Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    AILET में आयुषी को मिली 19वीं रैंक, जानें... भागलपुर की इस छात्रा की शानदार उपलब्थि

    Updated: Sun, 21 Dec 2025 03:16 PM (IST)

    भागलपुर के नवगछिया मदरौनी की आयुषी सिंह ने ऑल इंडिया लॉ एंट्रेंस टेस्ट (AILET) में 19वीं रैंक हासिल कर सफलता प्राप्त की है। उत्तर प्रदेश राज्य में उन् ...और पढ़ें

    Hero Image

    AILET आयुषी सिंह

    डिजिटल डेस्क, भागलपुर। भागलपुर के नवगछिया मदरौनी की आयुषी सिंह ने ऑल इंडिया लॉ एंट्रेंस टेस्ट (AILET) में शानदार सफलता प्राप्त की है। आयुषी ने अखिल भारतीय स्तर पर 19ṭवीं रैंक प्राप्त की। उत्तर प्रदेश राज्य में उन्हें प्रथम स्थान हासिल किया है। यहां बता दें कि नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में प्रवेश हेतु एआइएलईटी में केवल 120 सीटें है। आयुषी ने अपनी मेहनत और स्वध्याय से यह सफलता प्राप्त की। खुद को मोबाइल से दूर रखा और स्वध्याय पर जोर दिया। आयुषी ने कहा कि मोबाइल से आप ज्ञान की प्राप्ति करें। जहां काफी मदद की आवश्यकता है, वहां आप मोबाइल या कंप्यूटर का प्रयोग कर सीखें। मोबाइल से रिल्स देखने से बचें। इसमें काफी समय बर्बाद होता है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    धर्मेंद्र सिंह व मौसम सिंह की पुत्री है आयुषी सिंह

    धर्मेंद्र सिंह व मौसम सिंह की पुत्री आयुषी सिंह ने अपने इस शानदार सफलता से सभी को गौरवान्वित कर दिया है। न केवल मां पिता बल्कि पूरे मदरौनी सहित संपूर्ण जिले का नाम रौशन किया है। उनके पिता धर्मेंद्र सिंह बनारस रेल इंजन कारखाना (बरेका) के कार्मिक विभाग में मुख्य कार्यालय अधीक्षक के पद पर कार्यरत हैं। आज आयुषी के माता-पिता सहित उनके स्वजन और ग्रामीण इस उपलब्धि पर प्रफुल्लित हैं। पढ़ाई के प्रति समर्पण, परिश्रम और प्रतिभा का उत्कृष्ट उदाहरण आयुषी ने प्रस्तुत किया। आज वे युवाओं के लिए प्रेरणाश्रोत बन गईं हैं।

    मदरौनी गोव में खुशी का माहौल है

    मदरौनी गोव में खुशी का माहौल है। फोन पर उन्हें बधाई दी जा रही है। इंटरनेट मीडिया पर भी आयुषी की तस्वीर लगाकर उन्हें शुभकामनाएं भेजी जा रही है। यहां बता दें कि आयुषी के दादा स्व. श्रीधर सिंह प्रखंड विकास पदाधिकारी थे। आयुषी अपने पिता के साथ काशी में रह रहीं हैं। वहीं से पढ़ाई कर रही हैं। आयुषी ने कहा कि इस सफलता का सारा श्रेय वे अपने परिवार व गुरु को देना चाहेंगी। कहा कि- बड़े पापा जितेंद्र सिंह ने हमेशा उन्हें न्यायाधीश बनने के लिए प्रेरित करते रहते हैं।