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    गजब : मक्‍खी फ‍िल्‍म की 'मक्‍खी' पहुंची पूर्णिया, इस तरह ले रही बदला

    By Dilip Kumar ShuklaEdited By:
    Updated: Tue, 12 Jul 2022 10:05 AM (IST)

    पूर्णिया में काफी संख्‍या में नैरोबी मक्‍खी पहुंची है। जो आपके लिए विलेन बन सकती है। नैरोबी मक्खी का जिले में मंडरा रहा खतरा विभाग ने जारी किया अलर्ट। सड़क से घर तक रहें सावधान नैरोबी मक्खी की हो सकती इंट्री।

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    पूर्णिया में नैरोबी मक्‍खी से लोग दहशत में हैं।

    दीपक शरण, पूर्णिया। सन 2012 में बनी चर्चित फिल्म मक्खी ने बरबस ही लोगों का ध्यान आकृष्ट किया था। बदले की भावना में एक मक्खी किसी मानव का जान ले सकती है और उसे अपंग बना सकती है, फिल्म के इस काल्पनिक तथ्य ने लोगों को खूब आकर्षित किया था। फिलहाल बात रियल लाइफ की है और नैरोबी नामक मक्खी ने यहां दस्तक दी है। फिल्म की मक्खी से इसका लेना देना नहीं है, लेकिन जिस तरह विलेन के रुप में यह मक्खी दहशत फैला रही है, लोगों को मक्खी फिल्म की याद आने लगी है। विभाग ने नैरोबी मक्खी को लेकर अलर्ट जारी किया है। सड़क से लेकर घर तक सावधान रहने की सलाह दी गई है। इस बीच मक्खी को लेकर जारी गाइड लाइन ने लोगों को सकते में डाल दिया है।

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    नैरोबी मक्खी बंगाल के रास्ते जिले में प्रवेश कर सकता है। सीमावर्ती जिला होने के कारण सीमांचल के जिलों में सबसे अधिक जोखिम है। इस संबंध में अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी ने तीनों जिलों किशनगंज, अररिया और पूर्णिया के सिविल सर्जन को पत्र जारी किया है। जिले में सभी अनुमंडलीय अस्पताल, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और रेफरल अस्पताल समेत सभी कार्यक्रम पदाधिकारियों को सजगता के लिए पत्र दिया है।

    • सिक्किम व पश्चिम बंगाल में फ्लाई एसिड का प्रकोप जारी
    • पश्चिम बंगाल के सटे सीमावर्ती जिला होने के कारण आशंका बढ़ी
    • पूर्वी अफ्रीका से पहुंची है मक्खी, फैलने की रफ्तार काफी तेज

    क्यों डरा रही नैरोबी मक्खी

    नैरोबी मक्खी के शरीर के किसी भी अंग पर बैठने से खुजलाहट और जलन कर घाव उत्पन्न करने और आंख पर बैठने से आंख की रोशनी तक जा सकती है। नैरोबी मक्खी से फैलने वाली संक्रमण की रोकथाम के लिए अपने -अपने क्षेत्र में प्रचार प्रसार के माध्यम से लोगों को जागरूक करने हुए विशेष सतर्कता और आवश्यक कार्रवाई का सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है। सिक्किम और पश्चिम बंगाल में इसका प्रकोप जारी है। इसके फैलने की रफ्तार भी काफी तेज है। मक्खी के काटने से व्यक्ति की त्वचा में खुजली और जले की तरह चकते हो जाते हैं। इस मक्खी का जहर त्वचा पर लगता है तो वह जलन और खुजली होती है। आंख पर बैठ जाए तो रोशनी तक जा सकती है।

    नैरोबी मक्खी से उत्पन्न लक्षण

    यह मक्खी शरीर के किसी भी भाग में बैठने पर घाव बना सकती है। आंख पर बैठने से आंख की रोशनी जाने की संभावना रहती है। घाव वाले स्थल पर जलन, लाल हो जाता है।

    मक्खी के शरीर पर बैठने पर धीरे से किसी चीज के सहारे हटना देना चाहिए। इसे किसी भी हालत में मसलना नहीं चाहिए। मसलने पर गंभीर परिणाम हो सकते हैं। अनावश्यक ऐसे जगहों पर जाने से बचे जहां मक्खी मंडराती है। अपने घर और परिसर की सफाई रखें जिस कारण मक्खियों का जमावड़ा नहीं हो पाए।

    सिविल सर्जन डा. एसके वर्मा ने बताया कि मक्खी को हल्के से शरीर से हटाना चाहिए। सिट्राजिन आदि दवा चिकित्सक की सलाह पर ले सकते हैं। जख्म वाले जगह पर एंटीबायोटिक क्रीम लगायें।

    नैरोबी मक्खी बंगाल के रास्ते प्रवेश करने की आशंका है। इसको लेकर सीमावर्ती जिले में अलर्ट जारी किया गया है। सावधान और जागरूकता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है। - डा. एसके वर्मा, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, पूर्णिया प्रमंडल