सेक्स रैकेट : सिल्क सिटी में 'बरखा' और 'मोना की मां' गिरोह का रसूख Bhagalpur News
सिल्क सिटी में मोना की मां और बरखा गिरोह की मजबूत पकड़ है। यह गिरोह अन्य राज्यों से लड़कियां यहां मंगाती है। यह गोरखधंधा यहां काफी दिनों से चल रहा ह ...और पढ़ें

भागलपुर [कौशल किशोर मिश्र]। जरायम पेशेवरों के लिए मुफीद बन रहे सिल्क सिटी को सेक्स रैकेट भी तेजी से आगोश में ले रहा है। 2003 से 2006 में सिल्क सिटी व्यस्त बाजार स्थित एक लॉज और उसके तीन साल बाद ही दो ब्यूटी पार्लर में दिन की छापेमारी में पहली बार सिल्क सिटी में लोगों ने जाना था कि रेड लाइट एरिया के अलावा भी इस गंदे धंधे ने दस्तक दे दी है। तब सेक्स रैकेट को उजागर करने का साहस एसएसपी राकेश कुमार मिश्रा और कालांतर रविंद्रण शंकरण ने दिखाया था। सिल्क सिटी में ऐसी गतिविधि को लेकर तब शहर के प्रबुद्ध लोग काफी चिंतित हो कई मंच से मुखर भी हुए। गंदा धंधा तब शांत हुआ तो लोग यह समझ बैठे की धंधा बंद हो गया। लेकिन धंधे को संरक्षण देने वालों के नियंत्रण में तो नार्थ ईस्ट से पश्चिम बंगाल तक सेक्स रैकेट था।
2006 के बाद सेक्स रैकेट चलाने वालों ने धंधा बंद नहीं किया बल्कि इलाके बदल लिए। गुवाहाटी, दार्जलिंग, मिरीक, कर्सियांग, कलिंपोंग, दालकोला, आसनसोल, रामपुर हाट, लक्षीपुर, बांगुड़, मालदा आदि से लड़कियां लाई जाने लगी। पुलिस फाइल में आज भी मोना की मां गिरोह का नाम ताजा है। नार्थ ईस्ट और पश्चिम बंगाल के हिल एरिया से लड़कियां लाने का जिम्मा मोना की मां गिरोह के हाथों है। सिल्क सिटी में 2006 सात और 2013 में पकड़ी गई दार्जलिंग, मिरीक आदि इलाके की लड़कियों ने धंधे की सरगना को मोना की मां नाम से पहचान बताई। मोना की मां गिरोह का नाम बताया। मोना की मां गिरोह की कुछ लड़कियां पूर्णिया जिले में भी गिरफ्तार की गईं। पटना में कमजोर वर्ग एसपी किम शर्मा के नेतृत्व में पूर्णिया में कुछ साल पूर्व हुई छापेमारी में भी कई लड़कियां सेक्स रैकेट से मुक्त कराई गई थी। तब भी मोना की मां गिरोह का नाम चर्चा में आया।
कहा जा रहा है कि सिल्क सिटी में मोना की मां गिरोह की मजबूत पकड़ है। यह गिरोह नार्थ ईस्ट और पश्चिम बंगाल के हिल एरिया की लड़कियां बड़ी कीमत पर सिल्क सिटी, पटना, मुजफ्फरपुर आदि जगहों पर उपलब्ध कराता है। पश्चिम बंगाल के मालदा, बांगुड़, आसनसोल, लक्षीपुर, रामपुर आदि क्षेत्र से बरखा गिरोह की दखल है। कहा जाता है कि सिल्क सिटी के अलावा पूर्णिया, खगडिय़ा, बांका, मुंगेर, लखीसराय, बेगूसराय, साहिबगंज, दुमका आदि जगहों पर सक्रिय लोकल दलाल दोनों गिरोह से संपर्क कर उन्हें रिमोट इलाके के गरीब परिवारों को पैसे का लोभ देकर सब्जबाग दिखा फांसते हैं। फिर उसे इन गिरोहों के हवाले कर मनमाफिक रकम लेते हैं। कहा जाता है कि दोनों गिरोह की सधी लड़कियों को उनमें धंधे के लिए फिट कराने का बकायदा प्रशिक्षण दिया जाता है। भागलपुर में सेक्स रैकेट चलाने वाले लोकल एजेंट आसानी से दोनों गिरोह से संपर्क कर लग्जरी वाहनों में उनकी पसंदीदा क्षेत्र की लड़कियां मंगा देते हैं। लोकल एजेंटों को संरक्षण देने वाले कई सफेदपोश और नामवर लोग शामिल हैं। इस बार भागलपुर पुलिस ताजा सेक्स रैकेट के खुलासा होने के बाद संरक्षण देने वालों की गिरेबान पर हाथ डालने को जोरशोर से लगी हुई है। इस बात की संभावना है कि पुलिस जल्द बड़ा खुलासा कर देगी।

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