Fig Farming: इस एक फल की खेती बदल देगी किसानों की किस्मत, होगा लाखों का मुनाफा; फटाफट करें आवेदन
भागलपुर जिले में अंजीर की खेती का क्षेत्र बढ़ाया जाएगा। इस साल पांच हेक्टेयर में खेती होगी जिसके लिए सरकार 40% तक का अनुदान देगी। छोटे किसानों को प्राथमिकता मिलेगी और उन्हें डीबीटी पोर्टल पर पंजीकरण कराना होगा। सहायक निदेशक उद्यान ने बताया कि भागलपुर की मिट्टी अंजीर के लिए उपयुक्त है।
नवनीत मिश्र, भागलपुर। जिले में अंजीर का रकबा बढ़ेगा। अंजीर फल विकास योजना के तहत इस साल पांच हेक्टेयर में अंजीर की खेती होगी। पिछले साल एक हेक्टेयर में अंजीर के पौधे लगाए गए थे। एक हेक्टेयर में 625 पौधे लगाए जाएंगे। एक पौधे से दूसरे पौधे की दूरी चार मीटर होगी। एक हेक्टेयर में एक लाख 25 हजार रुपये खर्च आएगा।
किसानों को मिलेगा 40 फीसदी अनुदान
एक हेक्टेयर में 40 प्रतिशत यानी 50 हजार रुपये अनुदान मिलेगा। अनुदान दो किस्तों में मिलेगा। प्रथम किस्त अनुदान राशि का 60 प्रतिशत यानी 30 हजार व दूसरी किस्त अनुदान राशि का 40 प्रतिशत यानी 20 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर देय होगा।
अनुदान प्रखंड उद्यान पदाधिकारी की रिपोर्ट के आधार पर सहायक निदेशक उद्यान द्वारा दिया जाएगा। अंजीर की खेती मुख्य रूप से लघु व सीमांत किसानों के द्वारा की जाएगी। इस योजना का लाभ न्यूनतम 0.25 एकड़ (0.1 हेक्टेयर) व अधिकतम पांच एकड़ (दो हेक्टेयर) के लिए देय होगा। इस योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को डीबीटी पांर्टल पर पंजीकरण कराना आवश्यक है।
योजना का लाभ लेने के लिए कृषकों का चयन पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर किया जाएगा। पौधों की खरीदारी के लिए अभी एजेंसी का चयन नहीं किया गया है। पिछले साल जिले में लगभग एक हेक्टेयर में अंजीर की खेती की गई थी। अंजीर की खेती मध्यम काली और लाल मिट्टी में की जा सकती है।
अंजीर की खेती के लिए भागलपुर की मिट्टी उपयुक्त
सहायक निदेशक उद्यान अभय कुमार मंडल ने बताया कि अंजीर की खेती के लिए भागलपुर की मिट्टी उपयुक्त है। यहां के किसान अंजीर की खेती कर अच्छी आय प्राप्त कर सकते हैं।
अंजीर की खेती को बिहार सरकार बढ़ावा दे रही है। पिछले दो साल से किसानों को अनुदान देकर अंजीर की खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। अंजीर की खेती करने वाले किसान ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। जो किसान पहले आवेदन करेंगे, उन्हें लाभ होगा।
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