले को उजागर करने में थी अहम भूमिका

    बीएयू के नियुक्ति घोटाला के पर्दाफाश में इनकी अहम भूमिका रही है। जिस समय नियुक्ति घोटाले की जांच शुरू हुई, उस समय विवि के प्रभारी कुलपति डॉ. कुमार थे। इन्होंने ईमानदारी पूर्वक जांच में पूर्ण सहयोग किया था। इस मामले में तब काफी बवाल हुआ था। हालांकि इस मामले की जांच अभी भी चल रही है।

    ये अधिकारी थे मौजूद

    पदभार ग्रहण करने के समय नए कुलपति के साथ डॉ. आरआर सिंह, बीज एवं प्रक्षेत्र निदेशक डॉ, पीके सिंह, प्राचार्य डॉ. आरपी शर्मा, रजिस्ट्रार डॉ .एम हक, डीएसडब्लू डॉ. राजेश कुमार आदि उपस्थित थे।

    सुरक्षा-व्यवस्था का बदल गया नजारा

    नए कुलपति के प्रभार ग्रहण करते ही विवि परिसर की सुरक्षा व्यवस्था का नजारा पूरी तरह से बदल गया। विश्वविद्यालय परिसर में चाक-चौबंद सुरक्षा-व्यवस्था दिखने लगी। जगह जगह सुरक्षा गार्ड भ्रमण करते दिखे।कुछ पदाधिकारी और कर्मी छुट्टी के दिन भी अपने कार्यालय के इर्द-गिर्द घूमते दिखे। हालांकि नए कुलपति को लेकर कोई भी कुछ बोलने को तैयार नहीं था।